सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

किसी को एक ध्यान नजर देखने से वशीकरण मंत्र

किसी को एक ध्यान नजर देखने से वशीकरण मंत्र

किसी को एक ध्यान नजर देखने से भी अपने काबू में किया जा सकता है- हम लोगों के घरों में बचपन से दादी और नानी यह बताती हैं की नज़र लग जायेगी यह मत करो वो मत करो। हम बचपन से इस बात को लेकर बड़े होते हैं की नज़र से वशीकरण हो सकता है, होता है और होता रहेगा। ज़्यादातर लोग नज़र से वशीभूत भी एक आद बार हो चुके होंगे। नज़र लग्ने के पीछे मूल कारण होता है की आप अपना कारोबार या जीवन इस तरह से व्यतीत करें जिस तरह से लोग आपसे इर्षा कर उठें। आप पाएंगे की लोग कार्य के होने में बाधा डालने के लिए हज़ार तरह के अलग अलग टोने या टोटके करते हैं।कोई लोग नज़रबट्ट लगते हैं – यह एक काले रंग का दानव का सर होता है जिससे किसी भी घर या गाड़ी पर लगाया जाता है ताकि नज़र नहीं लगे। कुछ लोग निम्बू और मिर्ची को एक साथ बाँध कर एक लम्बी सी लड़ी बना देते हैं। इससे नज़र का वशीकरण रुक जाता है और कार्य में सिद्धि प्राप्त होती है। विज्ञान में लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन के नाम से एक वैज्ञानिकीय सिद्धांत जिसके हिसाब से हम वह ही चीज़ें अपने जीवन में आती पाते हैं जो हम अपने जीवन काल में भोगने की मनोकामना करते हैं। नज़र से वशीकरण भी इन्हीं लॉज़ ऑफ़ अट्रैक्शन के अंतर्गत ही काम करता है।
तंत्र विद्याओं में भी नज़र के द्वारा और अन्य तरीकों से भी और लोगों को और खुद को वशीभूत करने के न न प्रकार के तरीके वर्णित हैं। इन तरीकों में नज़र से वशीकरण करके प्यार बढ़ाना, किसी से प्रेम ज़ाहिर करना, विवाहित जीवन में प्रवेश करना और विवाहित जीवन में फिर से मिठास लाने के अनेक उपाय प्रयोग बहुत ही साफ़ साफ़ वर्णित हैं। कुछ कम प्रचलित और उतने ही ज़रूरी मामले जहांन पर नज़र से वशीकरण बताया गया है की असरदार और कारगर है है जब कोर्ट कचेहरी के चक्कर लग रहे हों, जब वर किसी और से प्रेम करने लगे और आपसे बातों में कवापन पनपने लगे। गृहकलेश, पति और पत्नी में अनबन दुश्मन से छुटकारा और निःसंतान होने के कारण आदि कुछ ऐसे इलाके हैं जहाँ पर वशीभूत करने से कार्य संपन्न हो जाता पाया गया है।
आप ऐसी परिस्थिति में सबसे असरदार तरीक़ा जी अपना सकते हैं वो है की आप गुँजा के दाने ले लें और उनका प्रयोग करते हुए अपने कार्य में सफलता प्राप्त करें। नज़र से वशीभूत करने में गुंजा के दाने बहुत ही असरदार होते हैं। आप ऐसा करें की पहले उस आदमी को जान लें जिस आदमी को आप शत्रु मानते हैं, यह पक्का होना चाहिए की वह ही आपकी परिस्थिति को खराब कर रहा है। अगर आप पाएं की कोई और है, तो फिर आप तुरंत ही इस प्रयोग को रोक दें क्यूंकि इसमें प्रयोग केवल उस आदमी पर ही किया जाता है।
जब आप ठान लें की नज़र से वशीकरण की ज़रुरत आ पड़ी है और आप अब अपने शत्रु पर प्रहार करने को तैयार हैं तो फिर ऐसा करें की उस इंसान की कोई पोशाक ले आने की दिक्कत उठाएं। अब उन कपड़ों में कुछ ४ या ५ गुँजा के बीज उस कपड़े की जेब में रख दें। अब आप जो कुछ भी चाहेंगे वह वह व्यक्ति करने को तैयार  जायेगा। बल्कि आप पाएंगे की लोग आपकी और गुँजा के बीजों की वजह से आकर्षित हो रहे हैं। वैसे तो गुँजा लाल या फिर काले रंग का भी आता है, पर वशीकरण के लिए काला गुंजे का बीज सबसे अच्छा होता है, इसीलिए आप अगर पाएं तो काले गुंजे ही घर ले आएं। अगर आपके पास में काले गुंजे हैं तो फिर आप उन्हें अपनी जेब में रखे रहे, इन्हें अभिमंत्रित करके ही रखें। ऐसा करने पर आप पाएंगे की जब भी आपके आस पास कोई आपत्ति आने वाली है या कोई हानि का डर है तो वह गुँजा अपना रंग काले से बदल कर कर लेगा, यह होने से आप जान लेंगे की कोई आपदा आयी थी और गुंजे ने टाल दी है।
“   ओम रं श्रृं नाम वश्यमानाया हुं “
यह ऊपर दिया हुआ मंत्र जपते हुए उस व्यक्ति की फोटो देखें जिसको आप अपने वश में करना चाहते हैं, जब आप यह मंत्र पढ़ेंगे और जपते जपते ३६ घंटे बिता चूका होंगे तो आप पाएंगे की वह व्यक्ति जिसे आप वशीभूत करने के लिए इतना कुछ कर –  वह धीरे धीरे आपके ओर आकर्षित हो रहा है – आपसे प्रभावित हो रहा है और आपकी बातों को बहुत ध्यान से सुनने लगा है। वह अब आपकी ओर ख़ासा ध्यान देने लगा है और अपने तरीकों को बदल कर आपके कहे रास्तों पर चलने लगा है।                                                                      “ मोहिनी माता, भूत पिता, भूत सिर वेताल, उड़ ऐं काली नाम को जा लागऐसी जा के लाग कि नाम  को लग जावै हमारी मुहब्बत की आगन खड़े सुख, न सोते सुख, सिंदूर चढ़ऊं मंगलवार, कभी न छोड़े हमारा ख्याल,ज्बतक न देखे हमारा मुख, काया तड़प-तड़प मर जाए,चलो मंत्र फुरो वाचा, दिखाओ रे शब्द, अपने गुरु के इल्म का तमाशा “  इस बताये हुए मन्त्र को अगर आप अपने घर छोड़ कर गयी हुई बीवी या पत्नी को बुलाने के लिए रोज़ पूर्णमासी से ८ दिन बाद से रात १० बजे के बाद,  अपनी स्त्री की फोटो को सामने रख कर जपेंगे तो आपको असर अवश्य हासिल होगा। यह ध्यान रहे की अपने प्रेमी की फोटो साथ में रखें, उसको धुप दिखाएं माला जपने से पहले और जाप शुरू करने के बाद १०८ बार जप कर एक माला कम से कम ज़रूर करें।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बगलामुखी शत्रु विनाशक मारण मंत्र

शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १)  “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और ...

स्तंभन तंत्र प्रयोग:

स्तंभन तंत्र प्रयोग: स्तंभन क्रिया का सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। बुद्धि को जड़, निष्क्रय एवं हत्प्रभ करके व्यक्ति को विवेक शून्य, वैचारिक रूप से पंगु बनाकर उसके क्रिया-कलाप को रोक देना स्तंभन कर्म की प्रमुख प्रतिक्रिया है। इसका प्रभाव मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर पर भी पड़ता है। स्तंभन के कुछ अन्य प्रयोग भी होते हैं। जैसे-जल स्तंभन, अग्नि स्तंभन, वायु स्तंभन, प्रहार स्तंभन, अस्त्र स्तंभन, गति स्तंभन, वाक् स्तंभन और क्रिया स्तंभन आदि। त्रेतायुग के महान् पराक्रमी और अजेय-योद्धा हनुमानजी इन सभी क्रियाओं के ज्ञाता थे। तंत्र शास्त्रियों का मत है कि स्तंभन क्रिया से वायु के प्रचंड वेग को भी स्थिर किया जा सकता है। शत्रु, अग्नि, आंधी व तूफान आदि को इससे निष्क्रिय बनाया जा सकता है। इस क्रिया का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा समाज हितार्थ उपयोग में लेना चाहिए। अग्नि स्तंभन का मंत्र निम्न है। ।। ॐ नमो अग्निरुपाय मम् शरीरे स्तंभन कुरु कुरु स्वाहा ।। इस मंत्र के दस हजार जप करने से सिद्धि होती है तथा एक सौ आठ जप करने से प्रयोग सिद्ध होता है। स्तंभन से संबंधित कुछ प्रयोग निम्नलिखित है: 1....

मसान सिद्धि साधना

  मसान सिद्धि साधना कोई भी अघोरी तांत्रिक साधक मसान सिद्धि साधना कर प्रयोग कर मसान को जागृत किया जा सकता है|मसान जगाकर कोई साधक तांत्रिक शक्तियों को अर्जित कर सकता है और उसकी सहायता से कई चमत्कार कर सकता है, मसान या श्मशान विधि बहुत ही खतरनाक होती है| यहाँ दी गयी मसान सिद्धि साधना के प्रयोग से आप काले जादू और तांत्रिक साधना में दक्ष हो सकते हैं, अगर आपके अन्दर साहस की कमी है या आपका संकल्प कमज़ोर है तो इस मसान सिद्धि साधना को नही करना चाहिए| मसान जगाने की विधि/मंत्र करने के लिए करने के लिए आपको ये वस्तुएं इकठ्ठा करनी होगी – सरसों का तेल, मिट्टी का तेल, लोभान, 1 बोतल शराब, एक इस्त्र की शीशी और कुछ लौंग, अब आप श्मशान में चले जाएँ और वहां पर दिया जला दें| अब लौभान कपूर आदि जला दें, अब दीये के सम्मुख बैठकर इस मन्त्र का 11 बार माला जाप करें  – ओम नमो आठ खाट की लाकड़ी, मुंज बनी का कावा, मुवा मुर्दा बोले, न बोले तो महावीर की आन, शब्द सांचा, पिंड कांचा, पिंड कांचा, फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा|| आप अपने आस पास इस्त्र और शराब छिड़क दें, अगर इस दौरान आपको ...