मित्रों आजकल अभिचार करने का या मारण करने का क्रेज काफी बढ़ गया है ।
हर दुधमुहा साधक अभिचार करने की धमकी देता हैतो एक ऐसा अचूक प्रयोग जिससे अभिचार, करने वाले पर खुद पलट जाता है। और लौटा हुआ अभिचार कहीं ज्यादा खतरनाक भी हो जाता है।
मंत्र-
॥ॐ नमो आदेश गुरु का, एक ठो सरसों सोला राई, मोरो पठवल कोरो जाई। खाय खाय पड़ै मार, जे करै ते मरै। उलट विद्या ताही पर पड़ै। शब्द साँचा पिण्ड काँचा तो हनुमान का मंत्र साँचा फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा दुहाई माता अँजनी की॥
हथेली में एक दाना पीला सरसो, 16 दाना राई और 3 डली नमक लेकर मुट्ठी बंद करके ये मंत्र 7 बार पढ़ें और हर बार एक फूँक मारें फिर पीड़ित (या स्वयं) के सर से 7 बार उल्टा उबारकर जलती आग में डाल दें।
इसे सिद्ध करने की जरूरत नहीं स्वयं सिद्ध है फिर भी चाहें तो किसी ग्रहण पर 1 माला गुग्गुल की धूप जलाकर कर सकते हैं।
हर दुधमुहा साधक अभिचार करने की धमकी देता हैतो एक ऐसा अचूक प्रयोग जिससे अभिचार, करने वाले पर खुद पलट जाता है। और लौटा हुआ अभिचार कहीं ज्यादा खतरनाक भी हो जाता है।
मंत्र-
॥ॐ नमो आदेश गुरु का, एक ठो सरसों सोला राई, मोरो पठवल कोरो जाई। खाय खाय पड़ै मार, जे करै ते मरै। उलट विद्या ताही पर पड़ै। शब्द साँचा पिण्ड काँचा तो हनुमान का मंत्र साँचा फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा दुहाई माता अँजनी की॥
हथेली में एक दाना पीला सरसो, 16 दाना राई और 3 डली नमक लेकर मुट्ठी बंद करके ये मंत्र 7 बार पढ़ें और हर बार एक फूँक मारें फिर पीड़ित (या स्वयं) के सर से 7 बार उल्टा उबारकर जलती आग में डाल दें।
इसे सिद्ध करने की जरूरत नहीं स्वयं सिद्ध है फिर भी चाहें तो किसी ग्रहण पर 1 माला गुग्गुल की धूप जलाकर कर सकते हैं।
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