सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

DUSHMAN KO TAWAH KRNE KA PRYOG

दुश्मन को बर्बाद करने का टोटका उपाय मंत्र
हर कोई चाहता है कि उसकी ज़िन्दगी में दोस्तों की संख्या ज़्यादा हो और दुश्मन कम से कम हो. लेकिन कई बार जब आप अपनी ज़िन्दगी में सफलता की उड़ान भरना शुरू करते हैं या कुछ नया या बढ़ा करने की कोशिश करते हैं, तो आपके सामने अलग-अलग तरह के शत्रु खड़े हो जाते हैं. अगर आप अपनी ऊर्जा को सही दिशा में केन्द्रित न कर पायें तो आपको फिर से असफलता का सामना करना पड़ सकता है|कोई नही चाहता की उसके दुश्मनों की संख्या बढ़ जाए. क्योंकि ऐसा होगा तो उसकी परेशानी दिन बा दिन बढ़ती ही चली जाएगी. कई बार लोग आपकी तरक्की से जलन के कारण आपके दुश्मन बन जाते हैं. ऐसे स्थिति में आपको दुश्मन को तबाह करने के टोटके करने पर आसानी से समाधान मिल जायेगा|
कई बार आप प्रयास करते हैं कि आपकी दुश्मन से सुलह हो जाए. लेकिन जिस व्यक्ति को आपकी तरक्की से परेशानी होती है वह सिर्फ थोड़े समय के लिए ही साथ देता है. वह मुसीबत आने पर आपको ही तबाह करने की कोशिश करने लगता है. आपको ऐसे दुश्मनों से सावधान होने की ज़रूरत है|
दुश्मन को तबाह/बर्बाद करने की टोटके में मन्त्रों के उच्चारण के विशेष महत्व है. नीचे दिए गए मन्त्रों से आप दुश्मनों से छुटकारा पा सकते हैं. मंत्र – नृसिंहाय विद्हे, व्रज नखाय धी माहि तन्नो नृसिह प्रचोदयात! इस मन्त्र का प्रयोग सुबह सूरज निकलने से पहले करना चाहिए. अगर ये मंत्र शांत स्थान पर करें को असर ज़ल्दी होता है. अगर इस मंत्र का आप नियमित उच्चारण करते हैं तो शत्रुओं के द्वारा किया गया कोई भी अहित करने का प्रयास विफल हो जायेगा|
अमावस्या या रविवार की रात को ये दुश्मन को तबाह करने के टोटके करें. इस दिन दक्षिण दिशा की तरफ़ मुह करके बैठ जाएँ. अब एक काले वस्त्र पर माँ काली के चित्र को स्थापित कर पूजा करें. पूजा करने के बाद एक नीम्बू पर सिंदूर से अपने शत्रु का नाम लिख दें. बाकी बचे सिंदूर को सरसों के तेल में डाल कर संकल्प लें. ऐसा करने के बाद एक रुद्राक्ष की माला दें और यहाँ दिए गए मंत्र का 11 बार जाप करें|
मंत्र: क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट
हर बार माला के पूरा होने पर नींबू पर उड़द की दाल चढ़ाएं और माँ से प्रार्थना करें की वे आपकी शत्रुओं के अहित करने के प्रयासों को नष्ट कर दें. मन्त्र जाप समाप्त होने के बाद एक तांबे के लोटे या मटकी में उस नीम्बू को दाल दें और मटकी या लोटे गो गड्ढा करके वही पर गाड़ दें. ऐसा करते हुए माँ काली से प्रार्थना करें की वे शत्रु से नकारात्मक असर से आपकी रक्षा करें और उसके अहित करने के प्रयासों को असफ़ल करें| ऐसा करने के बाद घर आ जाएँ. ध्यान रहे घर वापिस आते से पीछे मुड़ कर न देखें. घर आकर आप स्नान कर लें. शत्रु को तबाह करने के टोटके में ये टोटका बहुत असरदार है|
दुश्मन से बचने के उपाय में ये उपाय काफी सरल है. इस उपाय के अंतर्गत आपको साबुत काली उड़द की दाल के 38 बीज और साबुत चावल के 40 दाने लेने हैं. अब इन दानों को एक गड्ढा खोदकर उसमे गाड़ दें. अब जो व्यक्ति आपका दुश्मन है उसका नाम लेते हुए इस गड्ढे के ऊपर नीम्बू निचोड़ दें. ऐसा करने पर आपके शत्रु के अहित करने के सारी प्रयास असफ़ल हो जायेंगे|
यहाँ पर एक उपाय शत्रु का नाश करने के एक और चमत्कारी उपाय बताया जा रहा है. इस प्रयोग को करने से पहले ये बात याद रखें की आप किसी का अहित करने के लिए इसे नही कर रहें हैं परन्तु किसी शत्रु के छुटकारा पाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. इसके लिए शौचालय में वहां के पानी से शत्रु का नाम लिखें और उस पर बाएं पर से 3 बार ठोकर मारें. ये दुश्मन को तबाह करने के टोटके आपके दुश्मन से आपको छुटकारा दिलाएंगे| अगर आप अपने शत्रु के हरकतों से परेशान रहते हैं तो इस उपाय से आपको काफी राहत मिलेगी. इसके लिए एक मोर पंख लें अब इस पर हनुमान जी के मस्तष्क से सिंदूर ले कर इस पर शत्रु का नाम लिख दें. इस पंख को रात भर घर के मंदिर में रखें और सुबह बिना नहाये बहते पानी में इसे प्रवाहित कर दें. ये उपाय करने से आपका शत्रु भी आपका मित्र बना जायेगा|
अगर कोई व्यक्ति अकारण ही आपको परेशान कर रहा है तो आपको उसके छुटकारा पाने के लिए ये उपाय करना चाहिए. शनिवार के दिन रात के समय 7 लौंग ले कर उस शत्रु का नाम लेते हुए 21 फूंक मारें तथा उसके बाद अगले दिन ये लौंग आग में जला दें. ये प्रयोग लगातार 7 बार करने पर आपको चमत्कारिक लाभ देखने को मिलेगा. आप पर दुश्मन के सभी नकारात्मक प्रभाव नष्ट हो जायेंगे और वह शांत हो जायेगा. इस प्रयोग में ध्यान रखने वाली बात ये है कि इसे किसी का नुकसान करने के लिए प्रयोग नही करना चाहिए|
दुश्मन से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ काफी उपयोगी होता है. अगर आपको लगता है कि कोई व्यक्ति आपकी जान के पीछे पड़ा हुआ है तो हनुमान चालीसा का नियमित पाठ काफी उपयोगी होता है| दुश्मन से छुटकारा पाने के लिए घर के किसी कोने में अपना एक फटा पुराना जूता लटका दें और इसके तलवे पर दुश्मन का नाम लिख दें. इस दुश्मन को तबाह करने के टोटके से आपका दुश्मन आपके खिलाफ़ कोई भी षड़यंत्र नही कर पायेगा और आपके सामने अपने हथियार डाल देगा|
यहाँ दिए गए दुश्मन को बर्बाद करने के टोटके काफी असरदार होते हैं. आप इनमे से किसी भी मन्त्र या टोटके का इस्तेमाल कर अपने दुश्मन से मुक्ति पा सकते हैं. इन उपायों को करते समय आपको सलाह दी जाती है कि आप दुश्मन के नकारत्मक प्रभावों को नष्ट करने के लिए ही इनका प्रयोग करें आप किसी दूसरे सामान्य व्यक्ति को क्षति पहुँचाने की कोशिश न करें. क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे आपको हानि उठानी पड़ सकती है|
यदि कोई दुश्मन आपको परेशान कर रहा है और उसको आप पीड़ित करना चाहते है उसको कष्ट पहुचाना चाहते है तो दुश्मन नाश टोटके का प्रयोग कर सकते है | यदि आपके दुश्मन आपको परेशान कर रहे है और उससे आप छुटकारा पाना चाहते है और उसको हराना चाहते है तो सब दुश्मन विजय मंत्र टोने टोटके के प्रयोग से कर सकते है | टेंशन फ्री होकर एक्सपर्ट तांत्रिक से दुश्मन को बर्बाद का समाधान पाए |       7737934285 WHATSUP OR CALL 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

स्तंभन तंत्र प्रयोग:

स्तंभन तंत्र प्रयोग: स्तंभन क्रिया का सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। बुद्धि को जड़, निष्क्रय एवं हत्प्रभ करके व्यक्ति को विवेक शून्य, वैचारिक रूप से पंगु बनाकर उसके क्रिया-कलाप को रोक देना स्तंभन कर्म की प्रमुख प्रतिक्रिया है। इसका प्रभाव मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर पर भी पड़ता है। स्तंभन के कुछ अन्य प्रयोग भी होते हैं। जैसे-जल स्तंभन, अग्नि स्तंभन, वायु स्तंभन, प्रहार स्तंभन, अस्त्र स्तंभन, गति स्तंभन, वाक् स्तंभन और क्रिया स्तंभन आदि। त्रेतायुग के महान् पराक्रमी और अजेय-योद्धा हनुमानजी इन सभी क्रियाओं के ज्ञाता थे। तंत्र शास्त्रियों का मत है कि स्तंभन क्रिया से वायु के प्रचंड वेग को भी स्थिर किया जा सकता है। शत्रु, अग्नि, आंधी व तूफान आदि को इससे निष्क्रिय बनाया जा सकता है। इस क्रिया का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा समाज हितार्थ उपयोग में लेना चाहिए। अग्नि स्तंभन का मंत्र निम्न है। ।। ॐ नमो अग्निरुपाय मम् शरीरे स्तंभन कुरु कुरु स्वाहा ।। इस मंत्र के दस हजार जप करने से सिद्धि होती है तथा एक सौ आठ जप करने से प्रयोग सिद्ध होता है। स्तंभन से संबंधित कुछ प्रयोग निम्नलिखित है: 1....

गुप्त नवरात्रि के दिनों में तांत्रिक साधना

 जाने कैसे किये जाते है गुप्त नवरात्रि के दिनों में तांत्रिक साधना जिससे कोई भी किसी भी कार्य को सफल बना सकता है| अधिकतर लोग वर्ष में आने वाली चैत्र नवरात्रा और आश्विन या शारदीय, दो ही नवरात्रों के बारे में जानते हैं। लेकिन, बहुत कम लोगों को पता होगा कि इसके अतिरिक्त और भी दो नवरात्रा होती हैं जिन्हें गुप्त नवरात्रा कहा जाता है। इन दिनों देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है तथा विभिन्न साधनाए भी उन्हें प्रसन्न करने के लिए की जाती है। तंत्र साधना के अनुसार गुप्त नवरात्रा में अपनाए गए प्रयोग विशेष फलदायक होते हैं और उनका फल भी जल्दी ही प्राप्त किया जा सकता है। जैसा कि गुप्त शब्द से ही विदित होता है कि यह नवरात्रा गुप्त होती है, अतः इस समय किए गए सभी उपाय भी गुप्त ही होने चाहिए।गुप्त एंव काली शक्तियों को प्राप्त करने हेतु यह श्रेष्ठ समय है और इस समय के सदुपयोग के लिए आपके लिए पेश है गुप्त नवरात्रि के तांत्रिक उपाय टोटके–१) तंत्र-मंत्र आरम्भ करने के पहले आप एक कलश की स्थापना करे मां देवी का नाम लेते हुए। देवी मां की मूर्ति को सिंदूर चढ़ाएं, धूप दीप करे, लाल फूल अ...

बगलामुखी शत्रु विनाशक मारण मंत्र

शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १)  “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और ...