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विवाह बाधा दूर करने के लिए

विवाह बाधा दूर करने के लिए 

कन्या को चाहिए कि वह बृहस्पतिवार को व्रत रखे और बृहस्पति की मृत्यु के साथ पूजा करे। इसके अतिरिक्त पुखराज या सुनैला धारण करे। छोटे बच्चे को बृहस्पतिवार को पीले वस्त्र दान करे। लड़के को चाहिए कि वह हीरा या अमेरिकी जर्कन धारण करे और छोटी बच्ची को शुक्रवार को श्वेत वस्त्र दान करे। 

किस महीने में जन्मी महिला कैसी? 



ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महिलाओं की स्वभाव उनके जन्म के मास से भी जाना जा सकता है। हम हम क्र से इन हिंदी मासों मे जन्म लेने वाली महिलाओं के स्वभाव की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं।

चैत्र मास: चैत्र मास में जन्म लेने वाली स्त्री वक्ता, होशियार, क्रोधी स्वभावी, रतनों नेत्रि, सुंदर रूप- गोरे रंग, धनवान, पुत्रवती और सभी सुखों को पाने वाला होता है। 

वैशाख मास: वैशाख मास में जन्म लेने वाली महिला स्त्री पतिवता, कोमल स्वभाव, सुंदर हृदय, बड़े नेत्रों, धनवान, क्रोध करने वाला और मितव्ययी होता है। 

ज्येष्ठ मास: ज्येष्ठ मास में पैदा होने वाली स्त्री बुद्धिमान और धनवान, तीर्थ स्थान को जाने, काम में कुशल और अपनी पति की प्यारी होती है। 

आषाढ़ मास: आषाढ़ मास में उत्पन्न स्त्री संतानवान, धन से हीन, सुख भोगने वाला, सरल और पति की दुलारी होती है। 

श्रावण मास: श्रावण मास में जन्म लेने वाला वह, मोटे शरीर वाला, सोचने वाला, सुंदर और धर्मनिरपेक्ष और सुखों को पाने वाला होता है।

भाद्र मास: भाद्र मास में जन्म लेने वाला कोमल, धन पुत्रवाली, सुखी घर की किस्म कि देखभाल करनेवाली, हमेशा प्रसन्न रहना, सुशीला और मीठा बोलने वाला होता है। 
आश्विन मास: आश्विन मास में जन्म लेने वाली महिला सुखी, धनी, शुद्ध हृदय गुण और रूपवती होता है, कार्य में कुशल और अधिक कार्य करने वाला होता है। 
कार्तिक मास: कार्तिक मास में जन्म लेने वाली महिला कुटिल स्वाभाविकता, चतुर, झुठ बोलने वाली, क्रूर और धन सुख होती है। 
संयशर्ष मास: संयशर्ष में जन्म लेने वाला ही, मिठा वचन, दया, दान, धन, धर्म करने, कार्य में कुशल और रक्षा करने वाला होता है। 
पौष मास: पौष मास में जन्म लेने वाली स्त्री स्त्री के समान स्वभाव, पति से विमुख, समाज में गर्व और क्रोध रखने वाला होता है।
माघ मास: माघ मास में जन्म लेने वाली महिला धुनी, सौभाग्यवान, बुद्धिमान संतान से युक्त और कटु पर सत्य वचन बोलने वाला होता है। 
फाल्गुन मास: फाल्गुन मास में जन्म लेने वाली स्त्री सर्वगुणसंपन, ऐश्वर्या, सुखी और संताति वाला तीर्थ त्याग जाने जाने और कणनेकरने वाला होता है। 

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