सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

वशीकरण शब्द की परिभाषा

इस पोस्ट में आप पढेंगे की कैसे आप किसी भी स्त्री को अपने वश में कर सकते है और उससे कुछ भी करवा सकते है | आपने कई व्यक्तियों को देखा होगा जिनके पास कई स्त्रिया होती है और सबको खुश भी रखते है | ऐसा वो सिर्फ सिसिल्ये कर पाते है क्युकी उनको कुछ तरीके मालूम होते है जो स्त्री को वश में कर सकते है और उनसे जो चाहे वो करवा सकते है | इस श्रृखला में हम आपको कुछ रहस्यमयी स्त्री वशीकरण करने के उपाय बता रहे है, यदि आपने इनको आजमाया तो आप किसी भी स्त्री को आराम से अपने वशमे कर सकते है |

वशीकरण शब्द की परिभाषा



आज कल हर एक शब्द का दुरूपयोग के कारण वह अपनी असल परिभाषा को ही मिटा देता है| प्यार जैसे शब्द की परिभाषा का पूरी तरह से नाश हो गया है | इसी तरह वशीकरण शब्द को खाली और नकली बातो ने नाश कर रखा है|

वशीकरण क्या है | स्त्री वशीकरण करने के उपाय

कुदरत ने खुद इस नियम का पालन किया है|  जैसे , मोर, हाथी, शेर इनमे स्त्री लिंग वाले प्राणी अपने पुरुष लिंग वाले प्राणी से ज्यादा खूबसूरत होते है और वो अपने रूप से ही अपने साथी को आकर्षित करते है | अर्थात अपने मन मोहने वाले को अपनी और आकर्षित करना ही वशीकरण है| वशीकरण करना कोई गुनाह नहीं है |
वशीकरण कैसे करें| स्त्री वशीकरण करने के उपाय
वशीकरण करने के कई उपाय है उन में अपने आप को अच्छी तरह पेश करना, हिपनोतटीस्म, मेस्मोरिस्म, ला ऑफ़ अट्रैक्शन, विसुवलीसेशन, कानसेंट्रेशन, मैडिटेशन इत्यादि शामिल है|

पहले कानसेंट्रेशनसीओ मेथड को देखते हैं| इस साधना का फल आप के जीवन के हर मोड़ पर काम आयेगा| हर एक काम में उस काम की विधि का २०% और हमारी कोशिश की 80% भागीदारी होती है इसलिए इसमें अवश्य ध्यान दें|  और दूसरी बात रातों रात कामयाबी हासिल करना भी उतना ही मुस्किल है|

स्त्री वशीकरण करने के उपाय

एक शांति पूर्वक जगह का चिनव करे और वहां बोइट और आप जिस का  वशीकरण करना चाहते हैं उनके रूप को मन में देखने की कोशिश करें| फिर उस चित्र बाते करे उससे कहे की आप उन से प्यार करते हैं और आप से मिल कर बात करना चाहते हैं| पहले दिन सिर्फ इतना ही करना पर इसे दिन में कम से कम 6 से 8 बार करना जरुरी है|  और उसी दिन अगर आप को उनसे मिलने का मोका मिले तो एक पल के लिए उनकी आँखों  में आखे डाल कर देकने की कोशिश करें|  और आपके अन्दर उसके दिल जीत ने की आशा और जूनून होना चाहिए| जब यह प्रैक्टिस 2 से 3 दिन तक – 6 से 8 बार करलेंगे, तो, आप उनके दृश्य को अपने मन की आँखों में देखने में सक्षम हो गये होंगे|

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

स्तंभन तंत्र प्रयोग:

स्तंभन तंत्र प्रयोग: स्तंभन क्रिया का सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। बुद्धि को जड़, निष्क्रय एवं हत्प्रभ करके व्यक्ति को विवेक शून्य, वैचारिक रूप से पंगु बनाकर उसके क्रिया-कलाप को रोक देना स्तंभन कर्म की प्रमुख प्रतिक्रिया है। इसका प्रभाव मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर पर भी पड़ता है। स्तंभन के कुछ अन्य प्रयोग भी होते हैं। जैसे-जल स्तंभन, अग्नि स्तंभन, वायु स्तंभन, प्रहार स्तंभन, अस्त्र स्तंभन, गति स्तंभन, वाक् स्तंभन और क्रिया स्तंभन आदि। त्रेतायुग के महान् पराक्रमी और अजेय-योद्धा हनुमानजी इन सभी क्रियाओं के ज्ञाता थे। तंत्र शास्त्रियों का मत है कि स्तंभन क्रिया से वायु के प्रचंड वेग को भी स्थिर किया जा सकता है। शत्रु, अग्नि, आंधी व तूफान आदि को इससे निष्क्रिय बनाया जा सकता है। इस क्रिया का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा समाज हितार्थ उपयोग में लेना चाहिए। अग्नि स्तंभन का मंत्र निम्न है। ।। ॐ नमो अग्निरुपाय मम् शरीरे स्तंभन कुरु कुरु स्वाहा ।। इस मंत्र के दस हजार जप करने से सिद्धि होती है तथा एक सौ आठ जप करने से प्रयोग सिद्ध होता है। स्तंभन से संबंधित कुछ प्रयोग निम्नलिखित है: 1....

बगलामुखी शत्रु विनाशक मारण मंत्र

शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १)  “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और ...

गुप्त नवरात्रि के दिनों में तांत्रिक साधना

 जाने कैसे किये जाते है गुप्त नवरात्रि के दिनों में तांत्रिक साधना जिससे कोई भी किसी भी कार्य को सफल बना सकता है| अधिकतर लोग वर्ष में आने वाली चैत्र नवरात्रा और आश्विन या शारदीय, दो ही नवरात्रों के बारे में जानते हैं। लेकिन, बहुत कम लोगों को पता होगा कि इसके अतिरिक्त और भी दो नवरात्रा होती हैं जिन्हें गुप्त नवरात्रा कहा जाता है। इन दिनों देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है तथा विभिन्न साधनाए भी उन्हें प्रसन्न करने के लिए की जाती है। तंत्र साधना के अनुसार गुप्त नवरात्रा में अपनाए गए प्रयोग विशेष फलदायक होते हैं और उनका फल भी जल्दी ही प्राप्त किया जा सकता है। जैसा कि गुप्त शब्द से ही विदित होता है कि यह नवरात्रा गुप्त होती है, अतः इस समय किए गए सभी उपाय भी गुप्त ही होने चाहिए।गुप्त एंव काली शक्तियों को प्राप्त करने हेतु यह श्रेष्ठ समय है और इस समय के सदुपयोग के लिए आपके लिए पेश है गुप्त नवरात्रि के तांत्रिक उपाय टोटके–१) तंत्र-मंत्र आरम्भ करने के पहले आप एक कलश की स्थापना करे मां देवी का नाम लेते हुए। देवी मां की मूर्ति को सिंदूर चढ़ाएं, धूप दीप करे, लाल फूल अ...