हम सभी चाहते है की हमारे आस-पास का माहौल शांत रहे सभी लोग एक दूसरे के सुख-दुःख में काम आते है लेकिन कई बार हम लोग देखते है की लोग किसी बात के लेकर एक दूसरे से लदायिक कर लेते जिसे की उनके बीच दुश्मनी हो जाती है और वह एक दूसरे के खिलाफ हो जाते है या जब दो लोगो के बीच किसी बात को लेकर आपसी सहमति नहीं बन पाती वह एक दूसरे का विरोध करते है,जब आप को किसी से दुश्मनी होती है तो आप का दुश्मन आप को हर समय परेशां करने के प्रयास करता है दुशमन पर कभी भी भरोसा नहीं क्या जा सकता है दुश्मन कभी भी धोखा दे सकता है और आप पर हमला कर सकता है इस लिए सभी लोगो को अपने दुश्मन से सावधान रहना चाहिए अगर आप लोगो को भी किसी से दुश्मनी हो गयी है और आप का दुश्मन आप को परेशान कर रहा है वह आपके तरक्की के रस्ते में रूकावट डाल रहा है तो अब घबराने की कोई बात नहीं है आप ज्योतिष विद्या का सहायता ले सकते है ज्योतिष विद्या में कुछ आसान से तरीके दिए गए है जिसका उपयोग कर के आप अपने दुश्मन को खत्म कर सकते है ज्योतिष विद्या का उपयोग करने के लिए आप को हमारे विशेषज्ञ बाबा जी से सम्पर्क कर सकते है बाबा जी की अचूक उपाय से आप बहुत जल्द अपने दुश्मन को मारने में कामयाब हो जायेगे और अपने जीवन में आ रही समस्या को हल कर सकते है.
स्तंभन तंत्र प्रयोग: स्तंभन क्रिया का सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। बुद्धि को जड़, निष्क्रय एवं हत्प्रभ करके व्यक्ति को विवेक शून्य, वैचारिक रूप से पंगु बनाकर उसके क्रिया-कलाप को रोक देना स्तंभन कर्म की प्रमुख प्रतिक्रिया है। इसका प्रभाव मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर पर भी पड़ता है। स्तंभन के कुछ अन्य प्रयोग भी होते हैं। जैसे-जल स्तंभन, अग्नि स्तंभन, वायु स्तंभन, प्रहार स्तंभन, अस्त्र स्तंभन, गति स्तंभन, वाक् स्तंभन और क्रिया स्तंभन आदि। त्रेतायुग के महान् पराक्रमी और अजेय-योद्धा हनुमानजी इन सभी क्रियाओं के ज्ञाता थे। तंत्र शास्त्रियों का मत है कि स्तंभन क्रिया से वायु के प्रचंड वेग को भी स्थिर किया जा सकता है। शत्रु, अग्नि, आंधी व तूफान आदि को इससे निष्क्रिय बनाया जा सकता है। इस क्रिया का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा समाज हितार्थ उपयोग में लेना चाहिए। अग्नि स्तंभन का मंत्र निम्न है। ।। ॐ नमो अग्निरुपाय मम् शरीरे स्तंभन कुरु कुरु स्वाहा ।। इस मंत्र के दस हजार जप करने से सिद्धि होती है तथा एक सौ आठ जप करने से प्रयोग सिद्ध होता है। स्तंभन से संबंधित कुछ प्रयोग निम्नलिखित है: 1....
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