सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अपनी हर समस्या के समाधान के लिए अपनाएं ये देशी टोटके!

इंसान के जीवन में समय-समय पर अलग-अलग समस्याएं देखने को मिलती हैं। कुछ समस्याओं का हल आसानी से मिल जाता है लेकिन कुछ समस्याओं का हल चाहकर भी नहीं निकल पाता है। इसके लिए व्यक्ति तंत्र-मंत्र का सहारा लेता है। लेकिन इसका इस्तेमाल करते वक्त अगर कुछ सावधानियां बरती जाएं, तो सभी समस्याओं का हल आसानी से निकल आता है। ऐसे ही कुछ टोटके हैं, जिनके बारे में आज मैं आपको बताने जा रहा हूं। इनका इस्तेमाल करके व्यक्ति धनी बन सकता है तथा किसी को भी अपने वश में कर सकता है।*- रुके हुए काम को पूरा करने के लिए:
अगर आपका भी कोई जरूरी काम रुका हुआ है तो बुधवार के दिन एक कटोरी बासमती चावल लेकर दान में देने से आपकी समस्या दूर हो जाती है। घर की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए एक लाल रंग का कपड़ा लेकर लाल चन्दन, लाल गुलाब, रोली और 58 पैसे रखकर इसे बांधकर इसकी पोटली बना लें। अब इस पोटली को घर की तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपके जीवन से आर्थिक परेशानियां हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। ऐसा हर नवरात्री के समय में करने से आपका धन और बढ़ता ही जाता है।                                           *- व्यवासय में हो रहा है नुकसान:
अगर आपको व्यवसाय में नुकसान हो रहा है तो रविवार के दिन दोपहर के समय पांच कागज के पीले फूल लेकर एक मुट्ठी काली मिर्च और एक मुट्ठी पिली सरसों के साथ रख दें। अगले दिन दुकान या ऑफिस खोलने के बाद इन सभी चीजों को किसी सुनसान जगह पर ले जाकर जमीन के अन्दर गाड़ दें।
*- पति-पत्नी के झगड़े को दूर करने के लिए:
रात को सोने से पहले पत्नी की पलंग पर देशी कपूर रखें, पत्नियां अपने पति के पलंग पर कामिया सिंदूर रखें, अगले दिन सुबह उठकर पति कपूर को जला दे और पत्नियां सिन्दूर को पूरे घर में छिड़क दें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में झगड़ा प्यार में बदल जायेगा।
*- ज्यादा खराब रिश्तों को सुधारने के लिए:
बरगद के हरे पत्ते को लेकर लाल चन्दन को गंगाजल के साथ घिसकर पत्ते पर सम्बंधित व्यक्ति का नाम लिखें। ऐसा करने के बाद पत्ते पर लाल गुलाब की कुछ पंखुडियां रखकर सबको पीस लें। पीसे हुए चूर्ण से जिस व्यक्ति का नाम लिखा हुआ है उसके नाम के अक्षर जितनी गोलियां बना लें। हर रोज एक गोली सम्बंधित व्यक्ति के मुख्य दरवाजे पर फेंक दें। जल्दी ही दोनों की दूरियां कम होंगी।
*- अगर करे कोई परेशान:
सफेद रंग का आधा मीटर कपड़ा लेकर काजल से तर्जनी उंगली की सहायता से उस व्यक्ति का नाम लिखें, जो परेशान करता है। इसके बाद उस व्यक्ति के नाम के अक्षर जितनी संख्या के बराबर आप उस कपड़े पर थूकें। जल्द आराम मिलेगा।                                                                                                                   *- कर्ज से मुक्ति के लिए:
शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले मंगलवार के दिन आटे में गुड़ मिलाकर पुए बनाएं। इसे हनुमान जी के मंदिर में चढ़ाने के बाद गरीबों में बांट दें। आपके सारे कर्जे दूर हो जायेंगे।
*- घर में होने वाले झगड़े को रोकने के लिए:
घर में केवल मंगलवार के दिन गेंहू पिसवायें। गेंहू को पिसवाने से पहले उसमें थोड़ा काला चना मिला दें। इस आटे से बनी रोटी जैसे-जैसे घर के लोग खायेंगे, घर के झगड़ों में कमी आने लगेगी।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

देवी महाकली के खतरनाक मौत के मंत्र - काली का खारनाकक मारन प्रार्थना

देवी महाकली के खतरनाक मौत के मंत्र    - काली का खारनाकक मारन प्रार्थना यह देवी महाकाली से संबंधित मौत मंत्र का खतरनाक रूप है  देवी महाकली इस चरण में वांछित काम करते हैं।  इस मंत्र के परिणामस्वरूप देवी इस मारन प्रार्थना को पूरा करेंगे। देवी महाकाली के खतरनाक मौत के मंत्र - ओम चाँदलीनी कामखन वासनी वैन डरगे क्लिन क्लिन था: गु: स्वाहा: खतरनाक मृत्यु मंत्र देवी महाकाली के अनुष्ठान - सबसे पहले हमें 11000 बार मंत्र जप से मंत्र की इस शक्ति को सक्रिय करने की आवश्यकता है  फिर जब गोवर्चन और कुम कुम के साथ भोजपतराह पर नीचे बखूबी रेखा लिखने का उपयोग करने की आवश्यकता होती है।  रेखा है - 'स्वाहा मेर्य्य हुन अमुक्कन (शत्रु का नाम यहाँ) ह्रीम फाट स्वाहा |  अब इसके बाद के मंत्र के साथ बाहर निकलते हैं और गर्दन में पहनते हैं, कुछ दिनों में दुश्मन की समय सीमा समाप्त हो जाएगी और देर हो जाएगी देवी महाकाली के खतरनाक मौत की घंटी हिन्दि संस्करण में - काली का  खारनाकक  मारन  प्रैयोग  -  खतरनाक  मारन  प्रयोग   ।  मंत्र  ।   चाण्डालिनी   कामाख्या  वासिनी  वन  दुर्गे  क्

स्तंभन तंत्र प्रयोग:

स्तंभन तंत्र प्रयोग: स्तंभन क्रिया का सीधा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है। बुद्धि को जड़, निष्क्रय एवं हत्प्रभ करके व्यक्ति को विवेक शून्य, वैचारिक रूप से पंगु बनाकर उसके क्रिया-कलाप को रोक देना स्तंभन कर्म की प्रमुख प्रतिक्रिया है। इसका प्रभाव मस्तिष्क के साथ-साथ शरीर पर भी पड़ता है। स्तंभन के कुछ अन्य प्रयोग भी होते हैं। जैसे-जल स्तंभन, अग्नि स्तंभन, वायु स्तंभन, प्रहार स्तंभन, अस्त्र स्तंभन, गति स्तंभन, वाक् स्तंभन और क्रिया स्तंभन आदि। त्रेतायुग के महान् पराक्रमी और अजेय-योद्धा हनुमानजी इन सभी क्रियाओं के ज्ञाता थे। तंत्र शास्त्रियों का मत है कि स्तंभन क्रिया से वायु के प्रचंड वेग को भी स्थिर किया जा सकता है। शत्रु, अग्नि, आंधी व तूफान आदि को इससे निष्क्रिय बनाया जा सकता है। इस क्रिया का कभी दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा समाज हितार्थ उपयोग में लेना चाहिए। अग्नि स्तंभन का मंत्र निम्न है। ।। ॐ नमो अग्निरुपाय मम् शरीरे स्तंभन कुरु कुरु स्वाहा ।। इस मंत्र के दस हजार जप करने से सिद्धि होती है तथा एक सौ आठ जप करने से प्रयोग सिद्ध होता है। स्तंभन से संबंधित कुछ प्रयोग निम्नलिखित है: 1.

बगलामुखी शत्रु विनाशक मारण मंत्र

शत्रु विनाशक बगलामुखी मारण मंत्र मनुष्य का जिंदगी में कभी ना कभी, किसी न किसी रूप में शत्रु से पाला पड़ ही जाता है। यह शत्रु प्रत्यक्ष भी हो सकता है और परोक्ष भी। ऐसे शत्रुओं से बचने के लिए विभिन्न साधनों में एक अति महत्वपूर्ण साधना है मां बगलामुखी की साधना। देवी मां के विभिन्न शक्ति रूपों में से मां बगलामुखी आठवीं शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित है, जिसकी कृपा से विभिन्न कठिनाइयों और शत्रु से निजात पाया जा सकता है। कोई भी शत्रु चाहे वह जितना ही बलवान और ताकतवर हो अथवा छुपा हुआ हो, मां बगलामुखी के सामने उसकी ताकत की एक भी नहीं चल सकती। बगलामुखी शत्रु नाशक मंत्र की सहायता से शत्रु को पल भर में धराशाई किया जा सकता है, यह मंत्र है- ( १)  “ओम् हलीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिह्वां कीलय बुद्धिम विनाशाय हलीं ओम् स्वाहा।” इस मंत्र साधना के पहले मां बगलामुखी को लकड़ी की एक चौकी पर अपने सामने स्थापित कर धूप दीप से उनकी पूजा-अर्चना करें। तत्पश्चात दिए गए मंत्र का प्रतिदिन एक हजार बार जाप करते हुए दस दिनों तक दस हजार जाप करें। नवरात्रा के दिनों में मंत्र जाप प्रारंभ करें और जाप