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दुश्मन शत्रु को हराने के बेहतरीन टोटके उपाय मंत्र

दुश्मन शत्रु को हराने के बेहतरीन टोटके उपाय मंत्र

दुश्मन/शत्रु की समस्या के समाधान के लिए बताये गए उपाय को अमल में लेकर इससे बचा जा सकता है| “विद्वेषण” अर्थात् दो लोगों को आपस में अलग करना | “शत्रु विद्वेषण” यानि आपके दो/ कई शत्रुओं के आपसी गठजोड़ को खन्डित करना | साधारणत:किसी व्यक्ति के जीवन में दुश्मनों की कमी नहीं होती | ये दुश्मन कहीं भी और कभी भी नुकसान पहुँचा सकते हैं | यह आपके साथ भी घट सकता है | मुसीबत तब और अधिक बढ़ जाती है जब आपके शत्रु आपस में मित्र बनकर आप को हानि पहुंचाने की कोशिश कर रहे हो | आपसी मेलजोल से वे और अधिक शक्तिशाली होकर आपको और अधिक परेशानी में डाल सकते हैं | इन सबसे बचने के लिए शत्रु विद्वेषण तंत्र शाबर मंत्र का उपयोग कर आप उन शक्तियों का आपस में विद्वेषण कर अर्थात विच्छेद कराकर उनके वर्चस्व को कम कर सकते है
शत्रु विद्वेषण मंत्र शाबर मंत्र
१) “ओम उल्लूकाना विद्वेषय फट” .. इस मंत्र का जाप १००० दफा करें उल्लू के पंख को सामने रखकर | अब इस पंख को आप अपने शत्रु के घर पर फेंक दें वहां पर विद्वेषण हो जाएगा |
२)  “नृसिंहाय वीद्यहे, बज्र नखाय धि मही तान्नो नृसहीं प्रचोदयात |” यह मंत्र जपे प्रतिदिन सूर्योदय के पूर्व | इसका प्रभाव आपके शत्रु को कभी भी षड्यंत्र नहीं करने देगा आपके विरुद्ध |
३) मां काली की आराधना करें | यह आप रविवार को पड़ने वाली अमावस्या के दिन करें | इसके लिए सबसे पहले एक काले कपड़े के ऊपर मां की मूर्ति को विराजें | ध्यान रहे मूर्ति का चेहरा उत्तर दिशा की ओर रहे | अब आप साधारण विधि से मां की पूजा करें | पूजा पूरी हो जाने पर अपने दुश्मन के नाम को लिखे एक नींबू पर और साथ ही साथ मां से शत्रु -मुक्ति के लिए प्रार्थना करें | अब रुद्राक्ष/ मूंगे / काले हकीक की माला से नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें | जाप-माला की संख्या होनी चाहिए ११ माला | हर एक माला जाप संपन्न होने पर काली मां के सामने रखे हुए निंबू पर दाल चढ़ाएं उड़द की | जाप संख्या पूरी हो जाने के बाद इस नींबू को किसी मिट्टी की हंडिया में डाल दे और काला कपड़ा (जिसमें मां काली को विराजमान किया गया था) से बांध दे मटकी का मुहँ | अब इसे गाड़ दें किसी सुने स्थान पर | शत्रु शमन के इस टोटके के बाद शत्रु अपनी शत्रुता भूल जाएगा | मंत्र है–”क्री क्रीं शत्रु नाशिनी क्री क्रीं फट “
४) जिन दो व्यक्तियों का आपस में संबंध विच्छेद करना हो उन दोनों की फोटो या पहने हुए कपड़े के टुकड़े या दो छोटे पत्थर ले लें | अब बुधवार की मध्यरात्रि में इन्हें अपने सामने किसी पात्र में रखे और उनपर काजल से नाम लिखें उन व्यक्तियों का अलग अलग |  अब नीचे दिए गए शाबर मंत्र का जाप करें २१ माला का काले हकीक /गधे के दांतो की माला से | आसन का रंग काला रखें और जाप लगातार तीन दिन तक करें | जाप समाप्त होने के पश्चात चौथे दिन माला, कपड़ा / फोटो / पत्थर को विसर्जित कर दे पानी में | लेकिन, ध्यान रहे दोनों व्यक्तियों की यह समान एक दूसरे के विपरीत दिशा की ओर विसर्जित करें | मंत्र हैं –”ओम् खं  फलाने (नाम) को फलाने (नाम) से विद्वषय विद्वषय मारजटा आदिपुरुषाय हूं “

शत्रु विद्वेषण उच्चाटन प्रयोग/टोटके
१)  आपका शत्रु आपको बहुत परेशान कर रहा है तथा आप उस परेशानी को शांत करना चाहते हैं आप उड़द की काली दाल के ३८ दाने और चावल के ४० दाने मिला लें | अब इसे किसी गढ्ढ़े में डाल दें | ऊपर से निंबू का रस निचोड़ दें | रस निचोड़ते वक्त अपने शत्रु के नाम का उच्चारण करते रहे  लगातार | शत्रु को हराने के बेहतरीन टोटके में यह  एक बेहतरीन टोटका है | इससे आपका शत्रु कुछ भी अहित नहीं कर पाएगा आपका और शांत होकर बैठ जाएगा |
२) बेवजह परेशान कर रहे शत्रुओं को शांत करने के लिए आप एक भोजपत्र ले
लें | अब इसके ऊपर अपने शत्रु के नाम को अंकित करें लाल रंग के चंदन से | फिर इसे शहद एक छोटी बोतल में भिगोकर रख दे | कुछ ही दिनों में प्रभाव पता चल जाएगा |
३) शनिवार या मंगलवार के दिन हनुमान जी के मस्तक से सिंदूर लेकर मोरपंख के ऊपर नाम लिखिए अपने शत्रु का | अब इस पंख को अपने घर के पूजा स्थान पर रखें और दूसरे दिन सुबह स्नान किए बिना इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें |
४) वन टू अपना एक फटा हुआ पुराना जूता अपने घर के किसी कोने पर लटका
दें | उसके तलवे में नाम लिखे अपने शत्रु का | उसका दमन निश्चित है |
५) ५ गोमती चक्र लेकर आएं | अब इसे शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले बुधवार के दिन अपने सर के ऊपर से घूमाएं और बाहर फेंक दें |
६) एक अंडा ले | उस पर अपने दुश्मन का नाम लिखें | फिर इस अंडे को किसी दीवार पर बड़ी जोर से मार कर तोड़ दे | अंडे को दीवार पर मरते वक्त यह कहे कि अमुक के सारे रास्ते बंद रहे इस बंद दीवार की तरह और वह भी फूटे अंडे की तरह |

दुश्मन को वश में करने का मंत्र/ उपाय
१) लाल चंदन, छोटी इलायची, सिंदूर, काकड़ सिंगी और कंगनी को मिलाकर धूप बनाए | इस धूप को रोज सुबह-शाम घर में जलाएं अपने दुश्मन का नाम लेते हुए | कुछ ही दिनों में वह आपके वश में होने लगेगा |
२) वन टू आप अपने गले में वैजंती माला को धारण करें | इससे आपका शत्रु आपके वशीभूत हो जाएगा |
३) “ओम् क्षौं क्षौं भैरवाय स्वाहा” इस मंत्र का जाप करते करते एक छोटे से कागज के टुकड़े पर अपने शत्रु के नाम को अंकित करें | अब इस कागज के टुकड़े को डूबों दे शहद की शीशी में | शीशी के ढ़क्कन को बंद कर दें | आपका शत्रु शांति धारण कर लेगा |

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