सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

PREMI KO US KI PATNI SE DOOR KRNE KE TANTRIK PRYOG


Premi ko Uski Patni se Dur Karne ke Tantrik Upay/प्रेमी को उसकी पत्नी से दूर करने का तांत्रिक उपाय / तरीका कोई भी साधक यहाँ पर प्रेमी को उसकी पत्नी से दूर करने का उपाय / तरीका और प्रेम संबधित समस्याओ का समाधान प्राप्त कर सकता है| प्रेमी और प्रेम ये दोनों शब्द शुरुआत में तो बहुत अच्छे लगते हैं पर समय के साथ यह एक आफत भी बन सकते हैं – नरक तक दिखा सकते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी की लोग प्रेम विवाह तो हज़ारों कसमें खाके कर लेते हैं पर प्रेमी को अपने साथ थोड़े दिनों के पश्चात् नहीं रख सकते, और यह इसलिए होता है क्यूंकि उनमें दुसरे के साथ गुज़र करने की आदत नहीं होती। पर कई बार परिस्थिति बिलकुल अलग होती है, आप चाहे जितनी कोशिश कर लें आप पते हैं की प्रेमी की उसकी पत्नी से दूर कराने की ज़रुरत आ ठहरती है। अब आप या तो अपने प्यार के लिए अपने प्रेमी को उसकी पत्नी से अलग कराएं या फिर अपना प्यार ही खो बैठें। इस तरह की परिस्थिति में आखिर कौन सा मुश्किल कदम उठाना चाहिए ? क्या सही मार्गदर्शन किया जा सकता है ऐसे में ? क्या है सही उपाय ? Premi ko Uski Patni se Dur Karne ke Upay Premi ko Uski Patni se Dur Karne ke Upay प्रेमी को अगर आप उसकी पत्नी से दूर करके अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं तो फिर आप पहले अपने प्रेमी से बात करें, क्यूंकि फ़ालतू में मेहनत कर के अगर आप काम आगे बढ़ाएं और काम केवल समझा-बुझाकर और बात करके ही हो जाये तो फिर और किसी तरीके की ज़रुरत क्या है ? लेकिन अगर उस तरह काम नहीं बन रहा तो आप ऐसा करें की यह समझ लें की अब आपको अपने बर्ताव को बदलना होगा। जब आपने यह ठान लिया की आप कुछ करना चाहते हैं तो उसे किसी भी तरह से करने के लिए तैयार रहे, जब भी आप पाएं की आप निराश हो रहे हैं तो याद रखें की मदद कहीं से भी आ सकती है। जैसे आज यहाँ पर हम आपके समक्ष कई तरीके रख देंगे जिनसे आप अपने प्रेमी को उसकी पत्नी से दूर कर पाएंगे और अपनी बात मनवा पाएंगे। सबसे पहला और उत्तम तरीक़ा है की आप एक पान का पत्ता किसी भी किराने या पानवाले की दुकान से ले आएं, अब इस पान को हाथ में लेकर नीचे दिए हुए मंत्र को ११०० बार जपें, यह मंत्र जप आपने ११०० जप लिया हो तब आप यह पान लेकर सीधा अपने प्रेमी का पास जाएं और उसे खिला दें, यह करने से वह आपके वशीभूत हो जायेगा और आपकी सारी बाते मानने लगेगा।आप पाएंगे की अगर आप चाहते हैं तो वह अपनी प्रेमिका को छोड़ देगा, अगर आप चाहते हैं तो वह आपके और करीब आने की कोशिश करेगा। आप बस मंत्र ध्यान से पढ़ दीजियेगा। मंत्र होगा – “ -प्रेमी का नाम, जिसे आप वशीभूत करना चाहते हैं- जय जय सर्व्व्यानामः स्वाहा “ अगर आपके जीवन में सुख शांति नहीं आ जाती, आप पाते हैं की कलह नहीं हट रही, लोग आपको अभी-भी सता रहे हैं तो फिर आप ऐसा करें की ऊपर बताये हुए मंत्र को २१ दिनों तक पांच बार रोज़ १०८ बार यानी ५ माला करें। अगर हो सके तो अपने प्रेमी से भी यह माला का जाप करवाएं। इससे आप पाएंगे की लोग आपकी ओर सकारात्मक ऊर्जा ही डालते हैं और आप परेशनियों से धीरे-धीरे दूर होते जा रहे हैं। कई बार ऐसी आपदा मंगल गृह के दोष के कारण होती है, आप पाएंगे की ज़्यादातर शादियां जो की प्रेम विवाह हैं, इनमें काफी हद तक मांगलिकों से हुई शादियों में कलह होती है और नाड़ी दोष वाली शादियों में तबियत ख़राब होना और बच्चे नहीं होने की शिकायत होती है। आप अगर इस चीज़ का उपाय करना चाहते हैं तो फिर ऐसा करें की हर मंगलवार को सवेरे प्रातः काल उठ जाएं, उठ कर स्नान कर लें और पूजा कक्ष में जाकर हनुमान जी के सामने धूप-दीप जला दिए। अब इसके बाद में आप उनकी आरती और आराधना करें – लाल बूंदी, सिन्दूर और लाल चोला हनुमान जी पर किसी बाहर के मंदिर में जाकर चढ़ा आएं। हो सके तो तंदूर में जो मीठी रोटियां बनायीं जाती हैं उन्हें इस दिन दान करें और पुण्य कमाएं। मगलवार के दिन आप यह और कर सकते हैं की ७ या फिर ८ बार एक-एक मुट्ठी रेवड़ी किसी बहती नदी में प्रवाहित करें। अगर आप किसी गरीब को उस दिन ढून्ढ पाएं तो उसे मीठा खिलाएं। केतु के दुष्प्रभाव को दूर करने हेतु यह करें की रक्त दान करें, इससे केतु शांत रहेगा और आप अपने काम में सफलता प्राप्त करेंगे। अगर आप केतु को और भी तेज़ करना चाहें तो चांदी का छल्ला पहन लें मगर ध्यान रहे की उसमें कहीं भी जोड़ नहीं बना होना चाहिए। अगर आपका प्रेमी आपसे मुंह मोड़कर किसी और की ओर ध्यान देता है तो आप ऐसा करें की गुरुवार या फिर शुक्रवार के शुभ अवसर पर रात के १२ बजे, आप अपने प्रेमी के सर की चोटी के बाल काट कर अलग रख लें। अब आप उसे ऐसी जगह रख दें जहाँ आपके पति की नज़र नहीं पड़े। ऐसा करने से उसके मन से किसी और स्त्री की ओर आकर्षण हट जायेगा और वह पुनः प्रेम करने लगेगा। जब कुछ दिन बीत जाएं तो आप उन बालों को जलाकर फिर अपने पाँव के नीचे कुचल दें। इससे आपके काम में पक्कापन आ जायेगा। अगर आपके घर में प्रेमी की नज़र किसी और औरत पर टिक गयी है तो आप ऐसा करें की गूगल की धूनी अपने घर में और ख़ास कर अपने बैडरूम में दें। यह कार्य प्रेमी की अनुपस्थिति में करें – ऐसा करने से आप पाएंगे की थोड़े दिन में उसका मन उस औरत या मर्द की तरफ से हट जायेगा और वह वापस आपके साथ परस्पर मेल -मिलाप में जीवन व्यतीत करेगा या करेगी। इस तरह हमने आपके समक्ष आज कई तरीके रखे हैं जिनको अगर आप ध्यान से निभाएंगे तो आप पाएंगे की आपके घर से कलह दूर हो रही है, आप एक सफल और संपन्न गृहस्त जीवन को व्यतीत कर रहे हैं और आप अपने कार्य में धीरे-धीरे सद्बुद्धि के साथ आगे बनध रहे हैं, कोई तीसरा आप दोनों के जीवन में नहीं रहेगा चाहे वह आपके प्रेमी की बीवी ही क्यों न हो। हाँ अगर आपको कोई शंका हो तो आप हमसे मिलकर अपनी कुंडली दिखाएं और समझें की किस तरह से यह कार्य करें आदि। यदि कोई लवर अपने प्रेमी को उसकी पत्नी से दूर करने का तांत्रिक उपाय और टोन टोटके का प्रयोग कर किसी कार्य को सफल करना चाहता है तो हमारे बताये गए तरीके से समाधान प्राप्त किया जा सकता है | अभी किसी प्रकार की मन में शंका है तो बेहिचक हमारे तांत्रिक गुरु जी सलाह मश्वरा करके किसी भी प्रकार का प्रेम/प्यार अफेयर का समाधान किया जा सकता है| एक बार जरूर कोई भी समस्या हमारे साथ बांटे और जीवन की प्रेम भरी उमंग पाए| 7737934285 WHATSUP OR CALL NAMBAR

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बगलामुखी शत्रु विनाशक मारण मंत्र

शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १)  “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और ...

स्तंभन तंत्र प्रयोग:

स्तंभन तंत्र प्रयोग: स्तंभन क्रिया का सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। बुद्धि को जड़, निष्क्रय एवं हत्प्रभ करके व्यक्ति को विवेक शून्य, वैचारिक रूप से पंगु बनाकर उसके क्रिया-कलाप को रोक देना स्तंभन कर्म की प्रमुख प्रतिक्रिया है। इसका प्रभाव मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर पर भी पड़ता है। स्तंभन के कुछ अन्य प्रयोग भी होते हैं। जैसे-जल स्तंभन, अग्नि स्तंभन, वायु स्तंभन, प्रहार स्तंभन, अस्त्र स्तंभन, गति स्तंभन, वाक् स्तंभन और क्रिया स्तंभन आदि। त्रेतायुग के महान् पराक्रमी और अजेय-योद्धा हनुमानजी इन सभी क्रियाओं के ज्ञाता थे। तंत्र शास्त्रियों का मत है कि स्तंभन क्रिया से वायु के प्रचंड वेग को भी स्थिर किया जा सकता है। शत्रु, अग्नि, आंधी व तूफान आदि को इससे निष्क्रिय बनाया जा सकता है। इस क्रिया का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा समाज हितार्थ उपयोग में लेना चाहिए। अग्नि स्तंभन का मंत्र निम्न है। ।। ॐ नमो अग्निरुपाय मम् शरीरे स्तंभन कुरु कुरु स्वाहा ।। इस मंत्र के दस हजार जप करने से सिद्धि होती है तथा एक सौ आठ जप करने से प्रयोग सिद्ध होता है। स्तंभन से संबंधित कुछ प्रयोग निम्नलिखित है: 1....

मसान सिद्धि साधना

  मसान सिद्धि साधना कोई भी अघोरी तांत्रिक साधक मसान सिद्धि साधना कर प्रयोग कर मसान को जागृत किया जा सकता है|मसान जगाकर कोई साधक तांत्रिक शक्तियों को अर्जित कर सकता है और उसकी सहायता से कई चमत्कार कर सकता है, मसान या श्मशान विधि बहुत ही खतरनाक होती है| यहाँ दी गयी मसान सिद्धि साधना के प्रयोग से आप काले जादू और तांत्रिक साधना में दक्ष हो सकते हैं, अगर आपके अन्दर साहस की कमी है या आपका संकल्प कमज़ोर है तो इस मसान सिद्धि साधना को नही करना चाहिए| मसान जगाने की विधि/मंत्र करने के लिए करने के लिए आपको ये वस्तुएं इकठ्ठा करनी होगी – सरसों का तेल, मिट्टी का तेल, लोभान, 1 बोतल शराब, एक इस्त्र की शीशी और कुछ लौंग, अब आप श्मशान में चले जाएँ और वहां पर दिया जला दें| अब लौभान कपूर आदि जला दें, अब दीये के सम्मुख बैठकर इस मन्त्र का 11 बार माला जाप करें  – ओम नमो आठ खाट की लाकड़ी, मुंज बनी का कावा, मुवा मुर्दा बोले, न बोले तो महावीर की आन, शब्द सांचा, पिंड कांचा, पिंड कांचा, फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा|| आप अपने आस पास इस्त्र और शराब छिड़क दें, अगर इस दौरान आपको ...