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भूत-प्रेत और ऊपरी बाधाओं की गिरफ्त से बचने के सरल उपाय

भूत-प्रेत और ऊपरी बाधाओं की गिरफ्त से बचने के सरल उपाय   भूत-प्रेत और मृत्यु के बाद प्राप्त होने वाली सजाओं के विषय में गरुड़ पुराण में विस्तार से विवरण मिलता है | हिन्दू धरम के अनुसार जातक मृत्यु के पश्चात् कुछ समय के लिए भूत योनी , प्रेत योनी व पित्र योनी को प्राप्त होता है | जो जातक असमय मृत्यु को प्राप्त होते है और उनके परिवार जन उनकी आत्मा की शांति के लिए क्रियाएं नहीं करवाते है वे भूत-प्रेत योनी में विचरण करते है व अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा करने के लिए पृथ्वी पर ही विचरण करते है

भूत-प्रेत किन लोगों को अपनी गिरफ्त ले लेते है 

यद्यपि भूत-प्रेत एक अद्रश्य उर्जा के रूप में इसी संसार में रहते है किन्तु इनके आस पास होने का अहसास कुछ ही लोगों को हो पाता है | धरम शास्त्रों के अनुसार जिस जातक के गण कमजोर होते है वे ही भूत-प्रेत जैसी नकारात्मक उर्जा को महसूस कर सकते है व शीघ्र ही इनके प्रभाव में भी आ जाते है | इसके अतिरिक्त कभी-कभी शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति, बीमार व्यक्ति , मानसिक रूप से विकृत व्यक्ति और गर्भवती महिलायें भी भूत-प्रेत और ऊपरी बाधाओं की गिरफ्त में आ सकत

भूत-प्रेत भगाने के उपाय 

भूत-प्रेत आदि एक बार जिस व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले लेते है तो बड़ी ही मुश्किल से उसका पीछा छोड़ते है | ऐसा रोगी हर दिन जीवन से संघर्ष करता है | भूत-प्रेत को दूर भगाने के लिए तरह-तरह के उपाय करता है, सिद्ध स्थानों की तलास करता है , झाड-फूंक व तांत्रिकों के पास जाता है | आज हम आपको कुछ ऐसे सरल उपाय बताने जा रहे है जिनके प्रयोग से भूत-प्रेत दूर भागने लगते है |
  • 5 मुखी रुद्राक्ष की विधिवत पूजा करें व सावन माह, शिवरात्रि या सोमवार के दिन धारण करें | रोजाना रुद्राक्ष की पूजा करें इसे दूप-दीप दिखाएँ व ॐ नमः शिवाय मंत्र के 108 जप करें | रुद्राक्ष धारण करने से नकारात्मक शाक्तियाँ दूर रहती है | 5 मुखी राद्रक्ष के 3 मनके धारण करने से पूर्ण लाभ मिलता है | इसके साथ ही रुद्राक्ष धारण करने से मानसिक मनोबल भी मजबूत होता है |
  • जिन लोगों पर भूत-प्रेत का प्रभाव शीघ्र होने लगता है उन्हें हनुमान चालीसा या बजरंग बाण को सिद्ध अवश्य करना चाहिए | हनुमान चालीसा व बजरंग बाण को एक ही दिन में सिद्ध कैसे करते है इसके लिए आप ये post पढ़े : हनुमान चालीसा को एक ही दिन में सिद्ध करें 
  • हनुमान जी , माँ काली व भैरव की आराधना करने वाले जातक से भूत-प्रेत आदि स्वतः ही दूर होने लगते है |
  • हनुमान जी का ऐसा मंदिर जहाँ हनुमान जी की प्रतिमा को सिन्दूर का चौला चढ़ाया जाता हो, वहाँ सुबह-सुबह रोजाना जाए व हनुमान जी के चरणों से सिन्दूर लेकर तिलक करें साथ ही जय श्री राम के नाम का जप करें | समय-समय पर हनुमान जी को चौला चढ़ाएं व मंगलवार को व्रत रखे/
  • घर में सुबह-शाम धुप-दीप अवश्य लगाये व मंगलवार और शनिवार को घर में गुग्गल व लोहबाण की धूनी दे |
  • घर में समय-समय पर सुंदरकाण्ड का पाठ करते रहे व किसी जानकार पंडित द्वारा हवन आदि भी कराते रहे |

भूत-प्रेत के प्रभाव में आने से बचने के लिए, ये सावधानियाँ जरुर अपनाएं : –

  • शाम के समय घर से बाहर निकलते समय मीठा खाकर न निकले | विशेष रूप से सफ़ेद मीठी वस्तुएं तो भूलकर भी खाकर बाहर न जाए |
  • हाथों में या बालों में महेंदी लगाकर घर से बाहर न जाएँ |
  • होली, दिवाली के त्यौहार पर रात्रि को सुनसान चौराहे पर कदापि न जाए | इस दिन बहुत सी तांत्रिक गतिविधियाँ व टोटके किये जाते है |
  • भूत-प्रेत आदि की कहानियों में अधिक रूचि न ले व जितना हो सके इनके नाम से भी दूर रहे |
  • शाम के समय तेज गंध वाले परफ्यूम आदि लगाकर घर से बाहर न निकले |
  • ऐसे स्थान आदि से दूर रहे जहाँ कोई तांत्रिक अनुष्ठान आदि किये जाते हो |
  • किसी चौराहे आदि पर यदि कोई टोटका आपको दिखाई दे तो चुपके से उसे अनदेखा कर निकल जाये | टोने-टोटकों को कभी भी स्पर्श न करें व अपने पैर के नीचे न आने दे | यदि आपको दिखाई दे कि आपके सामने ही कोई व्यक्ति चौराहे पर टोटका करके जा रहा है तो आप उस चौराहे को तब तक पार न करें जब तक कि कोई अन्य व्यक्ति उस चौराहे को पार न कर ले |

       

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