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मंत्र :
"आगुन रूपे मारी धाम सुरजो मुखी मारी यार, पांच जीव पांच पुराण राम बोलो लोखन ए मुख जीया नाहीं यार,मोर मंत्रो हेल्बू सेल्वु शिवशंकर कार्तिक गोनेशेर मूठ फुटक दुहाई महाकाल दुहाई महाकाल."
ये बंगला शाबर मंत्र है, अशुभ मुहूर्त मे शुरू करते हुए ७ दिन तक ११ मंत्र रोजाना जप कर सिद्ध कर ले. फिर एक मोम का पुतला बनायें. पुतला निम्नलिखित सामग्री के मिश्रण से बनायें :
२१ तोला मोम
१ तोला सिन्दूर
१ तोला पीला संखिया
१ तोला शमशान भूमि का कोयला
उपरोक्त सामग्री को एकत्रित करके एक पुतला बनायें. उस पुतले पर एक हज़ार उपरोक्त मंत्र का जप करें और उस के अंदर ७ सुई खोंस दें और दुश्मन का नाम उस पुतले पर लिख दें. अब उस पुतले के सामने एक जलता हुआ दीपक रख दें और २१ बार उपरोक्त मंत्र पढ़े. फिर शमशान भूमि मे उस पुतले को रख कर और ठीक पुतले के सामने ३ अंगुल पर वह जलता हुआ दीपक रख कर घर आकर मुह हाथ धो लें तो बहुत जल्द ही दुश्मन की मृत्यु हो जायेगी.
विशेष : पाठकों से विनम्र निवेदन है कि आप किसी के प्राण लेने, हानि पहुँचाने की दृष्टि से मंत्रों का उपयोग न करें

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