पति-पत्नी के बीच वैमानस्यता को दूर करने के लिए:
1. रात को सोते समय पत्नी पति के तक में सिंडूर की एक पुड़िया और पति पत्नी के तक में कपूर की 2 टिकियां रखो। प्रातोग ही सिंडूर की पुड़िया घर से बाहर फेंक दें और कपूर को निकाल कर दिया कमरा जला दें।
पति को वश करना करने के लिए:
1- यह प्रयोग शुक्ल में पक्ष करना चाहिए! एक पल का स्वागत है छुट्टी! उस पर चंदन और केसर का पावडर मिला कर रखो! फिर दुर्गा माता जी की फोटो के सामने बैठ कर दुर्गा प्रकृति में से चंडी स्त्रोत का पाठ 43 दिन तक नहीं! पाठ करने के बाद चंदन और केसर जो पान के पत्ते पर रखा था, का तिलक अपने माथे पर लगा! और फिर तिलक लगा कर पति के सामने जांय! अगर पति पर पर न तो तो फोटो के सामने जांय! पान का पता रोज़ा नया जो कुछ मिलता है वह किट हो कहीं से कटा फटा न हो! रोज़ प्रयोग किए गए पान के पत्ते को अलग किसी स्थान पर रखें! 43 दिन के बाद उन पान के पत्ते को जलने के लिए कर दें! शीघ्र समस्या का समाधान होगा!
2- शनिवार की रात में 7 लौंग लेना उस पर 21 बार व्यक्ति व्यक्ति को वश करना करना हो उसका नाम नाम फूंक मारें और अगले रविवार को इनको आग में जला दें। यह प्रयोग लगातार 7 बार करने से अभी तक व्यक्ति का वशीकरण होता है।
3- अगर आपका पति किसी अन्य स्त्री पर रखे हैं और आप से लड़ाई-झगड़ा इत्यादि कर रहे हैं। तो यह प्रयोग करें आपके लिए बहुत कारगर है, हर रविवार को अपने घर और शयनकक्ष में Google की धूनी नोट। धूनी करने से पहले उस स्त्री का नाम लें और यह करें कामना करें कि आपके पति उसके चक्कर से शीघ्र ही छूट जाओ। श्रद्धा-विश्वास के साथ से निश्चय ही लाभ लाभगा।
4- शुक्ल पक्ष के पहले रविवार को प्राचाकाल स्नानाई से निवृत होकर अपने पूजन स्थल पर आओ। एक थाली में केसर से सामरिक बनाकर गंगाजल से धुला हुआ मोती शंख स्थापित करें और गंध, अक्षत पुष्ति से से पूजन करें। पूजन के समय गोघृत का दीपक जलाएं और कम मंत्र का 1 माला जप स्फटिक की माला पर करें। श्रद्धा-विश्वास पूर्वक 1 महीने जप करने से किसी भी व्यक्ति विशेष का मोहन-वशीकरण और आकर्षण होता है। जो व्यक्ति का नाम, ध्यान दे रहा है जप किया जाता है वह व्यक्ति साधक का हर प्रकार से मंगल कर है। यह प्रयोग निश्चय ही कारगर सिद्ध होता है। मंत्र: ऊँ क्रीन् वांछितं मे वशमानय स्वाहा। '' 5- जिन स्त्रियों के पति किसी अन्य स्त्री के मोहजाल में फंस हो या आपस में प्रेम नहीं होना चाहिए, लड़ाई-झगड़ा कर हों तो इस टोटके द्वारा पति को अनुकूलित बनाया जा सकता है ।
गुरुवार या शुक्रवार की रात में 12 बजे पति की चोटी (शिखा) के कुछ बाल काट लेते हैं और उसे किसी भी स्थान पर रखो रखें जहां आपके पति की नजर न पड़े। ऐसा करने से आपकी पति की बुद्धि का सुधार होगा और वह तुम्हारी बात मानने लगेंगे। कुछ दिन बाद इन बालों को जलाकर अपने पैरों से कुचलकर बाहर फेंक दें। मासिक धर्म के समय से अधिक कारगर सिद्ध होगा।
पति पत्नी में कलेश दूर करने के लिए
1. श्री गणेश जी और शक्ति की देखभाल कर |
2. सोते समय पूर्व की और सिरप होना चाहिए |
3. चींटियों के वास्ते शक्कर डालनी चाहिए |
4. भोज पत्र पर लाल कलम से पति का नाम लिख कर और "हं हनुमंते नमः" का 21 बार उच्चारण उसे शहद में अच्छी तरह से बंद कर के घर के किसी कोने में रखना दे जहां पर किसी की दृष्टि नहीं पढ़ना | धीरे धीरे कलहुल वातावरण दूर होगा |
कुछ परिवारों में सब कुछ भीड़ भी छोटा छोटा बातो में घर कलेश होना रहता है | निम्न मंत्र का जाप पति या पत्नी में से कोई करे तो किसी एक को बुद्ध आ जायेगी और घर में शांति का पर्यावरण बनगा |
मंत्र -
धं धिं धुम धुर्जते | पत्नी वांदर बूम वाग्धिश्वरि | क्रां क्रीं क्रू कालिका देवी | शं षमम शूं में शुभम कुरु |
अगर लड़की यह प्रयोग कर रही है तो पत्नी की जगह पति शब्द का उलेख कर | विधि -
प्राट बाथ कर के काली या माँ दुर्गा के चित्र पर लाल पुष्प चढाये |
1. रात को सोते समय पत्नी पति के तक में सिंडूर की एक पुड़िया और पति पत्नी के तक में कपूर की 2 टिकियां रखो। प्रातोग ही सिंडूर की पुड़िया घर से बाहर फेंक दें और कपूर को निकाल कर दिया कमरा जला दें।
पति को वश करना करने के लिए:
1- यह प्रयोग शुक्ल में पक्ष करना चाहिए! एक पल का स्वागत है छुट्टी! उस पर चंदन और केसर का पावडर मिला कर रखो! फिर दुर्गा माता जी की फोटो के सामने बैठ कर दुर्गा प्रकृति में से चंडी स्त्रोत का पाठ 43 दिन तक नहीं! पाठ करने के बाद चंदन और केसर जो पान के पत्ते पर रखा था, का तिलक अपने माथे पर लगा! और फिर तिलक लगा कर पति के सामने जांय! अगर पति पर पर न तो तो फोटो के सामने जांय! पान का पता रोज़ा नया जो कुछ मिलता है वह किट हो कहीं से कटा फटा न हो! रोज़ प्रयोग किए गए पान के पत्ते को अलग किसी स्थान पर रखें! 43 दिन के बाद उन पान के पत्ते को जलने के लिए कर दें! शीघ्र समस्या का समाधान होगा!
