शास्त्रों में सबसे प्रमख शास्त्र है सामुद्रिक शास्त्र। जिस तरह से हाथों की रेखाओं का महत्व होता है ठीक वैसे ही महत्व माथे की रेखाओं का भी होता है। माथे का आकार, रंग और ललाट इंसान की उम्र के बारे में बताते हैं। माथे से कैसे पता चलता है इंसान की उम्र का आइये जानते हैं। सबसे पहले जानते हैं कितने तरह के मस्तकों के बारे में हमें सामुद्रिक शास्त्र में बताया गया है।चेहरे की ही तरह होता है सामान्य मस्तक। इस तरह के माथे पर रेखाएं आसानी से दिख जाती हैं
निम्न मस्तकइस तरह का मस्तक हल्का काला और थोड़ा अंदर की तरफ धंसा हुआ होता है। जिस वजह से इसमें रेखाएं साफ तरह से नहीं दिखाई देती है।उच्च मस्तकयह मस्तक चिकना और उपर उठा हुआ होता है। इस तरह के माथे पर रेखाएं आसानी से दिख जाती हैं।माथे की रेखाएं क्या कहती हैं। आइये जानते हैंसामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस इंसान के माथे पर दो पूरी रेखाएं दिखती है उस इंसान की उम 60 तक हो सकती है।इसके अलावा इस तरह के लोग जीवन में बहुत नाम कमाते हैं। पैसों की कमी इन लोगों को नहीं रहती है। यदि माथे की ये दो रेखाएं कटी हुई होती हैं तो इंसान पूरे जीवन हमेशा परेशान रहता है।जिन लोगों के माथे पर तीन रेखाएं पड़ती हैं। वे जीवन में सुखी रहते हैं। एैसे लोग 70 साल से अधिक जीते हैं। क्योंकि तीन रेखाएं शुभ मानी जाती हैं।माथे पर यदि पांच रेखांए पड़ती हैं तो यह अति उत्तम मानी जाती हैं। हर प्रकार के सुख को भोग कर ये लोग जीवन जीते हैं। इस तरह की रेखाओं वाले लोग सौ साल से अधिक जीते हैं।यदि माथे पर दो रेखाएं पड़ती हों और वे आपस में एक दूसरे को छूती हो एैसे लोग भी साठ साल से उपर तक जीते हैं।माथे पर यदि किसी तरह की कोई रेखा नहीं पड़ती हो या माथा सपाट हो तो एैस लोग तीस से चालीस वर्ष तक ही जीते हैं। और सारा जीवन कष्ट में रहता है।पांच से अधिक रेखाएं यदि माथे पर पड़ती हों तो इस तरह के लोग भी अल्पआयु वाले होते हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें