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शत्रु को मारण के टोटके

शत्रु शमन निवारण नाश के लिए टोटका तांत्रिक उपाय:--*
*१. पानी का उपाय:--*अगर कोई व्यक्ति आपको हर समय परेशान करता है, आप उसके कारण चिंता में हैं, तो निश्चिंत हो जाएँ । शत्रु पर विजय पाने का बहुत ही सरल और कारगर उपाय आपको बताते हैं।जब आप शौच के लिए जाएँ तो वहीं बैठे हुए यह उपाय आप कर सकते हैं।पानी से उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसने आपका जीना मुश्किल कर दिया है।अब अपने बाएँ पैर से उस जगह पर तीन बार ठोकर मारें जहां आपने उस व्यक्ति का नाम लिखा है।शत्रु निवारण का उपाय करने के लिए मन में किसी प्रकार की दुर्भावना नहीं होनी चाहिए।*२. शत्रु को मित्र बनाएँ:--*समाज में रहते हुई कई बार ऐसा होता है की शत्रु और मित्र की परिभाषा बदल जाती है। मित्र को शत्रु के रूप में बदलने में समय नहीं लगता है। आ पशत्रु पर विजय पाने का उपाय कर सकते हैं लेकिन जब मित्र ही शत्रु हो तो कठिनाई होती है।इस हालत में कुछ ऐसा करना चाहिए की मित्र को फिर से मित्र बनाया जाए। कुछ लोग इसके लिए तंत्र-मंत्र के शत्रु शमन के टोटके बताते हैं।शत्रु नाशक के इस मंत्र से शत्रु बने मित्र को फिर से मित्र बनाया जा सकता है।शत्रु नाशक मंत्र इस प्रकार है:--*नृसिंहायवीद्यहे बज्रनखायधिमहीतान्नोनृसही प्रचोदयात*सुबह के समय उठकर इस मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे आपके मित्र जो शत्रु बन चुके हैं वो आपको वापस मिल सकते हैं।*३. शहद की लिखावट:--*जब आप अपनी परेशानी से जल्द ही छुटकारा पाना चाहते हैं तो शत्रु शमन के टोटके अपनाने का प्रयास करते हैं। अगर आप चाहते हैं की आपके ऊपर से शत्रु का प्रभाव खत्म हो जाए तो यह टोटका करें ।*यह टोटका कृष्ण पक्ष में द्वितया तिथि जिस भी वीरवार या शनिवार को हो तब शुरू करें ।*इसके अतिरिक्त यदि आप शत्रु के प्रभाव को जल्द खत्म करना चाहते हैं तो इसका दूसरा उपाय भी है।इस उपाय को आप शुरू करने के लिए *भैरव अष्टमी के दिन का भी चयन कर सकते हैं।*शत्रु पर विजय प्राप्त करने वाला मंत्र इस प्रकार है।*ॐ क्षौं क्षौ भैरवय स्वाहा*सफ़ेद सादे कागज पर अपने शत्रु का नाम लिखें ।नाम लिखते समय इस मंत्र का जाप करते रहें ।इसके बाद इस कागज को शहद की शीशी में अच्छी तरह से रखकर शनि या भैरब मंदिर में दबा दें।यह आपके लिए शत्रु शमन का अचूक उपाय सिद्ध होगा।*४. हनुमान पूजा:--*राम-भक्त हनुमान को संकट निवारक भी कहा जाता है। किसी भी संकट के समय सच्चे मन से हनुमान जी का स्मरण करो तो हर संकट टल जाता है। अगर आप शत्रु निवारण के उपाय करना चाहते हैं तो हनुमान पूजा सर्वश्रेष्ठ है।अगर रोज हनुमान जी को गुड या बूंदी का भोग लगाएँ तो यह शत्रु शमन का अचूक उपाय सिद्ध होगा।इसके अलावा लाल गुलाब के साथ हनुमान चालीसा का पाठ रोज करे ।शत्रु पर विजय पाने का उपाय इससे सरल कोई और हो ही नहीं सकता।*५. लौंग का टोटका:--*जब कोई व्यक्ति शत्रुता निभाने पर उतर आता है तो किसी भी प्रकार की हानि पहुंचा सकता है।उसकी हानि से बचने के लिए लौंग का टोटका बहुत अच्छा उपाय है।शत्रु निवारण के उपाय के रूप में इस टोटके को जल्द ही अपनाना चाहिए।इस उपाय के लिए शनिवार के दिन 7 लौंग ले लें ।अब इस पर 21 बार अपने शत्रु का नाम लेकर फूँक मारें।अगले दिन रविवार को इस लौंग को आग में जला दें।