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शक्तिशाली शाबर वशीकरण मंत्र

शक्तिशाली शाबर वशीकरण मंत्र

क्या किसी स्त्री और पुरुष को शक्तिशाली शाबर वशीकरण मंत्र टोने टोटके का प्रयोग कर अपने काबू में करना चाहते है ? तंत्र-मंत्र-यंत्र और ज्योतिषीय उपायों में पुरुष या स्त्री को वशीकरण करने के कई तरीके बताए गए हैं।  इन्हीं में शाबर वशीकरण के मंत्र भी हैं। कोई पति को अपने वश में रखना चाहती है, तो कोई चाहता है कि उसकी पत्नी हमेशा उसके सम्मोहन में बंधी रहे। किसी पर-पुरुष की ओर आंख उठाकर भी नहीं देखे। ऐसे ही प्रेमी-प्रेमिका की इच्छा रहती है कि उनके बीच आपसी प्रेम हमेशा बना रहे। इन सबके लिए किए जाने वाले वशीकरण के उपाय अचूक असर वालेकुछ उपाय सरल होते हैं, जबकि कुछ के शाक्तिशाली प्रभाव के लिए गहन तपस्या और तांत्रित अनुष्ठान किए जाते हैं। हालांकि अधिकतर शाबर मंत्र अपने-आपमें सिद्ध होते हैं, ये केवल थोड़े जप के बाद ही बहुत ज्यादा चमत्कारी प्रभाव दिखाते हैं। और तो और, इनके प्रभाव काफी स्थायी होते हैं तथा इनकी काट असंभव है। आईए, एक नजर डालते हैं उन मंत्रों पर जिनकी मदद से समस्याओं का समाधान किया जा सकता है और वशीकरण का प्रभाव प्राप्त किया जा सकता है।
स्त्री वशीकरण शाबर मंत्र: कोई स्त्री कुंवारी हो, या व्याहता उसे मोहित करने के लिए सदियों से प्रचलन में शाबर मंत्र बहुत ही उपयोगी साबित होते हैं। इसके प्रभाव में आकर स्त्री काफी हद तक वशीभूत हो जाती है। इन मंत्रों को किसी तांत्रिक के सानिध्य में बताए गए विधि के अनुसार करना चाहिए तथा इसका प्रयोग स्वार्थरहित भावना से सच्चाई के लिए किया जाना चाहिए। इस संबंध मं तीन मंत्र इस प्रकार हैंः-
मंत्र 1.
ओम नमो काला भैरूं,
काली रातकाला चाल्या आध् रात,
काला रेत मेरा वीर,    
पर नारी के राखे सीरबेगी जा छाती धर ला,
सूती हो जो जगाय ला,
शब्द सांचा पिण्ड कांचा पफूरो मंत्रा ईश्वरी वाचा।
इस मंत्र के इस्तेमाल से पहले किसी पर्वकाल, होली, दीवाली या ग्रहण पर 21 दिनों तक सिद्ध कर लिया जाता है। वैसे यह सिद्धि सात दिनों की भी हो सकती है। उसके बाद इन्हीं में किसी एक मौके पर या रविवार को पुष्य नक्षत्र में अरंड की सूखी डाल को एक झटके में तोड़ लाएं। उसे जलाकर सरसो या तीसी के तेल में काजल बनाएं। उस काजल पर मंत्र छिड़ककर वशीभूत किए जानेवाली स्त्री के शरीर पर कहीं भी लगा दें। वैसे इस काजल को शरीर के किसी अंग या कपड़े पर कहीं भी लगाया जा सकता है। एसा करते ही कुछ समय बाद उसके स्वाभाव में बदलाव और वशीकरण का असर दिखने लगता है।
मंत्र-2.
ओमजल मोहूंथल मोहूंजंगल की हिरणी मोहूं,
बाट चलंता बटोही मोहूंकचहरी बैठी राजा मोहूं,
पीढ़ा बैठी रानी मोहूंमोहनी मेरा नाम,
मोहूं जग संसारतारा तरीला तोतला तीनों बसैं कपाल,
मस्तक बैठी मात के दुश्मन करूं पामाल,
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति पुफरो मंत्र ईश्वरी वाचा।
पहले मंत्रं की तरह ही इस मंत्र के प्रयोग से पहले 21 दिनों तक सिद्ध किया जाता है। इसकी शुरुआत शनिवार से कि जाती है तथा आधी रात के समय नित्य जाप किया जाता है। हर मंत्र के साथ अग्नि में गुगल की आहूति दी जाती है। इसके प्रयोग के समय कोई मिठाई पर मंत्र को 21 बार पढ़कर वशीकरण किए जाने वाली स्त्री को खिला देने से वह वशीभूत हो जाती है।
मंत्र-3.
ओम सत्ता नाम आदेश गुरु को, लौंग तू मेरा भाई,
चार लौंग ने शक्ति चलाई, पहली लौंग राती माता,
दूजी लौंग जोबन जाती, तीजी लौंग अंग मरोड़े,
चैथी लौंग दोऊ कर जोड़े, चारो लौंग जो मेरी खाए
अमुकी अमुक के पास चली आए,
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फूरो मंत्र ईश्वरी वाचा।
इस मंत्र का जाप सिद्धि के लिए रविवार से शुरुकर नित्य 41 बार आधी रात को 21 दिनों तक करना चाहिए। इससे चार लौंगों पर अभिमंत्रित किया जाते जिस जिस किसी औरत को खिला दिया जाए वह जीवनपर्यंत वश में रहती है।
 प्यार की चाहतः मनचाहे प्यार को हासिल करने का एक बहुत ही उपयोगी शाबर मंत्र हैः-
ओम नमो धूलि धूलि,
विकट चांदनी पर मारूं धूलि।
धूलि लगेबने दीवानी।
घर तजेबाहर तजे।
ठाडा तजे भर्तार दीवानी।
तू नाहरसिंह वीर अमुक को उठाय लाव।
न लाय तो हनुमान वीर की दुहाय।
मेरी भक्तिगुरु की शक्तिफुरो मंत्र ईश्वरोवाचा।
इस मंत्र की सिद्धि के लिए शनिवार को श्मशान से किसी स्त्री की चिता की राख लाई जाती है। उस राख को इस मंत्र से 108 बार अभिमंत्रित कर उससे जिस किसी स्त्री को तिलक लगाया जाए या उसके सिर पर फूंक मारकर डाल दिया जाए वह निश्चित तौर वशीभूत हो जाती है।
भैरव वशीकरण मंत्रः इसके लिए तीन शाबरी मंत्र के रूप में अचूक परिणाम देने वाले हैं। वह मंत्र हैः-
1.ओम नमो रुद्रायकपिलायभैरवायत्रिलोक-नाथायओम फट् स्वाहा।
इस भैरवी मंत्र को पहले 15000 बार जाप कर सिद्ध किया जाता है। इसके लिए किसी रविवार को गुग्गल, धूप, दीपक के साथ सामान्य अनुष्ठान किए जाते हैं। इस क्रम में इस मंत्र का 108 बार जाप कर लौंग को अभिमंत्रित कर लिया जाता है। उस लौंग को जिस किसी को खिलाया जाता है वह वशीभूत हो जाता है।
2.मंत्रः ओम नामो काला गोरा भैरुं वीरपर नारी सूं देही सीर।
गुड़ परिदीयी गोरख जाणीगुद्दी पकड़ दे भैंरु आणीगुड़रक्त की धारि ग्रासकदे न छोड़े मेरा पाश।
जीवत सवै देवरोमुआ सेवै मसाण। पकड़ पलना ल्यावे।
 काला भैंरु न लावेतो अक्षर देवी कालिका की आण।
फुरो मंत्रईश्वरी वाचा।
इस मंत्र का 21,000 बार जाप करने के बाद गुड़ को 21 बार जाप से अभिमंत्रित किया जाता है। फिर उस मंत्र को वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति को खिलाया जाता है।
3.मंत्रः ओम भ्रांभ्रां भूं भैरवाय स्वाहा। ओम भं भं भं अमुक-मोहनाय स्वाहा। इस मंत्र को सात बार जाप कर पीपल के पत्ते को अभिमंत्रित कर लिया जाता है। अब जिसे वशकरीण करना होता है उसके घर में उसी पत्ते पर मंत्र को लिखकर फेंक दिया जाता है। या फिर उसके घर के पीछे जमीन में दबा दिया जाता है। यह बहुत ही अचूक टोटके की तरह काम करता है।
उर्वशी यंत्र से साधनाः शबर मंत्र के तौर पर वशीकरण के लिए उर्वशी यंत्र का उपयोग किया जाता है। इसके लिए रात्री में जाप किया जाने वाला मंत्र ओम सं सौन्दर्योत्तमायै नमः है। इसके जाप से पहले उपलब्ध यंत्र के अनुरूप कुमकुम या कस्तूरी के बुरादे से यंत्र तैयार किया जाता। उसके बाद सफेद परिधान में धूप-दीप, पुष्प आदि से पूजन किया जाता है। पूजा में सफेद फूल का उपयोग किया जाता है। उसके बाद पांच माला से दिए गए मंत्र का जाप किया जाता है। ऐसा पांच दिनों तक किया जाता है और अंतिम दिन रात को हवन का अनुष्ठान किया जाता है। इस यंत्र साधना से जिस किसी को वशीकरण करने का संकल्प लिया जाता है, उस संबंध में मनोकामना पूर्ण होती है। होते हैं।

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