सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

धन की कमी न रहे

धन की कमी न रहे

धन से बढ़ता धन : अपनी तिजोरी में 10 के लगभग 100 से ज्यादा नोट रखें। जेब में हमेशा कुछ सिक्के रखें। खुद को धनवान मानना शुरू कर दें और उसी तरह से कपड़े पहनें और जो भी आप खरीदना चाहते हैं उसके बारे में कल्पना करें। जो लोग खुद को दरिद्र मानते हैं, वे हमेशा दरिद्र ही बने रहते हैं।
दालचीनी के पाउडर को लेकर उस पर से सात बार अगरबत्ती को एन्टी क्लाॅक वाइज घूमा कर उमसें अपनी कल्पना से ईश्वर की प्रार्थना से धन की बरकत के बारे में सोचें और फिर उसे अपने पर्स में छिड़क लें। बची हुई दालचीनी पाउडर को घर के मंदिर में ही रख दें और हर दूसरे तीसरे दिन यही क्रिया दोहरायें। आपका पर्स ईश्वर की कृपा से भरा रहेगा। –
एक साबुत दालचीनी का रोल ले लें। उसके अंदर कोई भी एक नोट रोल करके डाल दें तथा उसके ऊपर से 3 बार मौली लपेटकर गांठ लगा दें तथा ईश्वर से प्रार्थना करें कि आपके कार्यालय या घर में धन की कमी न रहे। ऐसा करने के बाद उसे कार्यालय या घर के बाहर लटका दें। इसे पर्स या धन स्थान में भी रख सकते हैं।
ये टोटका आपको गुरुवार को करना है। – साबुत सूखा धनिया शुक्ल पक्ष के किसी भी मंगलवार अथवा गुरुवार को एक मिट्टी के बर्तन में इक्कीस रुपये के सिक्के डालकर ऊपर से मिट्टी डालें फिर धनिया डालकर हल्के हाथ से मिक्स कर दें और थोड़ा सा पानी डाल दें। ऐसा करने के बाद बर्तन को उत्तर दिशा में रख दें और रोज थोड़ा पानी डालें। जब धनिया उसमें से पूरी तरह निकल आये तब उसे तोड़कर उपयोग में ले आएं तथा सिक्के निकाल कर लाल कपड़े में बांधकर घर या कार्यालय कहीं भी लटका दें। धन का आगमन शुरू हो जाएगा। –
किसी भी शुक्रवार को मां लक्ष्मी के मंदिर में झाड़ू दान करने से भी मां लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त होती है। –
किसी भी शुभ दिन शुभ मुहूर्त या शुक्रवार को अशोक की जड़ को लाकर गंगाजल से पवित्र करें तत्पश्चात उसे धन स्थान में रखें।
शनिवार के दिन एक सूखा नारियल लेकर उसके बीच में सुराख बनाएं और उसमें आटा, चीनी, तिल और गुड़ भर दें।
लक्ष्मी के साथ 51 कौडिय़ों की पूजा कर उन्हें पूजास्थल, तिजोरी एवं व्यवसाय स्थल पर रखना शुभ फलदायी होता है।
यदि किसी व्यक्ति सड़क पर कौड़ी मिलती है तो यह बहुत ही शुभ होता है और ऐसी कौड़ी को संभालकर रखना चाहिए
पूजन के बाद दोनों पीली कौडिय़ों को अलग-अलग लाल कपड़े में बांधे। एक कौड़ी घर में वहां रखें, जहां पैसा रखते हैं। दूसरी कौड़ी अपने पर्स में रखें।
पुरानी मान्यता है कि गुरुवार को घर में पोछा न लगाएं ऐसा करने से लक्ष्मी रूठ जाती है। शेष सभी दिनों में पोंछा लगाना चाहिए।
501 ग्राम छुहारों का पूजन करें। उनका तिलक करें, धूप दीप से आरती उतारें, प्रसाद का भोग लगाएं और रात्रि भर पूजा स्थान पर रखा रहने दें। अगले दिन उन्हें लाल चमकीले या मखमली कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रख दें। 51 दिन तक प्रतिदिन एक रुपया किसी भी मंदिर में माता लक्ष्मी को अर्पित करें। इससे वर्ष भर लक्ष्मी स्थिर रहती है
इस नारियल को शाम के समय सुनसान स्थान पर ले जाकर जमीन में दबा दें। इस उपाय से ग्रह दोषों के कारण धन आगमन में आ रही बाधा दूर होगी एवं आकस्मिक परेशानियों से भी बचाव होगा।
कोशिश करें कि हर शनिवार चिटियों को आटा दें और शनि महाराज को सरसो तेल का दीपक दान करें।
नौकरी न मिल रही हो तो मन्दिर में बारह फल चढ़ाएं। यह उपाय नियमित रूप से करें और इश्वर से नौकरी मिलने की प्रार्थना करें।
व्यापार मंदा हो तथा पैसा टिकता न हो, तो नवग्रह यन्त्र और धन यन्त्र घर के मन्दिर में शुभ समय में स्थापित करें। इसके अतिरिक्त सोलह सोमवार तक पांच प्रकार की सब्जियां मन्दिर में दें और पंचमेवा की खीर भोलेनाथ को मन्दिर में अर्पित करें। सभी कामनाएं पूरी होंगी
कन्या- राशि वाले जातकों के लिए बहुत ही सुंदर उपाय है। आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए – दो कमलगट्टे लेकर उन्हें माता लक्ष्मी के मंदिर में अर्पित करते हुए धन प्राप्ति की कामना करें।
धनु- धनु राशि वाले जातक यदि अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करना चाहते हैं तो गुलर के ग्यारह पत्तों को नाड़े से बांधकर किसी बरगद के वृक्ष पर बांध दें। आपकी मनोकामना पूरी होगी। इसके अलावा पीली कौड़ियां भी जेब में रख सकते हैं।
मकर- मकर राशि के जातकों के लिए आर्थिक तंगी से निजात पाने के लिए बहुत ही उत्तम उपाय है। उसके लिए आप शाम को आक की रूई का दीपक या एक रोटी अपने ऊपर से 21 बार उतार (वार) कर किसी तिराहे पर रख सकते हैं। इससे घर में बरकत रहने लगेगी।
कुंभ- कुंभ राशि के जातकों के लिए धन प्राप्त करने के बहुत ही सुंदर उपाय है। आप विष्णु-लक्ष्मी की संयुक्त रूप से प्रार्थना-पूजन करें। जहां पूजन करें वहीं रात भर जागरण करें। आपकी आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी।
ये कुछ टोटके हैं जो आपके जीवन में सुख समृद्धि ला सकते हैं। इन्हें करके हम अपनी तथा दूसरों की मुश्किलों को आसान कर सकते हैं

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बगलामुखी शत्रु विनाशक मारण मंत्र

शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १)  “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और ...

स्तंभन तंत्र प्रयोग:

स्तंभन तंत्र प्रयोग: स्तंभन क्रिया का सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। बुद्धि को जड़, निष्क्रय एवं हत्प्रभ करके व्यक्ति को विवेक शून्य, वैचारिक रूप से पंगु बनाकर उसके क्रिया-कलाप को रोक देना स्तंभन कर्म की प्रमुख प्रतिक्रिया है। इसका प्रभाव मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर पर भी पड़ता है। स्तंभन के कुछ अन्य प्रयोग भी होते हैं। जैसे-जल स्तंभन, अग्नि स्तंभन, वायु स्तंभन, प्रहार स्तंभन, अस्त्र स्तंभन, गति स्तंभन, वाक् स्तंभन और क्रिया स्तंभन आदि। त्रेतायुग के महान् पराक्रमी और अजेय-योद्धा हनुमानजी इन सभी क्रियाओं के ज्ञाता थे। तंत्र शास्त्रियों का मत है कि स्तंभन क्रिया से वायु के प्रचंड वेग को भी स्थिर किया जा सकता है। शत्रु, अग्नि, आंधी व तूफान आदि को इससे निष्क्रिय बनाया जा सकता है। इस क्रिया का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा समाज हितार्थ उपयोग में लेना चाहिए। अग्नि स्तंभन का मंत्र निम्न है। ।। ॐ नमो अग्निरुपाय मम् शरीरे स्तंभन कुरु कुरु स्वाहा ।। इस मंत्र के दस हजार जप करने से सिद्धि होती है तथा एक सौ आठ जप करने से प्रयोग सिद्ध होता है। स्तंभन से संबंधित कुछ प्रयोग निम्नलिखित है: 1....

मसान सिद्धि साधना

  मसान सिद्धि साधना कोई भी अघोरी तांत्रिक साधक मसान सिद्धि साधना कर प्रयोग कर मसान को जागृत किया जा सकता है|मसान जगाकर कोई साधक तांत्रिक शक्तियों को अर्जित कर सकता है और उसकी सहायता से कई चमत्कार कर सकता है, मसान या श्मशान विधि बहुत ही खतरनाक होती है| यहाँ दी गयी मसान सिद्धि साधना के प्रयोग से आप काले जादू और तांत्रिक साधना में दक्ष हो सकते हैं, अगर आपके अन्दर साहस की कमी है या आपका संकल्प कमज़ोर है तो इस मसान सिद्धि साधना को नही करना चाहिए| मसान जगाने की विधि/मंत्र करने के लिए करने के लिए आपको ये वस्तुएं इकठ्ठा करनी होगी – सरसों का तेल, मिट्टी का तेल, लोभान, 1 बोतल शराब, एक इस्त्र की शीशी और कुछ लौंग, अब आप श्मशान में चले जाएँ और वहां पर दिया जला दें| अब लौभान कपूर आदि जला दें, अब दीये के सम्मुख बैठकर इस मन्त्र का 11 बार माला जाप करें  – ओम नमो आठ खाट की लाकड़ी, मुंज बनी का कावा, मुवा मुर्दा बोले, न बोले तो महावीर की आन, शब्द सांचा, पिंड कांचा, पिंड कांचा, फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा|| आप अपने आस पास इस्त्र और शराब छिड़क दें, अगर इस दौरान आपको ...