इस उपाय को कम से कम 7 बार करना चाहिए।शत्रु पर विजय पाने के लिए यह बहुत सरल उपाय है।*६. छिन्नमस्ता का पूजन:--*देवी छिन्नमस्तिका का पूजन बहुत लाभकारी होता है। तंत्र-मंत्र की दृष्टि से इन देवी का पूजन बहुत लाभकारी होता है।शत्रु पर शमन पाने का अचूक उपाय चाहिए तो देवी छिन्नमस्तिका का पूजन करे।यह उपाय शनिवार के दिन अधिक लाभ देता है। इसके लिए शुद्ध होकर पूजन आरंभ करें और सबसे पहले एक नीला या काला कपड़ा बिछाकर देवी छिन्नमस्तिका का चित्र स्थापित करें।सारी पूजन सामग्री एकत्रित करें।इसमें नारियल, काले चने, सबूत उड़द और गुड लेकर देवी को अर्पित कर दें ।इसके बाद निम्न मंत्र का 108 बार जाप करें।*त्रैलोक्यविजयेमुक्तौविनियोगः प्रकीर्तितः। हुङ्कारोमेशिरः पातु छिन्नमस्ताबलप्रदा॥*शत्रु शमन का टोटका आजमाने के लिए यह सबसे अच्छा उपाय है।*७. नींबू का उपयोग:--*आप किसी ऐसे व्यक्ति से परेशान हैं जो हर कार्य को करने में रुकावट डाल रहा है? आप क्या करेंगे ऐसे में ? क्या हार मान लेंगे ? या फिर अपने शत्रु पर विजय पाने का कोई उपायकरेंगे ?यह उपाय भी ऐसा ही है। इसके लिए सुबह जल्द उठकर सूर्योदय से पहले एक नींबू लें।अब इस नींबू के चार टुकड़े कर लें।*यह याद रखें की यह उपाय सूरज निकालने से पहले करना है।*अब इस नींबू को अपने हाथ में उठा लें और अपने इष्टदेव का सच्चे मन से ध्यान करें ।*इसके बाद गायत्री मंत्र का 11 बार जाप करें।*साथ ही सच्चे मन से प्रार्थना करें। भगवान से प्रार्थना करें की आपके शत्रु आपके काम में रुकावट न डालें।इसके बाद किसी खुली जगह जाकर इन नींबू को चारों दिशाओं में फेंक दें। अब बिना पीछे देखे वहाँ से आ जाएँ ।यहाँ पर किसी भी तरह की शत्रु समस्या से निजात प्राप्त कर सकते है|शत्रु निवारण के उपाय, तंत्र मंत्र शत्रु शमन के लिए टोटके, शत्रु पर विजय पाने के उपाय, शत्रु शमन के अचूक उपाय, शत्रु शमन मंत्र, शत्रु नाशक उपाय, शत्रु नाश टोटका, शत्रु मारण प्रयोग, शत्रु नाश मंत्र, शत्रु शमन के लिए टोटका, शत्रु वशीकरण टोटके, शत्रु को मारने का मंत्र, शत्रु शमन के लिए टोटका, शत्रु नाशक उपाय, तंत्र मंत्र शत्रु उच्चाटन टोटके, शत्रु उच्चाटन प्रयोग, शत्रु मारण मंत्र, शत्रु मारण शाबर मंत्र, शत्रु विनाशक मंत्र, शत्रु नाशक शाबर मंत्र, शत्रु नाशक उपाय, शत्रु नाशक यंत्र, शत्रु नाश मंत्र, शत्रु शमन के लिए टोटका, शत्रु को पीडित करने के उपाय, शत्रु को मारने का मंत्र, शत्रु वशीकरण टोटके, शत्रु मारण प्रयोग, शत्रु को परेशान करने के टोटके, शत्रु नाश मंत्र, शत्रु नाश मंत्र, शत्रु नाशक मंत्र, शत्रु नाशक उपाय, शत्रु को मारने का मंत्र, शत्रु शमन के लिए टोटका, शत्रु को पीडित करने के उपाय, दुश्मन को मारने का मंत्र, शत्रु नाश टोटका, शत्रु वशीकरण टोटके, दुश्मन को मारने का टोटका, दुश्मन को मारने का मंत्र, शत्रु नाश के अचूक उपाय|यदि आप शत्रु से परेशान और उसको झुकाना चाहते है या उसको पीड़ित करना चाहते है तो तांत्रिक टोटके मंत्र का प्रयोग कर सब कुछ किया जा सकता है |अपने दुश्मन से बदला लेने के लिए और उस पर विजय प्राप्त करने के लिए अवश्य तांत्रिक गुरु जी से सलाह लेवे।*८. दुश्मन को बर्बाद करने का टोटका उपाय मंत्र:--*दुश्मन को तबाह/बर्बाद करने की टोटके में मन्त्रों के उच्चारण के विशेष महत्व है।नीचे दिए गए मन्त्रों से आप दुश्मनों से छुटकारा पा सकते हैं।मंत्र:--*नृसिंहाय विद्हे, व्रज नखाय धी माहि तन्नो नृसिह प्रचोदयात!*इस मन्त्र का प्रयोग सुबह सूरज निकलने से पहले करना चाहिए।अगर ये मंत्र शांत स्थान पर करें को असर ज़ल्दी होता है. अगर इस मंत्र का आप नियमित उच्चारण करते हैं तो शत्रुओं के द्वारा किया गया कोई भी अहित करने का प्रयास विफल हो जायेगा|अमावस्या या रविवार की रात को ये दुश्मन को तबाह करने के टोटके करें।इस दिन दक्षिण दिशा की तरफ़ मुह करके बैठ जाएँ।अब एक काले वस्त्र पर माँ काली के चित्र को स्थापित कर पूजा करें।पूजा करने के बाद एक नीम्बू पर सिंदूर से अपने शत्रु का नाम लिख दें।बाकी बचे सिंदूर को सरसों के तेल में डाल कर संकल्प लें।ऐसा करने के बाद एक रुद्राक्ष की माला दें और यहाँ दिए गए मंत्र का 11 बार जाप करें|मंत्र:--*क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट*हर बार माला के पूरा होने पर नींबू पर उड़द की दाल चढ़ाएं।माँ से प्रार्थना करें की वे आपकी शत्रुओं के अहित करने के प्रयासों को नष्ट कर दें।मन्त्र जाप समाप्त होने के बाद एक तांबे के लोटे या मटकी में उस नीम्बू को दाल दें और मटकी या लोटे गो गड्ढा करके वही पर गाड़ दें।ऐसा करते हुए माँ काली से प्रार्थना करें की वे शत्रु से नकारात्मक असर से आपकी रक्षा करें और उसके अहित करने के प्रयासों को असफ़ल करें|ऐसा करने के बाद घर आ जाएँ. ध्यान रहे घर वापिस आते से पीछे मुड़ कर न देखें. घर आकर आप स्नान कर लें।शत्रु को तबाह करने के टोटके में ये टोटका बहुत असरदार है।*९. दुश्मन से बचने के उपाय में ये उपाय काफी सरल है:--*इस उपाय के अंतर्गत आपको साबुत काली उड़द की दाल के 38 बीज और साबुत चावल के 40 दाने लेने हैं।अब इन दानों को एक गड्ढा खोदकर उसमे गाड़ दें।अब जो व्यक्ति आपका दुश्मन है उसका नाम लेते हुए इस गड्ढे के ऊपर नीम्बू निचोड़ दें।ऐसा करने पर आपके शत्रु के अहित करने के सारी प्रयास असफ़ल हो जायेंगे|*१०. मारण टोटके:--*दुश्मन के लिए मारण के कुछ सिद्ध टोटको के बारे में बताया गया है |टोटके मंगलवार या शनिवार को नाचते हुए मोर का एक पंख का उपरी हिस्सा यानी की चाँद वाला भाग लेकर उसे गंगा जल से पवित्र कर लेने के बाद हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी के मस्तक से सिन्दूर लेकर मोर पंख पर दुश्मन का नाम लिख कर घर के मंदिर में रख दे।अपने ईस्ट देव से शत्रु को समाप्त करने की प्रार्थना करते रहे। रात भर मोर के पंख को मंदिर में ही रहने दे। और दुसरे दिन प्रातः काल बिना किसी को बोले हुए मोरे पंख को ले जाकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे। आपका शत्रु से जल्द ही पीछा छूट जाएगा |अपने ईस्ट देव से शत्रु को मारण के टोटके को सफल करने की बिनती करते हुए एक सफ़ेद कागज़ पर काजल से शत्रु का नाम लिखकर उसे चार बार इस तरह से मोड की उस कागज़ में लिखा हुआ अंदर ही छिप जाए।अब कागज़ के नीचे दो फूल वाला लौंग तथा कागज़ के ऊपर भी दो फूल वाला लौंग रख कर उस पर काला धागा लपेट दे।धागे को लपेटते समय शत्रु के समाप्त होने की प्रार्थना करते रहे।अब एक मिटटी का दीपक लेकर उसमे कपूर को जला कर उस पर कागज़ को रखकर पूरी तरह से जला दे।कागज़ को जलाते समय शत्रु के समाप्ति का प्रार्थना करते रहे।

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