तांत्रिक प्रयोगजिस तरह हवा आपको दिखाई नही देती उसी प्रकार तांत्रिक प्रयोग दिखाई नही देंगे । हाँ महसूस किया जा सकता है । जब आप पर या आपके किसी भी रिश्तेदार पर ये प्रयोग होता हैं तो डॉक्टर इलाज मे सारी रिपोर्ट नार्मल आती हैं । सब इलाज होता हैं लेकिन नतीजा शून्य ही रहता है ।आइये जानते है कि आप पर तांत्रिक प्रयोग हुआ है या नहीं, क्या है इससे निपटने के उपाय. तान्त्रिक प्रयोग को ऐसे पता करें रात को जो बीमार है, या आपको जिस पर शक है कि इस पर तांत्रिक प्रयोग हो सकता है, उसके सिरहाने एक लोटे मैं पानी भर कर रखे और इस पानी को गमले मैं लगे या बगीचे मैं लगे किसी छोटे पौधे मैं सुबह डाले । एक सप्ताह मैं वो पौधा कुम्हला जायगा । कभी कभी 3 दिन मैं भी सूख जाता है ।रात्रि को सोते समय एक हरा नीम्बू तकिये के नीचे रखे और प्रार्थना करे कि जो भी नेगेटिव क्रिया हूई इस नीम्बू मे समाहित हो जाये । सुबह उठने पर यदि नीम्बू मुरझाया या रंग काला पाया जाता है तो आप पर तांत्रिक क्रिया हुई है.
- यदि बार बार घबराहट होने लगती है, पसीना सा आने लगता हैं, हाथ पैर शून्य से हो जाते है । डाक्टर के जांच मैं सभी रिपोर्ट नार्मल आती हैं।लेकिन अक्सर ऐसा होता रहता तो समझ लीजिये आप किसी तान्त्रिक क्रिया के शिकार हो गए है . आपके घर मैं अचानक अधिकतर बिल्ली,सांप, उल्लू, चमगादड़, भंवरा आदि घूमते दिखने लगे ,तो समझिये घर पर तांत्रिक क्रिया हो रही है। आपको अचानक भूख लगती लेकिन खाते वक्त मन नही करता . भोजन मैं अक्सर बाल, या कंकड़ आने लगते है ।
- घर मे सुबह या शाम मन्दिर का दीपक जलाते समय विवाद होने लगे या बच्चा रोने लगे । घर के मन्दिर मैं अचानक आग लग जाये । घर के किसी सदस्य की अचानक मौत । घर के सदस्यों की एक के बाद एक बीमार पढ़ना । घर के जानवर जैसे गाय, भैंस, कुत्ता अचानक मर जाना। शरीर पर अचानक नीले रंग के निशान बन जाना । घर मे अचानक गन्दी बदबू आना । घर मैं ऐसा महसूस होना की कोई आसपास है .
चेहरे का रंग पीला पड़ना
आपके चेहरे का रंग पीला पड़ना ये भी एक कारण हैं की जितना प्रबल तन्त्र प्रयोग होगा, आपके मुह का रंग उतना ही पिला पड़ता जायेगा. आप दिन प्रतिदिन अपने आपको कमज़ोर महसूस करेंगे। आपके पहने नए कपड़े अचानक फट जाए, उस पर स्याही या अन्य कोई दाग लगने लग जाए, या जल जाए। घर के अंदर या बाहर नीम्बू, सिंदूर, राई , हड्डी आदि सामग्री बार बार मिलने लगे। चतुर्दशी या अमावस्या को घर के किसी भी सदस्य या आप अचानक बीमार हो जाये या चिड़चिड़ापन आने लग जाये ।
घर मैं रुकने का मन नही करे, घर मे आते ही भारीपन लगे,जब आप बाहर रहो तब ठीक लगे ।ये कुछ कारण होते है जो दर्शाते है कि आप या आपका घर किसी तांत्रिक क्रिया का शिकार हो रहा है ।
घर मैं रुकने का मन नही करे, घर मे आते ही भारीपन लगे,जब आप बाहर रहो तब ठीक लगे ।ये कुछ कारण होते है जो दर्शाते है कि आप या आपका घर किसी तांत्रिक क्रिया का शिकार हो रहा है ।
जन्म कुंडली से जाने तांत्रिक क्रिया की पहचान के तरीके
जन्म पत्रिका मैं यदि कुंडली में सूर्य, चंद्र, शनि, मंगल ग्रह विशेष भावों में राहु-केतु से पीड़ित होते हैं तभी नकारात्मक तंत्र-मंत्र व्यक्ति पर असर डालते हैं। जिस व्यक्ति का लग्न व सूर्य कमजोर होते हैं उन पर तांत्रिक क्रिया अधिक प्रभाव डालता है। यदि कुंडली म सूर्य राहू या चन्द्र राहू का ग्रहण योग है या राहु बहुत अनिष्टकारी स्थिति में है या शनि की टेढ़ी दृष्टि है या मंगल-शनि का संयोग है या चंद्र-शनि का संयोग हो तो भी जातक ऋणात्मक शक्तियों के प्रभाव में आता है। जब शनि नीच राशि मैं राहू के साथ हो तो भी श्रापित दोष के कारण तन्त्र क्रिया हो सकती है।विशेष उपाय मुस्लिम तन्त्र मैं कुछ ऐसे भी तन्त्र विद्या होती हैं, जिसमे अभिमंत्रित पानी पिलाकर या कोई लाकेट पहनाकर अपने वश मैं युवतियों को कर लिया जाता है । ऐसी स्थिति मे जिस पर वशीकरण लग रहा हो उसे किसी तरह गौमूत्र पिला दीजिये। कुछ विशेष उपाय हैं , जो तांत्रिक क्रिया के हिसाब से किये जाते हैं। और इस तरह की केस में पॉवरफुल तांत्रिक ही कुछ कर सकते हैं। कुछ मन्त्र हैं जो तांत्रिक क्रियाओ को पूरी तरह ठीक कर सकते। जैसे दुर्गा सप्तशती के कुछ मन्त्र और हनुमान जी के मन्त्र।
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