सपने और जिंदगी का आपस में गहरा संबंध होता है। सपने में व्यक्ति की दबी इच्छाएं पूरी होती है और कभी इन्हीं सपनों में उसे आने वाली घटना का भी आसास हो जाता है। वहीं अगर सपने में अपना कोई प्रिय परिजन आए, जो इस दुनिया को अलविदा कह चुका है तो कैसा रहेगा। परामनोविज्ञान के अनुसार जिससे हमारा लगाव सबसे अधिक होता है और वो दुनिया को छोड़ जाए। ऐसे में सपने में उन्हें देखने में जिंदगी के कई अच्छे बदलाव होते हैं। सपने में मरे हुए परिजन के आने का मतलब वो आपको सावधान कर रहे हैं। हो सकता है आने वाली जिंदगी में आपको किसी समस्या का सामना करना पड़े, इसीलिए आपके परिजन आपको पहले ही आगाह कर देते हैं।जब व्यक्ति सपने देखता है तो उसे मालूम नहीं होता है कि वो एक सपना देख रहा है। उसे सपनों की दुनिया पूरी तरह से वास्तविक ही लगती है, लेकिन जब वो जागता है तो उस सपने का प्रभाव कभी कुछ समय के लिए और कभी जिंदगी भर के लिए रहता है।जो जीवित रहते समय बीमार रहते थे, वे अक्सर सपने में पूरी तरह से स्वस्थ नजर आते हैं। सपने में उनके चेहरे पर एक अलग ही तेज नजर भी आता है।सपनों में मरे हुए परिजन इसीलिए भी आते है कि वो आपको बताना चाहते है कि वे जिस भी दुनिया में है, वहां वो खुश है और आपको दुखी नहीं देखना चाहते।कई बार सपने में आकर ये आपको किसी अहम काम में फैसला लेने में भी मदद करते हैं। वैसे सपने में मरे हुए लोग अपनी बात को शब्दों से बयां नहीं करते, बल्कि इशारों से बताते हैं। जरूरत है उनके उस इशारे को समझने की, जिससे सही फैसला ले सकें।किसी अपने को खोने के बाद व्यक्ति दुख में डूब जाता है। ऐसे में उनका वहीं अपना सपने में उनसे आकर मिलता। जिसके बाद जब सपना पूरा होता है तो वो व्यक्ति सकारात्मक महसूस करता है।
शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १) “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और ...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें