सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जुलाई, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

स्वास्थ्य के लिये टोटके

स्वास्थ्य के लिये टोटके 1॰ सदा स्वस्थ बने रहने के लिये रात्रि को पानी किसी लोटे या गिलास में सुबह उठ कर पीने के लिये रख दें। उसे पी कर बर्तन को उल्टा रख दें तथा दिन में भी पानी पीने के बाद बर्तन (गिलास आदि) को उल्टा रखने से यकृत सम्बन्धी परेशानियां नहीं होती तथा व्यक्ति सदैव स्वस्थ बना रहता है। 2॰ हृदय विकार, रक्तचाप के लिए एकमुखी या सोलहमुखी रूद्राक्ष श्रेष्ठ होता है। इनके न मिलने पर ग्यारहमुखी, सातमुखी अथवा पांचमुखी रूद्राक्ष का उपयोग कर सकते हैं। इच्छित रूद्राक्ष को लेकर श्रावण माह में किसी प्रदोष व्रत के दिन, अथवा सोमवार के दिन, गंगाजल से स्नान करा कर शिवजी पर चढाएं, फिर सम्भव हो तो रूद्राभिषेक करें या शिवजी पर “ॐ नम: शिवाय´´ बोलते हुए दूध से अभिषेक कराएं। इस प्रकार अभिमंत्रित रूद्राक्ष को काले डोरे में डाल कर गले में पहनें। 3॰ जिन लोगों को 1-2 बार दिल का दौरा पहले भी पड़ चुका हो वे उपरोक्त प्रयोग संख्या 2 करें तथा निम्न प्रयोग भी करें :- एक पाचंमुखी रूद्राक्ष, एक लाल रंग का हकीक, 7 साबुत (डंठल सहित) लाल मिर्च को, आधा गज लाल कपड़े में रख कर व्यक्ति के ऊपर से 21 बार उसार कर इसे

व्यापार वृधि के लिए

व्यापार वृधि के लिए १. यदि परिश्रम के पश्चात् भी कारोबार ठप्प हो, या धन आकर खर्च हो जाता हो तो यह टोटका काम में लें। किसी गुरू पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन प्रात: हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें। श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे “संकटनाशन गणेश स्तोत्र´´ के 11 पाठ करें। तत्पश्चात् इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रूपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ रख कर दाहिने मुख के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं। फिर यह थैली तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दें। गरीबों और ब्राह्मणों को दान करते रहे। आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा। 1 साल बाद नयी थैली बना कर बदलते रहें। 2॰ किसी के प्रत्येक शुभ कार्य में बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में सिंदूर का चोला चढ़ा कर “बटुक भैरव स्तोत्र´´ का एक पाठ कर के गौ, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रूचि का पदार्थ खिलाना चाहिए। ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी। 3॰ रूके हुए कार्यों की सिद्धि के लिए यह प्रयोग बहुत ही लाभदायक है। गणेश चतुर्थी को गणेश जी

बुद्धि और ज्ञान

बुद्धि और ज्ञान १.  माघ मास की कृष्णपक्ष अष्टमी के दिन को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में अर्द्धरात्रि के समय रक्त चन्दन से अनार की कलम से “ॐ ह्वीं´´ को भोजपत्र पर लिख कर नित्य पूजा करने से अपार विद्या, बुद्धि की प्राप्ति होती है। 2॰   उदसौ सूर्यो अगादुदिदं मामकं वच:। यथाहं शत्रुहोऽसान्यसपत्न: सपत्नहा।। सपत्नक्षयणो वृषाभिराष्ट्रो विष सहि:। यथाहभेषां वीराणां विराजानि जनस्य च।। यह सूर्य ऊपर चला गया है, मेरा यह मन्त्र भी ऊपर गया है, ताकि मैं शत्रु को मारने वाला होऊँ। प्रतिद्वन्द्वी को नष्ट करने वाला, प्रजाओं की इच्छा को पूरा करने वाला, राष्ट्र को सामर्थ्य से प्राप्त करने वाला तथा जीतने वाला होऊँ, ताकि मैं शत्रु पक्ष के वीरों का तथा अपने एवं पराये लोगों का शासक बन सकूं। 21 रविवार तक सूर्य को नित्य रक्त पुष्प डाल कर अर्ध्य दिया जाता है। अर्ध्य द्वारा विसर्जित जल को दक्षिण नासिका, नेत्र, कर्ण व भुजा को स्पर्शित करें। प्रस्तुत मन्त्र `राष्ट्रवर्द्धन´ सूक्त से उद्धृत है। ३॰  बच्चों का पढ़ाई में मन न लगता हो, बार-बार फेल हो जाते हों, तो यह सरल सा टोटका करें- शुक्ल पक्ष के पहले बृहस्पतिवार को सूर्य

दाम्पत्य जीवन में मधुरता

दाम्पत्य जीवन में मधुरता : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऊपर बताये गये कारण जिनसे एक दंपति के जीवन में संकट आने की संभावनाएं होती है किन्तु आप अपने दाम्पत्य जीवन को सुखद बनाये रखने के उपाय भी जरुर अपनाये. जिससे आप दोनों के बीच के प्रेम में मधुरता आये और आप हर संकट का मिल कर सामना कर सको. अपने दाम्पत्य जीवन में मधुरता भरने के लिए आप निमंलिखित उपायों को अपना सकते हो. सकारात्मक नजरिया :  अगर आपका नजरिया हमेशा नकारात्मक होता है तो आपको हर कार्य में कुछ न कुछ गलत दिख ही जाता है, यहाँ तक आप सकारात्मक में भी नकारात्मक को खोजने लगते हो. ये नकारात्मकता आपके दाम्पत्य जीवन को भी प्रभावित करती है और धीरे धीरे आपके मन में आपके साथी को लेकर असंतोष पैदा होने लगता है. इसके विपरीत अगर आप सिर्फ अच्छी बातो पर गौर करने लगो तो आपको हमेशा अच्छा ही अच्छा दिखाई देता है और आपके साथ भी हमेशा अच्छा ही होता है. मनोवैज्ञानिको के अनुसार कहा जाता है कि आप क्या देखना चाहते हो ये आप पर निर्भर करता है. एक सफल दम्पति हमेशा सकारात्मक नजरिये को अपनाते है और वे एक दुसरे की अच्छी बातो पर ज्यादा गौर करते ह. इसलिए उनके जीवन

चमत्कारी यक्षिणी साधना

चमत्कारी यक्षिणी साधना यक्षिणी साधना की शुरुआत भगवान शिव जी की साधना से की जाती हैं. यक्षिणी साधना को करने से साधक की मनोकामनाएं जल्द ही पूर्ण हो जाती हैं तथा इस साधना को करने से साधक को दुसरे के मन की बातों को जानने की शक्ति भी प्राप्त होती हैं, साधक की बुद्धि तेज होती हैं. यक्षिणी साधना को करने से कठिन से कठिन कार्यों की सिद्धि जल्द ही हो जाती हैं. यक्षिणी साधना के प्रकार यक्षिणी साधना 14 प्रकार की होती हैं जिनकी जानकारी निम्नलिखित दी गई हैं – 1. महायक्षिणी 2. सुन्दरी 3. मनोहरी 4. कनक यक्षिणी 5. कामेश्वरी 6. रतिप्रिया 7. पद्मिनी 8. नटी 9. रागिनी 10. विशाला 11. चन्द्रिका 12. लक्ष्मी 13. शोभना 14. मर्दना                                                                                           यक्षिणी साधना को करने का शुभ दिन  – ज्योतिषों के अनुसार यदि आषाढ़ माह में शुक्रवार के दिन पूर्णिमा हैं तो यक्षिणी साधना को करने का सबसे शुभ दिन अगले सप्ताह में आने वाला गुरुवार हैं इसके अलावा यक्षिणी साधना को करने की शुभ तिथि श्रावण मास की कृष्ण पक्ष प्रतिपदा ह

टोने-टोटके, तंत्र-मंत्र जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति दिलाते हैं

दस महाविद्यायों में पहली शक्ति का नाम है मां काली। मां काली के बहुत से रूप हैं जिनमें महाकाली, शमसान काली, गुहय काली, भद्र काली, काम काली, दक्षिण काली मुख्य हैं। माता सती ने जब भगवान शिव को रोकने के लिए अपने रुप का विस्तार किया तो पहला रूप मां काली का था इसलिए इन्हें आद्य शक्ति कहा जाता है।  शनिवार के दिन मां काली को प्रसन्न करने के लिए जातक तंत्र-मंत्र को अपना कर शत्रुओं पर विजय पाने, गृह शांति बढ़ाने तथा जीवन में आ रही कई तरह की बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए विचित्र टोने-टोटके करते हैं। जातक को मां काली असीम आशीष , सुख-संपन्नता, वैभव व श्रेष्ठता प्रदान करती है एवं उनके राग, द्वेष, विघ्न आदि भस्म कर देती हैं। शनिवार की सुबह शुद्ध होने के पश्चात सात, ग्यारह या इक्कीस नींबूओं की माला अपने हाथों से बना कर मां काली के मंदिर में ले जाएं और अपने हाथों से देवी मां को पहनाएं। माला पहनाने के बाद मां के मस्तक पर गुलाब के फूल बरसाएं और लाल गुलाब की माला पहनाएं। मां काली को गुड़ बहुत प्रिय है। अत प्रशाद के रूप में गुड़ का भोग लगाने के पश्चात प्रशाद को वहां उपस्थित भक्तों में बांट दें।  अगर इतना क

नारियल के चमतकारी टोटके

नारियल हिदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। नारियल को शुभ कामों में प्रयोग में लाया जाता है। नारियल एक पवित्र और कल्याणकारी फल है। हवन, देव पूजन और कलश स्थापना में नारियल का ही प्रयोग होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार नारियल वास्तु दोष को खत्म करता है और घर में सकारात्मक उर्जा को भी लाता है। नारियल के कुछ उपाय करके आप अपनी जिंदगी बदल सकते हैं। नारियल सिद्ध चमतकारी टोटके गरीबी दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके मां लक्ष्मी और गणेश जी मूर्ति के सामने एक नारियल रखकर उनकी पूजा करें। और बाद में इस नारियल को अपनी तिजोरी में रख दें। और शाम के समय में इस नारियल को किसी मंदिर में रख दें। एैसा आप नियमित पांच शुक्रवार करें।इस उपाय को करने से गरीबी व धन की कमी दूर होती है। कारोबार या व्यापार में घाटा  यदि आपको आपके कारोबार आचानक से कमी लग रही हो या चलता चलता काम रूक गया हो तो सवा मीटर पीले कपड़े में एक जटा वाला नारियल ए जनेउ और थोड़ी सी मिठाई आदि को विष्णु भगवान को अर्पित कर दें। इस उपाय से व्यापार तरक्की करने लगेगा। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए यदि कर्ज से परेशा

माथे की लकीरें – जाने भविष्य और कितनी है उम्र

शास्त्रों में सबसे प्रमख शास्त्र है सामुद्रिक शास्त्र। जिस तरह से हाथों की रेखाओं का महत्व होता है ठीक वैसे ही महत्व माथे की रेखाओं का भी होता है। माथे का आकार, रंग और ललाट इंसान की उम्र के बारे में बताते हैं। माथे से कैसे पता चलता है इंसान की उम्र का आइये जानते हैं। सबसे पहले जानते हैं कितने तरह के मस्तकों के बारे में हमें सामुद्रिक शास्त्र में बताया गया है। चेहरे की ही तरह होता है सामान्य मस्तक। इस तरह के माथे पर रेखाएं आसानी से दिख जाती हैं निम्न मस्तक इस तरह का मस्तक हल्का काला और थोड़ा अंदर की तरफ धंसा हुआ होता है। जिस वजह से इसमें रेखाएं साफ तरह से नहीं दिखाई देती है। उच्च मस्तक यह मस्तक चिकना और उपर उठा हुआ होता है। इस तरह के माथे पर रेखाएं आसानी से दिख जाती हैं।माथे की रेखाएं क्या कहती हैं। आइये जानते हैंसामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस इंसान के माथे पर दो पूरी रेखाएं दिखती है उस इंसान की उम 60 तक हो सकती है।इसके अलावा इस तरह के लोग जीवन में बहुत नाम कमाते हैं। पैसों की कमी इन लोगों को नहीं रहती है। यदि माथे की ये दो रेखाएं कटी हुई होती हैं तो इंसान पूरे जीवन हमेशा परेशान रहता

पान के पत्ते के टोटके

पान को हिंदू धार्मिक शास्त्रों में पवित्र माना जाता है। किसी भी तरह के शुभ कामों में पान के पत्तों को प्रयोग किया जाता है। पूजा व पाठ में पान के पत्तों को बहुत अधिक महत्व होता है। शनिवार या मंगलवार के दिन आप एक पान जिसमें गुलकंद, सौंफ और कत्था डला हुआ हो इसे हनुमान जी को चढ़ाएं।और अपने मन में अपनी सफलता की कामना करें। एैसा करने से आपकी जीवन की मुख्य समस्या खत्म हो जाएगी।होलिका दहन के समय में घर के हर इंसान को देसी घी में भिगोया हुआ बताशा औरलौंग और एक पान का पत्ता चढ़ाएं। और इसके बाद होलीका की 11 परिक्रमा करके इसमें एक सूखा हुआ नारियल चढ़ा दें।इस उपाय से घर पर कभी किसी के पास पैसों की कमी नहीं रहती है। और घर का माहौलशांति में रहता है। तांत्रिक असर खत्म करने के लिए यदि किसी ने आपके घर या कार्यस्थल पर किसी भी तरह का कोई काला जादू या तंत्र किया है तो आप साबुत डंडीदार आठ पान के पत्ते और पांच पीपल के पत्तों को एक धागे से बांध दें और अपने घर या दुकान पर पूर्व दिशा में इसे बांध दें।इस उपाय को कम से कम 5 शनिवार तक लगातार करना है। सुखे हुए पत्तों को बहते हुए जल में प्रभावित कर दें। रूके हुए काम य

कपूर और लौंग के फायदे

कपूर का हम इस्तेमाल खास तौर पर हम पूजा और अपने सौन्दर्य के लिए करते हैं। कपूर एक उड़नशील द्रव्य होता है, जो पूजा के बाद आरती में लिया जाता है। इसकी सुंगंध से सारा वातावरण शुद्द हो जाता है। इससे हमारे मन के साथ साथ मस्तिष्क को भी बहुत ही शान्ति का एहसास होता है।  वैसे ही लौंग का इस्तेमाल हम अपनी कई दवाईयों के रूप में करते हैं, यह हमें जुकाम से लेकर कैंसर तक की बीमारी से बचाती है। जब भी हमारे मुंह में छालें हो जाते हैं या दांत में दर्द होता है, तो इसे अपने दांत में रखने से दर्द खत्म हो जाता है। इसके साथ हम कपूर और लौंग का इस्तेमाल और भी तरीके से करते हैं जैसे कि…                                          1.यदि आप की शादी में किसी प्रकार का कोई विलम्ब हो रहा हो तो कपूर और लौंग लें। इसमे हल्दी और चावल मिलाकर माँ दुर्गा को आहुति देने से आप की अडचने दूर ही जाएंगी।2.पूजा के बाद आरती करते समय कपूर में दो लौंग डालकर आरती करने से आपका हर काम आसान हो जाएगा और आप के काम में किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं आएगी।3.हम देखते हैं कि कई बार व्यक्ति जो काम नहीं करना चाहता। उसे वो काम भी करना पड़ता है ऐसा करे

उल्लू आपको बनाता है धनवान

उल्लू वैसे तो बहुत कम ही दिखाई देता है लेकिन इससे जुड़ी हुई कई एैसी मान्यताएं हैं जो आपको धनवान बना सकती है। साथ ही साथ आपके जीवन में चल रही कई परेशानियों का भी अंत कर देती हैं।एैसी मान्यता है कि जिस इंसान की नजर उल्लू से मिल जाती है उस इंसान के पैर जमीन पर नहीं टिकते हैं। धन की देवी लक्ष्मी का वाहन है उल्लू यदि रात के समय में उल्लू आपकी चारपाई में बैठ जाए तो समझ लें उस इंसान की शादी जल्दी होने वाली है। पूर्व की दिशा में सुबह के समय उल्लू दिखाई दे या फिर उसकी आवाज सुनाई दे तो समझें कि आपको धन मिलने वाला है। या फिर आपको अचानक से धन प्राप्त हो सकता है।किसी रोगी को छूते हुए यदि उल्लू गुजर जाए या उसके उपर से ही उड़ता हुआ चला जाए तो समझ लें कि वह इंसान भंयकर से भंयकररोग से भी ठीक हो जाएगा। प्राचीन मान्यता के अनुसार यदि उल्लू किसी की छत पर बैठकर आवाज करता है तो इससे घर के किसी सदस्य की मौत हो सकती है।एक बात और ध्यान देने की है कि वह है उल्लू से जुड़ी कुछ अंधविश्वास की बातें। इन पर आप ध्यान ना दें जैसेउल्लू के पंजे, हड्डियां, मांस और पंख से उसकी तावीज बनाई जाती हैउल्लू का दाहिनी तरफ देखना या ब

इन 7 टोने-टोटके और तंत्र-मंत्र की चमत्कारिक काट ये हैं आसान से उपाय

टोने-टोटके करने तथा लोगों का गलत फायदा उठाने की न्यूज़ इधर उधर से काफी आती रहती है। तंत्र शास्त्र के हिसाब से वशीकरण (के टोने-टोटके) का असर होने पर आदमी कुछ अलग ही तरह से बर्ताव करने लगता है। इन व्यवहार के आधार पर सरलता से उसके वशीकरण को की पहचान की जा सकती है और उसे खत्म किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले तो हमें यह समझना पड़ता है कि वशीकरण के ये संकेत क्या हैं और किस संकेत पर क्या उपाय करना चाहिए। आइए जानते हैं ऐसे ही वशीकरण तोड़ने के कुछ आसान से उपाय. वशीकरण या तंत्र-मंत्र होने का पहला संकेत - अक्सर बीमार रहना वशीकरण तोड़ने का उपाय इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है कि सफेद आंकडे का पौधा घर में लगाएं तथा इस पौधे की जड़ को गले में बांध लें। इस उपाय से तुंरत राहत मिलेगी। वशीकरण या तंत्र-मंत्र होने का दूसरा संकेत - आदमी को एकदम से बहुत ज्यादा गुस्सा आना वशीकरण तोड़ने का उपाय इसके लिए शनिवार के दिन लौबान, गंधक, राई तथा काली मिर्च लेकर हनुमानजी के ऊपर से 7 बार उसारकर पीड़ित व्यक्ति की जेब में कुछ दिन रखें। बाद में घर से बाहर ले जाकर गाय के कंडे (उपले) पर जला दें। वशीकरण या तंत्र-मंत

दुनिया के हर टोने-टोटके और तंत्र-मंत्र की रामबाण काट ये हैं आसान से उपाय

तंत्र शास्त्र के अनुसार वशीकरण (के टोने-टोटके) का असर होने पर आदमी कुछ अलग-अलग तरह से बिहे करना ऐसा है।   इन व्यवहार के आधार पर आसानी से उसके वशीकरण को पहचाना जा सकता है और उसे पूरा किया जा सकता है।   इसके लिए सबसे पहले तो हमें यह समझना पड़ता है कि वशीकरण के ये संकेत क्या हैं और किस संकेत पर उपाय उपाय करना चाहिए।   आइएएजे हैं, वे वशीकरण तोड़ने के कुछ आसान से उपाय   वशीकरण या तंत्र-मंत्र होने का पहला संकेत   अक्सर बीमार रहना   वशीकरण तोड़ने का उपाय   इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है कि सफेद आंकड़े का पौधा घर में और इस पौधे की जड़ को गले में पट्टा ले लो।   इस उपाय से तुंरत राहत मिलगी।   वशीकरण या तंत्र-मंत्र होने का दूसरा संकेत   आदमी को एकदम से बहुत अधिक गुस्सा आना   वशीकरण तोड़ने का उपाय इसके लिए शनिवार के दिन लौबान, गंधक, राई और काली मिर्च लेन हनुमानजी के ऊपर से 7 बार उसारकर पीड़ित व्यक्ति की जेब में कुछ दिन रखें।   बाद में घर से बाहर ले जाकर गाय के कंडे (उपले) पर जला दें।   वशीकरण या तंत्र-मंत्र होने का तीसरा संकेत   मानसिक रूप से बुरी तरह अस्थिर हो जाना   वशीकरण तोड़ने का उपाय   इ

टोने टोटके वाले नींबू हरी मिर्च से रहे सावधान

नीम्बू और हरी मिर्च आपका बुरा कर सकते है…..इसलिए जरा सावधान रहिए…! जी हां एक नीम्बू और उसके साथ की हरी मिर्च आपको न केवल शारीरिक रूप से कष्ट दे सकते है वहीं आपके लिए नित नई परेशानी भी खड़ी हो सकती है…इसलिए सावधान रहना होगा!दरअसल बात उस नीम्बू और हरी मिर्च की हो रही है, जो टोने-टोटके या तंत्र आदि में प्रयोग के तहत सड़क पर रख दिए जाते है। इसलिए इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि सड़क पर पड़े नीम्बू मिर्च पर न तो पैर रखें और न उन्हें लांघे। दुकान, घरों को बुरी नजर से बचाने के लिए भी नीम्बू मिर्च बांधे जाते है और सड़कों पर फेंक दिया जाता है, लेकिन यही नीम्बू मिर्च पैर पड़ने पर बुरा भी कर सकते है। इसी तरह से तंत्र प्रयोग, टोने टोटके करने के बाद भी नीम्बू आदि के टुकड़े फेंक दिए जाते है, इसलिए इन पर कभी भी पैर न रखे

परिवार और कारोबार को टोने-टोटके से बचाने के उपाय

तंत्र-मंत्र और टोने-टोटके से घर की खुशियों पर अक्सर किसी की काली नजर लग जाती है और नतीजे में कोई बीमार हो जाता है, किसी प्रकार की हानि होती है। आज के युग में इसे अंधविश्वास माना जाता है परंतु कई बार ऐसा होता है कि तनाव का कोई कारण नहीं होता फिर भी तनाव बना रहता है। भारत में आज भी कई फिल्मी हस्तियां और कारोबारी ऐसे उपायों का उपयोग करते हैं ताकि यदि कहीं कोई संभावना हो तो उसे भी खत्म कर दिया जाए। हम आपको टोने-टोटकों से बचने के ​कुछ आसान से उपाय बता रहे हैं। इसके लिए किसी तांत्रिक की शरण में जाने की जरूरत नहीं और ना ही कोई यज्ञ अनुष्ठान करना होगा। परिवार का कोई भी व्यक्ति इन उपायों को कर सकता है।  अपने घर या कार्यस्थल को बुरी नजर के प्रभावों से बचाने के लिए घर के बाहर नींबू और हरी मिर्ची को शनिवार या मंगलवार को एक धागे में पिरोकर लटका देना चाहिए। इसे सूखने पर तुरंत बदल दें।  घर में प्रेतबाधा होने पर बजरंग बली के मंदिर जाकर नींबू-मिर्च को प्रतिमा के चरणों में रखकर प्रतिमा के चरणों से थोड़ा सिंदूर लेकर कर घर, दुकान या कार्यस्थल पर लगा दें। इससे प्रेतबाधा का निवारण होगा। नींबू और हरी

दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने वाले गुप्त टोटके

आइये जाने मनोकामना पूर्ति के अचूक गुप्त उपाय(टोने-टोटके)— हर मनुष्य की कुछ मनोकामनाएं होती है। कुछ लोग इन मनोकामनाओं को बता देते हैं तो कुछ नहीं बताते। चाहते सभी हैं कि किसी भी तरह उनकी मनोकामना पूरी हो जाए। लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। यदि आप चाहते हैं कि आपकी सोची हर मुराद पूरी हो जाए तो नीचे लिखे प्रयोग करें। इन टोटकों को करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी। उपाय – तुलसी के पौधे को प्रतिदिन जल चढ़ाएं तथा गाय के घी का दीपक लगाएं। – रविवार को पुष्य नक्षत्र में श्वेत आक की जड़ लाकर उससे श्रीगणेश की प्रतिमा बनाएं फिर उन्हें खीर का भोग लगाएं। लाल कनेर के फूल तथा चंदन आदि के उनकी पूजा करें। तत्पश्चात गणेशजी के बीज मंत्र (ऊँ गं) के अंत में नम: शब्द जोड़कर 108 बार जप करें। – सुबह गौरी-शंकर रुद्राक्ष शिवजी के मंदिर में चढ़ाएं। – सुबह बेल पत्र (बिल्ब) पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर मनोरथ बोलकर शिवलिंग पर अर्पित करें। – बड़ के पत्ते पर मनोकामना लिखकर बहते जल में प्रवाहित करने से भी मनोरथ पूर्ति होती है। मनोकामना किसी भी भाषा में लिख सकते हैं। – नए सूती लाल कपड़े में ज