टोने टोटके बदलेंगे भाग्य
टोना किसी भी अनुष्ठान के कार्य या फिर विधिपूर्वक किये गये कार्य की क्रिया को कहते है, जिनमे प्रकृति की उच्च स्तर की शक्तियां भी सहयोगी होती है. जबकि टोटके कुछ सामान्य या छोटे छोटे उपाय होते है जिनका उपयोग समय समय पर किया जाता रहता है. आज के आधुनिक जगत में कुछ पूर्व भाग्यवादियो का माना होता है कि भाग्य में जो लिखा है उसे कोई नही मिटा सकता और हमारे पूर्व कर्मो के अनुसार हमारे भाग्य में जो लिखा है वो होकर ही रहेगा. ऐसे लोगो का माना होता है कि टोने टोटको से कुछ नही होता, लेकिन ये गलत धारणा है. बल्कि ऐसे लोगो की ऐसी विचारधारा होती है कि अगर इनके साथ कुछ अच्छा हुआ हो तो ये अपने आप को श्रेय देते है और अगर इनके साथ कुछ बुरा हो जाए तो ये लोग अपने भाग्य को कोसते रहते है.
ज्योतिष शास्त्र और विज्ञानं शास्त्र के अनुसार हम सभी प्रकृति के ही हिस्से है और सब कुछ एक दुसरे से जुड़ा हुआ है. यहाँ हर क्रिया की एक प्रतिक्रिया होती है. जिस प्रकार हमारे पूर्व कर्मो की क्रिया की वजह से हमारा आज के प्रारब्ध बना है, उसी प्रकार अगर कुछ क्रियाओ को उनके विपरीत किया जाते तो आपको कुछ ऐसे फल मिलते है जिनसे आपके प्रारब्ध में कमी आती है. प्रारब्ध जानने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई विधियाँ मिलती है
टोने टोटको की उर्जा :
कहा जाता है कि समस्त ब्रहमांड एक शक्ति से संचालित होता है और उसी शक्ति से ही ग्रहों पर प्रकृति की शक्ति नियंत्रित होती है. ब्रहमांड की ये शक्ति सभी कण, वनस्पति, जल, जीव और वायु में भी व्याप्त होती है, साथ ही यही शक्ति इन टोन टोटको में भी कार्य करती है. टोन टोटको में वास्तु की उर्जा का, मानसिक शक्ति की उर्जा का, वातावरण की उर्जा का, विशेष ग्रह की स्थिति से उत्पन्न विशेष उर्जा का और ध्वनी की उर्जा आदि का विशेष संयोजन होता है. इसलिए जब भी कोई व्यक्ति टोन टोटको का प्रयोग करता है तो वो व्यक्ति इन सभी उर्जाओ को एक करके अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करता है. किसी भी जीव या वनस्पति के शरीर में प्रकृति की उर्जा उसके शरीर की संरचना के रूप में ही उसमे वास करती है. मनुष्य शरीर भी उसी उर्जा पर ही संचालित होता है. इस उर्जा का उर्जा चक्र निर्धारित और निश्चित होता है. ये उर्जा प्रकृति ने हमे प्रदान की है, और इसी उर्जा के चक्र में ही एक मनुष्य को अपने सभी कर्मो को पूर्ण करना होता है. उर्जा चक्र की व्यवस्था में संघर्षशील कर्मो से या फिर तकनीक के इस्तेमाल से उर्जा को व्यवस्थित किया और बदला जा सकता है. अगर इस उर्जा में किसी दूसरी उर्जा को डाल दिया जाए तो इस उर्जा की व्यवस्था को बदला जा सकता है, ऐसा होने पर आपका प्रारब्ध भी प्रभावित होता है.
टोने टोटके की उर्जा का लक्ष्य पर प्रभाव :
एक निश्चित दिशा, व्यक्ति, समय, स्थान, सामग्री, देवता, भाव और उद्देश्य के साथ जब कोई क्रिया की जाती है तो उससे एक बहुत ही विशेष और बहुत ही तेज उर्जा निकलती है जिसे ऊपर बताई सभी तरह की शक्तियों का संग्रह भी कहा जाता है. इस तरह से एक की गई इस शक्ति को जब किसी लक्ष्य पर डाला जाता है तो ये उस लक्ष्य उर्जा परिपथ को प्रभावित करने लगती है और उससे जुड़ जाती है. अगर इस शक्ति की प्रकृति सकारात्मक है तो ये जिस लक्ष्य परिपथ से जुडी है उसकी गति को बढ़ा देती है और उसे नयी गति और उर्जा प्रदान करती है. किन्तु अगर इस संग्रह शक्ति की प्रकृति नकारात्मक है तो ये उस परिपथ को बाधित करने लगती है. इसका परिणाम ये होता है कि व्यक्ति के कर्म, सोच, क्षमता, विचार, व्यव्हार और शारीरिक स्थिति भी प्रभावित होने लगती है और इन्ही के आधार के फलस्वरूप ही व्यक्ति के उपयुक्त या अनुपयुक्त कर्मो के अनुसार ही कल मिलने वाले परिणाम आज मिल सकते है या फिर नही मिल सकते. इनके आधार पर मिलने वाले परिणामो की मात्रा भी प्रभावित हो जाती है.
यही उर्जा टोने टोटके में भी काम करती है, जिसे प्रकृति का उर्जा विज्ञानं कहा जाता है. इसीलिए टोने टोटको से जीव धारी और वनस्पति आदि प्रभावित हो जाते है. टोन टोटके से निकलने वाली उर्जा लक्ष्य को भी प्रभावित करती है और आपके लक्ष्य की प्रकृति बदल देती है. उर्जा प्रणाली से उत्तपन मानसिक स्थिति के लिए कुछ उदहारण – सोचो कि एक व्यक्ति जो गाडी चला रहा हो, अगर वो एक सेकंड के लिए भी लापरवाही करता है तो उसकी जान को खतरा हो सकता है. कई बार आपने देखा होगा कि किसी व्यक्ति का एक सही निर्णय उसकी जिंदगी में लाखो – करोडो का लाभ करा देता है, किन्तु कई बार ऐसा भी होता है कि किसी व्यक्ति के मुहं निकला एक गलत शब्द उसकी नौकरी को छुडवा देता है.
टोने टोटको का पूजा अनुष्ठान में महत्व :
तंत्र या प्रकृति के उर्जा विज्ञानं के आधार पर टोने टोटको का उपयोग अच्छे और बुरे दोनों कामो के लिए किया जा सकता है. अगर आप कोई पूजा, साधना या फिर अनुष्ठान कर रहे हो तो उसमे बड़ी शक्तियों की आवश्कता होती है और इसीलिए इनमे टोने का इस्तेमाल होता है किन्तु अगर आपको प्रकृति का कोई छोटा या आसान काम करना है जो सिर्फ क्षण और प्रतिक्षण की क्रिया के लिए ही प्रभावित हो तो आप उनके लिए टोटको का उपयोग करते हो.
टोने टोटको के न होने के प्रभाव :
टोने टोटको को उर्जा विज्ञानं कहा जाता है इसीलिए यह हर जगह काम करते है. अगर टोन टोटके नही होते तो चिकित्सा, उपाय, औषधि और उपचार का भी कोई महत्व नही रहता और न ये प्रकृति में किसी के भी मस्तिष्क में ही उत्पन्न होते, साथ ही इनकी धारणा भी विकसित नही हुई होती. ऋषि मुनि जब देवी देवताओ को प्रसन्न करने के लिए पूजा या अनुष्ठान करते वक़्त तंत्रों और मंत्रो का इस्तेमाल इसीलिए करते है क्योकि इनमें प्रकृति का उर्जा विज्ञानं कार्यरत होता है और इन्ही की उर्जा के द्वारा ही परिवर्तन संभव हो सकता है. अगर परिवर्तन ही संभव नही होता और सब कुछ पूर्व निश्चित ही होता तो सब कुछ अपने आप ही होता रहता और ऐसी उर्जा भी कभी उत्पन्न ही नही होती और न ही टोन टोटके के धारणा का ही विकास हुआ होता.
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