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अप्रैल, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ये उपाय अपनाने से दुश्मन भी बन जाते हैं दोस्त

घर हो या दफ्तर, सकारात्मक ऊर्जा का वहां होना बेहद जरूरी है। हमारे घर या कार्यक्षेत्र में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा हम पर तो दुष्प्रभाव डालती ही है, साथ ही हमारे रिश्तों में कड़वाहट भी घोल देती है। अपनों को भी हमसे दूर कर देती है और शत्रुओं को हावी होने का अवसर प्रदान कर देती है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपायों को जिससे शत्रु तो परास्त होंगे ही साथ ही हमसे दूर हो गए अपने भी करीब आ जाएंगे। घर या दफ्तर के मुख्य द्वार पर सूंड ऊपर किए हाथियों के जोड़े की प्रतिमा रखें। इससे परिवार में सौभाग्य और रिश्तों में मजबूती आती है। शत्रु पक्ष पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं तो कहा जाता है कि हाथी के महावत को शनिवार की शाम अंकुश भेंट करें। घर में कभी भी जंगली जानवरों के फोटो नहीं रखने चाहिए। महाभारत से जुड़ा कोई चित्र भी घर में नहीं रखें।  अगर आप मानसिक रूप से परेशान हैं तो घर में अगरबत्ती जलाएं। इस बात का ध्यान रखें कि नुकीले चीजें जैसे कैंची, चाकू आदि कभी भी इस प्रकार से नहीं रखें कि उनका नुकीला सिरा बाहर की ओर हो। घर का कोई भी रैक खुला नहीं होना चाहिए। उसमें पल्ले जरूर होने चाहिए। कर्ज से मुक्ति चाहते

चावल के ये उपाय, दरिद्रता को कहेंगे बॉय-बाॅय

शास्त्रों के अनुसार जब भी कोई पूजन किया जाता है तो उसमें मुख्य रूप से गुलाल, मौली, सिंदूर, हल्दी, अबीर, अक्षत आदि प्रयोग में लाए जाते हैं। इस लेख में हम बात करेंगे अक्षत यानि चावलों की, आईए जानें पूजन सामग्री में उनका क्या महत्व है? अक्षत यानि चावल। अक्षत का अर्थ होता है जो टूटा न हो। किसी भी प्रकार की पूजा आदि में अक्षत का होना अनिवार्य माना जाता है क्योंकि यह पूर्णता का प्रतीक है। तभी तो किसी के मस्तक पर तिलक लगाकर उस पर अक्षत जरूर लगाया जाता है। अक्षत का उपयोग घर की दरिद्रता भी दूर कर सकता है। आईए जानें अक्षत से कैसे पाए जा सकते हैं ढेरों लाभ- धन की कमी को दूर करने के लिए पूर्णिमा के बाद आने वाले सोमवार को भगवान शिव के मंदिर में जाएं। ध्यान रखें, मंदिर में चहल-पहल न हो, चारों तरफ शांति होनी चाहिए। अपनी शक्ति के अनुसार चावल ले जाकर शिवलिंग का स्पर्श करवाएं, अब उसमें से एक मुट्ठी उन पर चढ़ा दें। बाकी के बचे चावल किसी जरूरतमंद को दान कर दें अथवा शिवालय में ही छोड़ आएं। गाय को मीठे चावल खिलाने से मनचाही नौकरी मिलती है और अॉफिस में चल रही सभी समस्याओं का हल होता है। मनचाहे धन की

स्त्री या पुरुष के मन और शरीर को वश में करने के लिए घर पर करें शास्त्रीय उपाय

स्त्री या पुरुष के मन और शरीर को वश में करने के लिए घर पर करें शास्त्रीय उपायपरमेश्वर ने अपने प्रकृति स्वरूप में लिंग भेद कर स्त्री व पुरुष की उत्पत्ति करी ताकि संसार में प्रणय के आधार पर सृजन व प्रजनन हो पाए। परमेश्वर ने स्त्री-पुरुष को एक-दूसरे का पूरक बनाया है, जिसके चलते उनके बीच आत्मिक, मानसिक व शारीरिक आकर्षण विकसित होता है। वैज्ञानिक आधार पर भी विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण उत्पन्न होना स्वाभाविक है। विज्ञान के अंतर्गत आकर्षण के सिद्धांत को (Law Of Attraction) कहा गया है। आकर्षण का सिद्धांत नया नहीं है। आदिकाल से आकर्षण के सिद्धांत को हमारे ऋषि-मुनियों ने समझाया है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों के चुम्बकीय प्रभाव ही विचारों की आवृति को बदलते हैं क्योंकि हम सभी जीव प्रकृति के ही अंश हैं। हमारे अंदर भी प्रकृति के कई खनिज मौजूद हैं।  तंत्र शास्त्र में आकर्षण के अनेक प्रयोग बताए गए हैं। आकर्षण के प्रयोग मानव की मनोवैज्ञानिक स्थितियों को ध्यान में रखकर बनाये गए थे। तंत्र शास्त्र में वर्णित आकर्षण के प्रयोग सफल विवाहित जीवन की नींव भी साबित होते है। आकाश में बिखरी हुई

विवाह बाधा दूर करने के लिए

विवाह बाधा दूर करने के लिए  कन्या को चाहिए कि वह बृहस्पतिवार को व्रत रखे और बृहस्पति की मृत्यु के साथ पूजा करे।  इसके अतिरिक्त पुखराज या सुनैला धारण करे।  छोटे बच्चे को बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र दान करे।  लड़के को चाहिए कि वह हीरा या अमेरिकी जर्कन धारण करे और छोटी बच्ची को शुक्रवार को श्वेत वस्त्र दान करे।  किस महीने में जन्मी महिला कैसी?  ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महिलाओं की स्वभाव उनके जन्म के मास से भी जाना जा सकता है।  हम हम क्र से इन हिंदी मासों मे जन्म लेने वाली महिलाओं के स्वभाव की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं। चैत्र मास: चैत्र मास में जन्म लेने वाली स्त्री वक्ता, होशियार, क्रोधी स्वभावी, रतनों नेत्रि, सुंदर रूप- गोरे रंग, धनवान, पुत्रवती और सभी सुखों को पाने वाला होता है।  वैशाख मास: वैशाख मास में जन्म लेने वाली महिला स्त्री पतिवता, कोमल स्वभाव, सुंदर हृदय, बड़े नेत्रों, धनवान, क्रोध करने वाला और मितव्ययी होता है।  ज्येष्ठ मास: ज्येष्ठ मास में पैदा होने वाली स्त्री बुद्धिमान और धनवान, तीर्थ स्थान को जाने, काम में कुशल और अपनी पति की प्यारी होती है।  आषाढ़ मास:

सफलता प्रा प्ली के लिए:

  सफलता प्रा प्ली के लिए: 6. किसी भी काम की सिद्धि के लिए समय समय घर से निकलने से पूर्व ही अपने हाथ में रोटी ले लो।  मार्ग में जहां भी कौए दिखलाई दे, उस रोटी के टुकड़े कर के डाल दें और आगे बढ़ो।  इससे सफलता प्राप्त होता है। 23. किसी भी आवश्यक कार्य के लिए घर से निकलते समय घर की देहली के बाहर, पूर्व दिशा की ओर, एक मुट्ठी घुड़सवार को रख कर अपना कार्य बोलते हुए, उस पर बलपूर्वक पैर रखो, कार्य करने के लिए निकल जाओ, तो अवश्य ही कार्य में सफलता मिलती है।  24. अगर किसी काम से जाना हो, तो एक नींबू ले लो।  उसपर 4 लौंग गाड़ और इस मंत्र का जाप करें: 'श्री हनुमते नम:'।  21 बार जाप करने के बाद उसको साथ ले कर जाओ।  काम में किसी प्रकार की बाधा नहीं आगी।  25. चुटकी भरनांग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें।  प्रात: काल तीन हरी इलायची को दाएं हाथ में रखकर "श्रीं श्रीं'' बोलें, उसे खाओ, फिर बाहर बाहर जाओ।  प्रामाणिक सोकर उठने के बाद नियमित रूप से अपने हथेलियों को ध्यानपूर्वक देखें और तीन बार चूहे।  ऐसा करने से हर कार्य में सफलता मिलती है।  यह क्रिया शनिवार से शुरू करें

धन के ऊपर

धन के ऊपर धन एक गौड साधन है, बिना धन के ज्ञानी व्यक्ति भी बेकर दिखता है, बिना धन के किसी प्रकार की शक्ति भी आस्तिकहीन होता है, आज के युग में देखो देखो धन की तरफ भाग रहा है, और धन के लिए कितना गलत काम करता है जा रहे हैं, भाई भाई का दुश्मन बना बैठा है, बाप बेटे को धन के लिए छोड दिया जाता है, पत्नी धन के लिए पति की हत्या करवाते हैं, आदि तरीके लोग धन के लिए अपना रहता है, अगर धन को ईश्वरीय शक्ति से प्राप्त किया जा  É, तो वह धन अधिक संपत्ति और अच्छे कामों में खर्च होने वाला होता है, और जो भी खर्चा किया जाता है वह मानसिक और शारीरिक उत्तेजना के सुखदायक है, तामसी कारणों से लोगों को लूट खसोट कर प्राप्त किया जाता है धन हमेशा बुरे कामों में ही खर्च होता है, धन तो खर्च होता है, लेकिन हमेशा के लिए दुखदाई भी हो जाता है।  सही तरीके से और ईमानदारी से धन कमाने के लिए ईश्वरीय शक्ति की जरूरत पड़ती है, ईश्वरीय शक्ति प्राप्त करने के लिए ईश्वर में आस्था बनानी पडती है,  और आस्था बनाने के लिए नियमित रूप से उपाय करने के लिए है, नियमित रूप से उपाय करने के लिए खुद को प्रयासरत रखना पड़ता है। आइये आप कुछ सहज में

काला जादू टोना टोटका और तांत्रिक आक्रमण

काला जादू टोना टोटका और तांत्रिक आक्रमण येह सच है कि इस तरह के आक्रमण कोई करीबी सदस्य या घर में आने जाने वाला कोई ऐसा व्यक्ति ही कर सकता है जो बिना रोक टोक घर में आ जा सके | अधिकतर मामले ऐसे ही होते हैं जब कोई अपना ही किसी निजी स्वार्थ के लिए काले जादू या टोने टोटके का प्रयोग करता है | यहाँ पर यह जानना आवश्यक है कि वह व्यक्ति कौन है और आपकी क्या चीज ऐसी है जो कि शरीर पर आप पहनते थे और अब आपके पास नहीं है | जूता, चप्पल, कपडा या कुछ और, कुछ भी हो सकता है | अब कोई मदद करे इससे पहले देखिये कि काले जादू, तांत्रिक आक्रमण की तीव्रता क्या है | यदि कम है तो इलाज हो सकता है और यदि अधिक है और समय भी बहुत हो गया है तो बेहद मुश्किल | जो भी मदद करेगा वह भी चपेटे में आ जायेगा | यह सर्वविदित है | क्या लक्षण हैं आपको काले जादू से ग्रस्त व्यक्ति के पास बैठने से ही डर लगने लगेगा | यदि तीव्रता कम है तो स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है या कोई गंभीर बीमारी लग जाती है और टेस्ट में कुछ भी नहीं आता | मेडिकल विज्ञान असहाय सा मालूम होता है | कल्पना कीजिये कि किसी ठीक ठाक व्यक्ति को यदि heavy dose  दे दी जाए तो

संतान होने और नहीं होने की पहचान करना

संतान होने और नहीं होने की पहचान करना  पुरुष और स्त्री के दाहिने हाथ मे साफ़ मिट्टी रख कर उसके अन्दर थोडा दही और पिसी शुद्ध हल्दी रखनी चाहती है, यह काम रात से पहले से करना चाहते हैं, सुबह अगर समुद्र के हाथ में हल्दी का रंग लाल हो गया है तो संतान आने का समय है, स्त्री के हाथ में लाल है और पुरुष के हाथ में पीली है तो स्त्री के अंदर कामवासना अधिक है, पुरुष के हाथ में लाल हो गया है और स्त्री के हाथ में  ं नही तो स्त्री रति सम्बन्धी कारणों से ठंडी है  , और संतान पैदा करने में असमर्थ है, कुछ समय के लिये रति क्रिया को बंद कर देना चाहिये  । * चार वीरवार को 900 ग्राम जौं चलते जल में बहाए |  * वीरवार का व्रत भी रखना शुभ इच्छा |  * राधा कृष्णजी मंदिर में शुक्ल पक्ष के वीरवार या जन्माष्टमी को चान्दी की बांसुरी चढाये |  * लाल या भूरी गायें को आट्टे का पेढा और पानी दे |  उपाय मन से करने से मनोकामना पूरण इच्छा |  घर में खुशहाली परि और दुकान की उन्नति  के लिए  :  शांति रखने के लिए:  बुधवार को मिट्टी के निर्माण एक शेर को उसके गले में लाल चुन्नी बांधकर और लाल टीका लगाकर माता के मंदिर में रखो और माता को

शादी करने का अनुचित उपाय

शादी करने का अनुचित उपाय  पुरुषों को विभिन्न रंगों से महिलाओं की तस्वीरें और महिलाओं को लाल रंग से पुरुषों की तस्वीर सफ़ेद कागज पर रोजाना तीन महिने तक एक एक बनानी चाहिये। अगर लड़की की उम्र निकली जा रही है और सुयोग्य लड़का नहीं मिल रहा है।  रिश्ता बनता है फिर टूट जाता है। या फिर शादी में अनावश्यक देरी हो रही हो तो कुछ छोटा-छोटा सिद्धांत टोट्स से इस दोष को दूर किया जा सकता है।  ये टोटके अगर पूरे मन से विश्वास कर अपनाए घुमाओ इनका फल बहुत कम समय में मिल जाता है।  जानिए क्या हैं ये टोटके: -  1. रविवार को पीले रंग के कपड़े में सात सुपारी, हल्दी की सात गांठें, गुड़ की सात डलियां, सात पीले फूल, चने की दाल (करीबी 70 ग्राम), एक पीला कपड़ा (70 सेमी), सात पीले सिक्के और एक पंद्रह का यंत्र माता पार्वती का पूजन कर चालीस दिन तक घर में रखना।  विवाह के निमित्त मनोकामना।  इन चालीस दिनों के भीतर ही विवाह के आसार बनने लगेंगे।  2. लड़की को गुरुवार का व्रत करना चाहिए।  उस दिन कोई पीली वस्तु का दान करे।  दिन में न सोए, पूरे नियम संयम से रहना। 3. सावन के महीने में शिवजी को रोजाना बिल्व पत्र चढ़ाए।  बिल्व पत्

शत्रु मारण प्रयोग -

जय महाकाल मित्रों आज के दौर में हर प्रकार की स्पर्धा हो गयी हैं , एक दूसरे से आगे बढ़ने  की होड़ लगी हुई हैं ,ऐसे ही जीवन शैली के चलते व्यक्ति के दुश्मन , यानी शत्रुओं का बढ़ना लाजमी हैं , और जब शत्रु बढ़ जाते तब उनका निबटारा करना भी जरुरी हैं। .. मितरो यहाँ जो मंत्र दिया जा रहा हैं वह मंत्र एक बहोत ही शक्ति शाली मंत्र हे। . अगर ना हक़ किसी पर प्रयोग करोगे। .. तो तुम्हारा अपना विनाश तय होगा इसमें कोई संशय नहीं। .. क्यों की जब मारन मंत्र चलता हैं। .. तो दीखता नहीं। .. मगर मेहसूस  जरूर किया जाता हैं| जैसे  की सांसे बंद हो रही हैं , और दिल की धड़कन बढ़ रही हैं , पसीने छूटरहे  हैं , हाथ पैरों में कम्पन होना  इत्यादि इसके लक्षण के पश्चात् व्यक्ति की मौत निश्चित हैं। .. मित्रो इस प्रकार के मन्त्रों को चलाने से पहले अपने गुरु का मार्गदर्शन अवश्य  ले और उनके निर्देशन  में ही इस साधना को करे। .. अन्यथा स्वयं के हानि के जिम्मेदार आप  खुद होंगे  काल रात्रि  का मारण मंत्र-  ॐ  काली काली महाकाली, इंद्र की बेटी बम्हा की साली, जा बैठी पीपल की डाली हाली हिलावे घाली घलाव , मेरा चोर हरामखोर हार की थाली

. वैवाहिक सुख के लिए:

. वैवाहिक सुख के लिए:  कन्या का विवाह हो जाने के बाद उसके घर से विदा समय समय एक लोटे में गंगाजल, थोड़ी सी हल्दी और एक पीला सिक्का डालकर उसके आगे फेंक दें, उसका वैवाहिक जीवन सुखी रहगा।  शुक्र ग्रह की शान्ति के  ग्रहों में  शुक्रवार  को विवाह और वाहन का कारक ग्रह कहा गया है (इसलिये + वाहन दुर्घटना से बचने के लिए भी यह उपाय किया जा रहा है। शुक्र  के उपाय करने से वैवाहिक सुख की प्रस्तुति की संभावनाएं बनती है। से जुडे मामलों में भी यह उपाय लाभकारी रहता है। शुक्र की वस्तु से स्नान (शुक्र से संबंधित उत्पादों का उपयोग करने  से स्नान करें ग्रह की वस्तु से स्नान करना उपवासों के अंत में होता है। शुक्र का स्नान उपाय करते समय जल में बडी इलायची डालकर उबाल कर इस जल को स्नान के पानी में मिलाया जाता है (फोड़ा पानी में बड़ा इलायची और स्नान के पानी में मिलाएं)। इसके बाद इस पानी से स्नान किया जाता है। स्नान करने से वस्तु का प्रभाव व्यक्ति पर प्रत्यक्ष रुप से छेदता है। और शुक्र के दोषों का निवारण होता है।  यह उपाय समय व्  यक्ति को अपनी शुद्धता का ध्यान रखना चाहिए। और उपाय करने की अवधि शुक्रवार देव का ध्य