2- शनिवार की रात में 7 लौंग लेना उस पर 21 बार व्यक्ति व्यक्ति को वश करना करना हो उसका नाम नाम फूंक मारें और अगले रविवार को इनको आग में जला दें। यह प्रयोग लगातार 7 बार करने से अभी तक व्यक्ति का वशीकरण होता है।
3- अगर आपका पति किसी अन्य स्त्री पर रखे हैं और आप से लड़ाई-झगड़ा इत्यादि कर रहे हैं। तो यह प्रयोग करें आपके लिए बहुत कारगर है, हर रविवार को अपने घर और शयनकक्ष में Google की धूनी नोट। धूनी करने से पहले उस स्त्री का नाम लें और यह करें कामना करें कि आपके पति उसके चक्कर से शीघ्र ही छूट जाओ। श्रद्धा-विश्वास के साथ से निश्चय ही लाभ लाभगा।
4- शुक्ल पक्ष के पहले रविवार को प्राचाकाल स्नानाई से निवृत होकर अपने पूजन स्थल पर आओ। एक थाली में केसर से सामरिक बनाकर गंगाजल से धुला हुआ मोती शंख स्थापित करें और गंध, अक्षत पुष्ति से से पूजन करें। पूजन के समय गोघृत का दीपक जलाएं और कम मंत्र का 1 माला जप स्फटिक की माला पर करें। श्रद्धा-विश्वास पूर्वक 1 महीने जप करने से किसी भी व्यक्ति विशेष का मोहन-वशीकरण और आकर्षण होता है। जो व्यक्ति का नाम, ध्यान दे रहा है जप किया जाता है वह व्यक्ति साधक का हर प्रकार से मंगल कर है। यह प्रयोग निश्चय ही कारगर सिद्ध होता है। मंत्र: ऊँ क्रीन् वांछितं मे वशमानय स्वाहा। '' 5- जिन स्त्रियों के पति किसी अन्य स्त्री के मोहजाल में फंस हो या आपस में प्रेम नहीं होना चाहिए, लड़ाई-झगड़ा कर हों तो इस टोटके द्वारा पति को अनुकूलित बनाया जा सकता है ।
गुरुवार या शुक्रवार की रात में 12 बजे पति की चोटी (शिखा) के कुछ बाल काट लेते हैं और उसे किसी भी स्थान पर रखो रखें जहां आपके पति की नजर न पड़े। ऐसा करने से आपकी पति की बुद्धि का सुधार होगा और वह तुम्हारी बात मानने लगेंगे। कुछ दिन बाद इन बालों को जलाकर अपने पैरों से कुचलकर बाहर फेंक दें। मासिक धर्म के समय से अधिक कारगर सिद्ध होगा।
पति पत्नी में कलेश दूर करने के लिए
1. श्री गणेश जी और शक्ति की देखभाल कर |
2. सोते समय पूर्व की और सिरप होना चाहिए |
3. चींटियों के वास्ते शक्कर डालनी चाहिए |
4. भोज पत्र पर लाल कलम से पति का नाम लिख कर और "हं हनुमंते नमः" का 21 बार उच्चारण उसे शहद में अच्छी तरह से बंद कर के घर के किसी कोने में रखना दे जहां पर किसी की दृष्टि नहीं पढ़ना | धीरे धीरे कलहुल वातावरण दूर होगा |
कुछ परिवारों में सब कुछ भीड़ भी छोटा छोटा बातो में घर कलेश होना रहता है | निम्न मंत्र का जाप पति या पत्नी में से कोई करे तो किसी एक को बुद्ध आ जायेगी और घर में शांति का पर्यावरण बनगा |
मंत्र -
धं धिं धुम धुर्जते | पत्नी वांदर बूम वाग्धिश्वरि | क्रां क्रीं क्रू कालिका देवी | शं षमम शूं में शुभम कुरु |
अगर लड़की यह प्रयोग कर रही है तो पत्नी की जगह पति शब्द का उलेख कर | विधि -
प्राट बाथ कर के काली या माँ दुर्गा के चित्र पर लाल पुष्प चढाये |
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