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फ़रवरी, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके

हर कोई आज शत्रु बाधा से पीड़ित है और इसके निवारण यंत्र मंत्र उपाय टोटके प्राप्त करना चाहता है|हर कोई आज शत्रु बाधा से पीड़ित है और इसके निवारण मंत्र उपाय टोटके प्राप्त करना चाहता है|व्यक्ति की प्रगति-शीलता से उत्पन्न जलन की भावना उस व्यक्ति के कई शत्रु को जन्म दे देती है। शत्रु कोई बाहर का भी हो सकता है या व्यक्ति का अपना भी और ऐसे मित्र रूपी शत्रु को पहचान कर उससे निपटना आसान नहीं होता है। अतः ऐसे शत्रु पर विजय प्राप्त करने हेतु शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके अपनाया जाए तो बाधा से निवारण पाया जा सकता है। इसी वस्तु-स्थिति को ध्यान में रखते हुए आज इस स्तंभ में आपके लिए पेश है शत्रु बाधा निवारण मंत्र उपाय टोटके और यह हैं- १)  “ओम् ह्वीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भ्य जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशाय ह्वीं ओम् स्वाहा”। जाप शुक्ल पक्ष में प्रारंभ करें, अगर नवरात्रि के दिनों का चयन करें तो अति उत्तम। इस मंत्र को प्रारंभ करने के लिए सबसे पहले एक पीले रंग का आसन ले व उसके ऊपर उत्तर की ओर मुख करके बैठ जाएं। अपने सामने बगलामुखी माता का चित्र तथा बगलामुखी यंत्र एक लकड़ी की चौकी प

तांत्रिक क्रिया का तोड़ बचने के उपाय व लक्षण

तांत्रिक क्रिया का तोड़ बचने के उपाय व लक्षण- तन्त्र-मन्त्र की बातें आज के वैज्ञानिक युग में बेमानी सी महसूस होती है और इस पर यकीन करना बड़ा मुश्किल होता है। लेकिन कभी-कभी हमारे सामने कुछ ऐसी घटनाओं का प्रदर्शन होता है कि विज्ञान पर विश्वास करते हुए भी हम विचार में पड़ जाते हैं व मेडिकल साइंस और विज्ञान दोनों ही जिसका सामने जवाब देने में असमर्थ हो जाते हैं। जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां आती है कि व्यक्ति का जीवन अव्यवस्थित हो जाता है, उसे कुछ समझ में नहीं आता कि हो क्या रहा है और इस समय तंत्र मंत्र का प्रभाव मान्यता प्राप्त करने लगता है। यह तांत्रिक क्रियाएं और टोटके व्यक्ति को बहुत ही परेशान करते हैं और इनका कु-प्रभाव उसके एवं उसके आसपास के वातावरण को प्रभावित करतें हैं और इसीलिए आज हम अपने पाठक वर्ग के लिए लेकर आए हैं तांत्रिक क्रिया का तोड़। तांत्रिक क्रिया के लक्षण व बचाव=तांत्रिक क्रिया का तोड़ जानने के पहले हम यह जान लें कि तंत्र मंत्र से प्रभावित लक्षण कैसे होते हैं। यह  हैं–1=काले जादू से ग्रसित व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता चाहे उसे कितनी भी दवाइयां खिला दें। उसकी आव
आज के वैज्ञानिक युग में तंत्र-मंत्र को अंधविश्वास भले ही माना जा रहा है, मगर यह भी सत्य है कि इन तंत्र-मंत्र के प्रयोगों से व्यक्ति का जीवन बर्बाद हो जाता है । तंत्र शास्त्र में छह अभिचार कर्म है, शांति कर्म, वशीकरण, स्तंभन, विद्वेषण, उच्चाटन और मारन यह 6 कर्म 10 महाविद्या की कार्यप्रणाली का हिस्सा है इनमें सबसे खतरनाक क्रिया षटकर्म है।शास्त्रों में शांति कर्म को छोड़कर अन्य सभी को वर्जित किया गया है ।तंत्र शास्त्र का निर्माण इसलिए हुआ था कि व्यक्ति अपनी साधना और सिद्धि की सुरक्षा के लिए उपयोग करेगा किंतु लोगों ने इसका प्रयोग लालच में आकर स्वार्थवश करना शुरु कर दिया। इन षटकर्म में एक कर्म है जादू टोना या इसे ऐसे समझे काला जादू जिसे ब्लैक मैजिक कहा जाता है यह व्यक्ति के जीवन को मृत्यु के समान बना देता है, दूसरा षटकर्म है वशीकरण अथार्थ किसी दूसरे व्यक्ति अथवा वस्तु को अपने वश में करना, तीसरा षटकर्म है व्यक्ति को जिंदा रहते मारना यानी मारन का प्रयोग,चौथा शर्ट कर्म है व्यक्ति पर बंधन करना ताकि वह जीवन में किसी कार्य में आगे ना बढ़ सके, पांचवा प्रयोग है उच्चाटन यह ऐसा प्रयोग है कि व्यक्ति

शत्रु उच्चाटन

एक व्यक्ति के जीवन की गतिशीलता में उसके सामने नित नविन पक्ष हर रोज आते ही रहते है. और जीवन की इसी दौड में मनुष्य अपने क्रिया कलापों से और कार्यों से नित्य अपने जीवन को आगे बढ़ाने के लिए गतिशील रहता है. आज के युग में भौतिक जीवन में कई प्रकार की समस्याओ से मनुष्य घिरा रहता है. कोई प्रगति करना चाहता भी हो तो कई व्यक्ति अकारण ही उस पर बाधक बनते है. या फिर अगर प्रगति कर भी ली हो तो इर्षा वश या अन्य कारणों से भी दूसरे व्यक्ति अकारण ही जीवन को त्रस्त बनाने की कोशिश में लगे रहते है. कई बार इस प्रकार के शत्रु हिन् कार्य कर के सबंधित व्यक्ति तथा उनके परिवार के जीवन को भी येनकेन कई प्रकार समस्या से ग्रस्त रखने के लिए कार्यशील रहते है. एसी स्थिति में एक साधारण मनुष्य स्व तथा अपने परिवार को एसी बाधाओ से बचाने के लिए हर संभव कोशिश करता है लेकिन कई बार शत्रु का भय और प्रभाव इतना व्याप्त हो जाता है की व्यक्ति अपने जीवन में सिर्फ समस्या की प्राप्ति ही करता है. ऐसे हिन् मनोवृति वाले शत्रु किसी भी हद तक जाने के लिए नहीं चुकते है और सामने वाले व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार से परेशान करने के लिए उद्ध्वत ह

प्याज के रस से कैसे करे वशीकरण मंत्र टोटका

प्याज से वशीकरण- कोई भी साधक जाने यहां पर कि प्याज से वशीकरण कैसे करें ? हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में रसोई घर में आसानी से उपलब्ध इस चीज का प्रयोग हम अपने खाद्य पदार्थों का स्वाद बनाने के अलावा किसी को वशीकरण करने के लिए भी कर सकते हैं और प्याज से किया गया वशीकरण काफी प्रभावशाली होता है। तो चलिए, आप को भी अवगत करा दें प्याज से वशीकरण कैसे करें के टोटके मंत्र और उपाय से। यह है- १)  “ओम् पवित्रे समागमे सज्जनातारणाय वो नमो नमो अमुक शष्प्याय च फेन्याय च नमः” इस मंत्र का प्रयोग करें प्याज से वशीकरण करने के लिए। इसके लिए सबसे पहले आपको एक गिलास पानी, छोटा प्याज, एक नोकीली चीज नाम लिखने के लिए और लाल कागज की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले प्याज छिल कर उसे पानी में डाले और इस पानी को आप आंच में चढ़ा दे। जब पानी पूरा खौल जाए और प्याज का रस उसमें अच्छी तरह से मिल जाए तो उसे उतार कर छान ले व प्याज को बाहर फेंक दे। जब यह पानी यानि प्याज का रस ठंडा हो जाए तब आप एक नुकीली चीज से कागज पर उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसे आप अपने वश में करना चाहते हैं। फिर उस कागज को लेकर किसी बीच चौराहे पर जाएं और अपने बाएं हाथ

सिद्ध कुंजिका मंत्र साधना वशीकरण प्रयोग

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र से वशीकरण साधना का प्रयोग कर किसी को भी अपने वश में कर सकते है और सिद्ध कुंजिका की सिद्धि द्वारा कोई भी कार्य में सफलता प्राप्त की जा सकती है| मां दुर्गा शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है। उनकी विशेष कृपा हेतु उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है। लेकिन यह पाठ सभी के लिए संभव नहीं है क्योंकि यह काफी वक्त लेता है। इसलिए आज हम यहां पर सिद्ध कुंजिका मंत्र साधना प्रयोग वशिकरण विधि लेकर आए हैं अपने पाठकों के लिए। मां दुर्गा की कृपा पाने हेतु सिद्ध कुंजिका मंत्र भी बहुत लाभदायक सिद्ध होता है। यह विधि अत्यन्त ही कल्याणकारी एवं गोपियां साधना है और जिसके प्रभाव बहुत ही अचूक है तथा इसका फल भी सप्तशती पाठ के अनुरूप ही मिलता है। सिद्ध कुंजिका मंत्र साधना प्रयोग वशीकरण   की विधि है- १) “ओम् ऐं ह्वीं क्लीं कालिके ह्वीं विच्चे”–यह मंत्र सिद्ध कुंजिका मंत्र साधना प्रयोग वशीकरण का एक अभूतपूर्व, गोपनीय एवं अति ही कल्याणकारी मंत्र है। यह किसी को भी अपने वश में कर सकता है और साधक की विभिन्न समस्या को दूर करता है। जैसा कि नाम से ही ज्ञात हो जाता है कि

शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग

यदि कोई शत्रु से परेशान है तो शत्रु वशीकरण मंत्र टोटके प्रयोग उपाय को प्राप्त कर शत्रु बाधा से छुटकारा पाना चाहते है तो शत्रु वशीकरण मंत्र तंत्र का प्रयोग कर इसका समाधान प्राप्त किया जा सकता है | वशीकरण एक अनोखी और अचूक असर वाली विद्या है। इससे कई कार्य भलीभांति संपन्न किए जा सकते हैं। कार्यक्षेत्र की बाधाएं दूर की जा सकती हैं। मनोवांछित परिणाम के लिए लक्ष्य की प्राप्ति को संभव बनाया जा सकता है। क्योंकि इसके प्रयोग से न केवल आपके भीतर आत्मविश्वास मजबूत होगा, बल्कि व्यक्तित्व में गजब का निखार आ जाएगा। किसी का सामना करना हो, किसी के समक्ष अपनी बात रखनी हो, किसी को अपनी बात मनवानी हो, या सामने वाले को कमजोर बनाना हो, तो इसमें वशीकरण के विविध उपायों को अपनाया जा सकता है। खासकर तब जब आप शत्रुओं से तंग आ चुके हों। वशीकरण के उपायों से ही नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों के रूख को विपरीत दिशा में ले जाया जा सकता है। बड़ा से बड़ा, या कहें खरतनाक दुश्मन तक का विनाश किया जा सकता है। वशीकरण करने के कई तरीके बताए गए हैं, जिनमें कुछ मंत्रों के जाप के प्रयोग हैं, तो  कुछ के लिए धार्मिक या तांत्रिक अनु

पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय

अगर आप अपने पति को पराई स्त्री से दूर करना चाहती हैं तो आपको निराश होने की आवश्यता नही है. क्योंकि यहाँ दिए गए अपनी पति को पराई स्त्री दूर करने का उपाय/ सौतन से छुटकारा पाने के उपाय  आपके लिए काफी उपयोगी साबित होंगे.अगर आपका पति पराई स्त्री के रूप यौवन के पीछे दीवाना हो जाए तो आपकी खुशियों को ग्रहण लग जाता है. ऐसे में कोई भी चीज़ आपको सुख नही देती. आपके पास एक ही उपाय होता है कि किसी तरह आप अपनी सौतन से छुटकारा पायें.हालाँकि पुराने समय में एक से अधिक स्त्रियाँ रखने का चलन था. लेकिन अब परिस्थितयां बदल चुकी है और कानून भी बदल चूका है. इसलिए ये सौतन आपके लिए नही मुसीबत खड़ी करे, इससे छुटकारा पा लेना ही बेहतर है.शादी के शुरुआत में तो आपके पति आपसे काफी प्रेम करते हैं. लेकिन 2-3 वर्षों के बाद उनका आपके प्रति आकर्षण कम होने लगता है. अब उनका ध्यान इधर-उधर भटकने लगता है. ऐसे में आपका मन अशांत और परेशान होने लगता है.अगर आस पड़ौस या ऑफिस में खूबसूरत और जवान लड़कियाँ होती हैं तो आपके पति का मन विचलित होने में देर नही लगती. आपकी कोशिश रहती की आपकी सौतन न रहे. लेकिन आज की जीवन शैली और टीवी को देखकर क

शत्रु को भगाने के टोटके उपाय

शत्रु को भगाने के टोटके उच्चाटन मंत्र उपाय- ऐसी मान्यता है की हम लोग कलि-युग में जी रहे हैं।  ज़्यादातर वारदातें इस समय की छापों की साक्षी हैं। आप अगर किसी भी दिन का अख़बार पढ़ लें तो आप को पता लग जायेगा की लोगों में उत्पीड़न और उस उत्पीड़न से जागृत आक्रोश से एक दूसरे के प्रति घृणा कितनी बढ़ गयी है।हम एक दूसरे का गला काटने दौड़ते हैं, पड़ोसियों तक से बात-चीत नहीं रखते जबकि अभी कुछ समय पहले तक इंसान गाँव के हर घर के बारे में सब कुछ जानता था। तो हम एक दूसरे से अलग भी होते जा रहे हैं, यह एक यूरोपी सामाज का प्रभाव भी है।पर इन सब चीज़ों से होने वाली मायूसी और अकेलापन से आखिर होता क्या है? हम बुरे काम करने लगते हैं क्योंकि जैसा कहा जाता है की खाली दिमाग शैतान का घर होता है। तो फिर अगर लोग आप को परेशान कर रहे हैं, मुक़दमाबाज़ी करके या फिर गुंडागर्दी कर के या फिर अभद्रता पे उतर आकर तो कुछ सरल उपाय क्या हैं इन्हें रोकने के?यह कुछ उपाय मैं आपके समक्ष रखता हूँ और आशा करता हूँ की आप इसका सही समय और सही परिस्थिति में ही प्रयोग करेंगे। शत्रु पर विजय के लिए कई तरीके के मंत्र-तंत्र और टोटके होते हैं।उच्चाटन उन

गुरु गोरखनाथ के शक्तिशाली शाबर मंत्र

जब भी कभी किसी साधना का नाम आता है तो अकस्मात ही एक नाम मन में आने लगता है  ” गुरु गोरख नाथ ” | गुरु गोरखनाथ एक ऐसे  तपस्वी हुए है जिनका सम्पूर्ण जीवन साधना व सिद्धियाँ प्राप्त करने में समर्पित हुआ | सभी सिद्ध शाबर मंत्र गुरु गोरखनाथ की ही देन है | गुरु गोरखनाथ को गोरक्ष नाथ भी कहा गया है | गुरु गोरखनाथ के मन्त्रों द्वारा किसी भी प्रकार के रोग ,व्याधि और पीडाओं को दूर किया जा सकता है | गुरु गोरखनाथ के दिए मन्त्रों    का विस्तार से वर्णन कर पाना कठिन है किन्तु यहाँ हम आपको गुरु गोरखनाथ के कुछ शक्तिशाली शाबर मंत्रों की जानकारी देंगें | गुरु गोरखनाथ कौन थे ? :-  गुरु मत्स्येन्द्र नाथ के शिष्य गुरु गोरखनाथ अनेक सिद्धियों के मालिक थे | जो कि नाथ पंथ से गुरु मत्स्येन्द्र नाथ के बाद सबसे प्रभावशाली गुरु हुए है | गोरखपुर शहर का नाम गुरु गोरखनाथ के नाम पर ही है | गोरखपुर में गोरखनाथ जी का समाधि स्थल है जहाँ पूरे विश्वभर से नाथ सम्प्रदाय के लोग और गुरु गोरखनाथ के भक्त उनकी समाधि पर माथा टेकने आते है |गुरु गोरख नाथ के जन्म का ठीक समय का अंदाज़ा लगाना थोडा मुश्किल है क्योंकि उनके जन्म के कोई ठोस

लोना चमारी कौन थी ? लोना चमारी शाबर मंत्र साधना विधि

लोना चमारी साधना बहुत ही शीघ्र फल प्रदान करने वाली मानी गयी है | इस साधना में सिद्धि प्राप्त करने पर साधक हर प्रकार के वशीकरण, भूत-प्रेत से छूटकारा, डाकिनी-शाकिनी से मुक्ति इस प्रकार के हर कार्यो में सफलता प्राप्त करता है | शाबर मन्त्रों में भी लोना चमारी की दुआई का बड़ा महत्व माना गया है | ऐसी मान्यता है कि किसी भी शाबर मंत्र को सिद्ध करते समय लोना चमारी  की दुहाई देने से मंत्र अति शीघ्र सिद्ध होते है |  लोना चमारी कौन थी :- विद्वान जानकारों के मत अनुसार लोना चमारी कई प्रकार की होती है : एक लोना चमारी पंजाब के अमृतसर शहर के चमार गाँव की रहने वाली थी | वह बहुत बड़ी जादूगरनी थी | किसी भी शाबर मंत्र को जाग्रत करने में इस लोना चमारी की दुहाई का बड़ा महत्व था |दूसरी लोना चमारी उतर प्रदेश के जिला सुल्तानपुर के एक ठाकुर की पत्नी थी | वे भी बहुत बड़ी तांत्रिक थी |एक और अन्य लोना चमारी राजस्थान के ददरेवा की रहने वाली थी | यह गोगा जाहरवीर की माता वाशल की दासी थी | गोगा जाहरवीर इन्हें भी अपनी माँ मानते थे | यह जाति से चमार थी इसलिए इन्हें लोना चमारी कहा जाता था | यदि इस लोना चमारी को सिद्ध कर ल

शरीर की रक्षा और घर की रक्षा के लिए शाबर मंत्र

कभी-कभी किसी स्थान आदि के प्रभाव के कारण नकारात्मक शक्तियाँ अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देती है | ये नकारात्मक शक्तियाँ जैसे : नजर के दोष, भूत-प्रेत जैसी ऊपरी बाधा का आना मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति को अपना शिकार बनाती है उसके साथ ही ये शक्तियाँ ऐसे व्यक्तियों के घर पर अपना प्रभाव दिखाती है जहाँ साफ़-सफाई न रहती हो, घर में कलह रहता हो, पाठ-पूजा न होती हो या फिर घर किसी ऐसी स्थान के आस-पास हो जिसके आस-पास नकारात्मक शक्तियों का वास हों |आज हम आपको 2 ऐसे शाबर मंत्रों के विषय में जानकारी देने वाले है जिनके प्रयोग से आप स्वयं पर या परिवार पर एक प्रकार से रक्षा कवच बना सकते है जिसके प्रभाव से नकरात्मक शक्तियां दूर होती है | आप भी इन शाबर मंत्रो के प्रयोग से अपने घर पर रक्षा कवच बना सकते है |स्वयं के शरीर की रक्षा के लिए शाबर मंत्र : – ॐ नमः वज्र का कोठा  जिसमें पिण्ड हमारा पैठा  ईश्वर की कुंजी , ब्रह्मा का ताला  मेरे आठोंयाम का यती हनुमन्त रखवाला |  उपरोक्त शाबर मंत्र को लगातार 21 दिनों तक दीपक जलाकर अपने सामर्थ्य अनुसार अधिक से अधिक जप करें | इसके बाद जब भी आप इस मंत्र को सात बार

