- विवाह योग्य कन्या या पुरुष को प्रत्येक गुरुवार को नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए. केशर का उपयोग किया जा सकता है.
- गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर कुछ हल्दी लगाकर, थोडा गुड़ और चने की गीली दाल का भोग देना चाहिए.
- कभी भी वृद्ध व्यक्तियों या महिलायों का असम्मान न करें और हमेशा उनका सम्मान और मदद करें.
- गुरुवार को केले के पेड़ के सामने गुरु के 108 नामों का उच्चारण के साथ घी का दीपक जलाएं और जल अर्पित करें.
- यदि किसी कन्या की जन्मकुंडली में आ रही हो तो कन्या को मंगल चंडिका स्त्रोत का पाठ मंगलवार को और शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें.
शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १) “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और ...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें