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दाम्पत्य जीवन में मधुरता

दाम्पत्य जीवन में मधुरता :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऊपर बताये गये कारण जिनसे एक दंपति के जीवन में संकट आने की संभावनाएं होती है किन्तु आप अपने दाम्पत्य जीवन को सुखद बनाये रखने के उपाय भी जरुर अपनाये. जिससे आप दोनों के बीच के प्रेम में मधुरता आये और आप हर संकट का मिल कर सामना कर सको. अपने दाम्पत्य जीवन में मधुरता भरने के लिए आप निमंलिखित उपायों को अपना सकते हो.
सकारात्मक नजरिया : अगर आपका नजरिया हमेशा नकारात्मक होता है तो आपको हर कार्य में कुछ न कुछ गलत दिख ही जाता है, यहाँ तक आप सकारात्मक में भी नकारात्मक को खोजने लगते हो. ये नकारात्मकता आपके दाम्पत्य जीवन को भी प्रभावित करती है और धीरे धीरे आपके मन में आपके साथी को लेकर असंतोष पैदा होने लगता है. इसके विपरीत अगर आप सिर्फ अच्छी बातो पर गौर करने लगो तो आपको हमेशा अच्छा ही अच्छा दिखाई देता है और आपके साथ भी हमेशा अच्छा ही होता है. मनोवैज्ञानिको के अनुसार कहा जाता है कि आप क्या देखना चाहते हो ये आप पर निर्भर करता है. एक सफल दम्पति हमेशा सकारात्मक नजरिये को अपनाते है और वे एक दुसरे की अच्छी बातो पर ज्यादा गौर करते ह. इसलिए उनके जीवन में हमेशा सकारात्मक होता है. सकारात्मक नजरिये से एक दम्पति के जीवन को मजबूती भी मिलती है                        विश्वास : कहा जाता है कि दाम्पत्य जीवन के बीच की डोर विश्वास होती है. अगर एक दम्पति को एक दुसरे पर विश्वास होता है तो उनका जीवन सुखमय तरीके से व्यतीत होता है. विश्वास जीवन के हर मुस्किल समय में भी उन हालातो से लड़ने के लिए आपको शक्ति प्रदान करता है. आमतौर पर आपने देखा होगा कि लोग छोटी सी समस्या के आने पर भी एक दुसरे को दोष देना शुरू कर देते है और सामने वाले को दोषी ठहराने की कोशिश करते रहते है. ऐसा करने का उनका मकसद उनके दायित्व से मुक्ति पाने का होता है किन्तु ये परवर्ती ठीक नही है. इससे बचने की कोशिश करे और अपने संबंधो में हमेशा विश्वास को बनाये रखना चाहिए.

·खुलकर बात करे : दाम्पत्य जीवन में बहुत बार ऐसा होता है कि छोटी छोटी बाते इतनी बढ़ जाती है कि वे एक बड़े मुद्दे का रूप ले लेती है. इसका नतीजा ये होता है कि दोनों एक दुसरे से बोलना छोड़ देते है और चुप्पी साध लेते है लेकिन जब ये चुप्पी टूटती है तो इससे घर एक जंग के मैदान में बदल जाता है तो आप कभी भी अपने दाम्पत्य जीवन में ऐसी स्थिति को ना आने दें, इसलिए आपको अपने साथी के साथ हर बात को बांटना चाहिए. वैसे भी साथी का अर्थ ही ये है कि जो हमेशा आपके सुख और दुःख में आपके साथ हो, साथ ही जिससे आप अपने दिल की हर बात को खुल कर कह सको.                                          पसंद नापसंद का ध्यान रखे : आप इसस बात को भी ध्यान में रखे कि आपका साथी आपसे कैसे व्यवहार की उम्मीद करता है और वो आपसे कौन सी बाते करना पसंद करता है या किस चीज़ में उसकी रूचि ज्यादा है. इन बातो के पता होने से आप अपने साथी को कभी भी दुःख देने के बारे मे नही सोच पाते हो. मनोवैज्ञानिको के अनुसार भी ये माना जाता है कि कोई भी व्यक्ति अपने स्वभाव को एक दिन में नही बदल पाता बल्कि उसे थोडा समय लगता है और धीरे धीरे वो अपने व्यहार में परिवर्तन ला सकता है  सरप्राइज गिफ्ट करे : जरूरी नही है कि आप अपने साथी को सिर्फ शादी की सालगिरह या फिर उनके जन्मदिन के दिन ही उपहार दें. आप अपने साथी को कभी भी गिफ्ट दे कर उनको खुशियाँ दे सकते हो क्योकि गिफ्ट देने और खुशियाँ देने के लिए न तो आपको किसी दिन का इंतजार करना पड़ता है और न ही किसी मुहूर्त का, तो जब आपका अपने साथी के लिए कुछ लेने का मन हो तो ले ले और उन्हें उपहार के रूप में दें. इससे आपके दाम्पत्य जीवन में हमेशा खुशियों का वास होगा.
·एक दुसरे की मदद करे : आपको एक दुसरे की हमेशा हर दुःख या सुख में मदद करनी चाहिए और हो सके तो पति को अपनी पत्नी के छोटे छोटे कामो में भी मदद करनी चाहिए, इससे उन्हें दो फायदे होते है, एक तो वे अपनी पत्नी के पास रह पाते है और दूसरा ऐसा करने से पत्नी के दिल में आपके लिए इज्जत और प्रेम भी बढ़ जाता है.हमेशा ये कोशिश करनी चाहिए कि आप अपने साथी के चेहरे से उनकी प्यारी मुस्कान को कभी न जाने दें.
·हमेशा संपर्क बनाये रखे : आप चाहे अपने घर में हो या फिर आप अपने ऑफिस में हो किन्तु दिन में कम से कम एक बार तो आपको अपने साथी से फ़ोन पर ही सही बात जरुर करनी चाहिए. उनसे उनके दिन के बारे में पता करना चाहिए, उनसे पूछे कि उनकी तबियत कैसी है इत्यादि. मनोवैज्ञानिको का माना है कि ये सब छोटी छोटी बाते एक दम्पति के जीवन में प्रेम को बढ़ती है और इन्ही छोटी छोटी बातो से उनके बीच के रिश्ते की अहमियत हमेशा बनी रहती है और ये तो कहा भी गया है कि बात करने से बड़ी से बड़ी समस्या का भी समाधान निकल जाता है

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