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मंत्र- ॐ नमो आदेश गुरु को,दुर्गा माई सत्य की सवाई,आगे चले हनुमंत बीर पीछे चले भैरुनाथ,अष्टभुजी अम्बारानी शत्रु आवे त्रिशूल चलाये,रोग आये सुदर्शन चलाये,बाधा आये तलवार चलाये,जादू आये बाण चलाये,बालक पर कृपा बनाये,इतना मंत्र चौरासी लाख सिद्धो को गोरख ने सुनाया,मेरी भक्ति गुरु की शक्ति,फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा ।।

प्रेम विवाह को सफल बनाने के उपाय

प्रेम विवाह को सफल बनाने के उपाय, यदि आपको प्रेम विवाह में सफलता नही मिल रही है तो इसके कई द्रश्य और अद्रश्य कारण हो सकते हैं| जो आपको दिखाई देता है आप उसका तो हल निकाल सकते हैं लेकिन जो दिखाई नही देता उसका समाधान आप कैसे करेंगे? ऊपर से सब कुछ ठीक दिखाई देता है लेकिन फिर भी आपको प्रेम विवाह में सफलता नही मिल पा रही है तो यहाँ दिए गए प्रेम विवाह को सफल बनाने के उपाय ज़रूर आज़माएँ|प्रेम विवाह को सफल बनाने के उपाय करने के लिए शुक्ल पक्ष के गुरुवार के दिन का चयन करें| इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की तस्वीर या पूर्ति के सामने बैठकर 3 बार यहाँ दिए गए मंत्र का स्फटिक माला जाप करें| मंत्र इस प्रकार है – “ओम लक्ष्मी नारायणाय नमः” इस प्रेम विवाह को सफल बनाने के उपाय को लगातार 3 महीने तक करने से प्रेम विवाह में सफलता मिलती है|भगवान कृष्ण प्रेम के प्रतीक हैं| यदि उनकी पूजा आराधना की जाती है तो वह प्रसन्न होते हैं और प्रेम विवाह को सफल करने में मदद करते हैं| आप नियमित रूप से भगवान कृष्ण की पूजा करें और उन्हें प्रसाद और बांसुरी भेंट करें|यदि आप किसी को पसंद करते हैं लेकिन उसका प्रेम आपको नही

दो लोगों में लड़ाई करवाने का टोटका

दो लोगों में लड़ाई करवाने का टोटका, जिंदगी में कई बार कुछ खास तरह के समझौते भी करने होते हैं। अनैतिकता को दूर करने के लिए अनैतिकता का ही सहारा लेना पड़ता है। सकारात्मक नतीजे पाने के लिए नकारात्मक तरीके अपनाए जाते हैं। यह ठीक उसी तरह होता है जैसे जहर से ही खतरनाक बीमारी के इलाज के लिए दवाइयां बनाई जाती हैं। पति और पत्नी के मधुर संबंध के बीच बाधा नहीं आने पाए। किसी की दखलंदाजी से दांपत्य जीवन में तनाव या कलह का वातावरण नहीं बनने पाए। पत्नी का किसी गैर पुरुष के साथ नाजायज संबंध नहीं बना पाए, या फिर पति का किसी अन्य स्त्री के प्रति झुकाव नहीं बढ़ेइस तरह की बातें आजकल सामान्य हो गई हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए दो लोगों में लड़ाई करवाने के तांत्रिक या टोटके का उपाय किया जा सकता है। कहने का अर्थ यह कि अचूक और असरदार टोटके अपनाकर दो इंसानों को अलग करवाकर संबंध की प्रगाढ़ता बनाए रखी जा सकती है।पति या पत्नी का नाजायज रिश्ता: मौजूदा स्त्री-पुरुष के आसानी से आपस में मिलने के दौर में पति का किसी अन्य स्त्री के साथ नाजायज संबंध बनाया जाना काफी सहज हो गया है। पति का किसी के वशीभूत होने पर पत्नी हमेशा